Category: Education

  • सीएमपीएफओ सतर्कता जागरूकता प्रश्नोत्तरी-2025 का आयोजन बर्नपुर रिवरसाइड स्कूल, आसनसोल में किया गया

    सीएमपीएफओ सतर्कता जागरूकता प्रश्नोत्तरी-2025 का आयोजन बर्नपुर रिवरसाइड स्कूल, आसनसोल में किया गया

    पब्लिक न्यूज आसनसोल :– सीएमपीएफओ सतर्कता जागरूकता प्रश्नोत्तरी-2025 का आयोजन बर्नपुर रिवरसाइड स्कूल, आसनसोल में किया गया सतर्कता जागरूकता सप्ताह-2025 के उपलक्ष्य में, कोयला खान भविष्य निधि संगठन (सीएमपीएफओ), क्षेत्र-1, आसनसोल ने 24 अक्टूबर, 2025 को सुबह 9:30 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक बर्नपुर रिवरसाइड स्कूल, आसनसोल में सीएमपीएफओ सतर्कता जागरूकता प्रश्नोत्तरी-2025 का सफलतापूर्वक आयोजन श्री सुशील कुमार सिन्हा निदेशक/प्रधानाचार्य द्वारा किया गया। आयोजन दल का नेतृत्व श्री अजय कुमार सिंह, क्षेत्रीय आयुक्त-I ने किया और इसमें श्री अपूर्व कुमार पाठक, सहायक आयुक्त, श्री चंदन लाहा, श्री सोमनाथ बनर्जी,  श्री संतोष कुमार, , सुश्री गुनगुन जायसवाल, , श्री रितेश कुमार सिंह,  और श्री विवेक गुपता, शामिल थे।
    इस आयोजन का उद्देश्य एक स्वस्थ और संवादात्मक प्रतियोगिता के माध्यम से छात्रों में ईमानदारी, पारदर्शिता और नैतिक जागरूकता के मूल्यों को बढ़ावा देना था। कक्षा सातवीं से नौवीं और ग्यारहवीं के छात्रों ने स्कूल के विभिन्न सदनों का प्रतिनिधित्व करते हुए उत्साहपूर्वक भाग लिया।प्रश्नोत्तरी में एक प्रारंभिक लिखित दौर शामिल था, जिसके बाद शीर्ष पाँच टीमों के बीच एक ग्रैंड फिनाले हुआ। प्रतियोगिता में विविध दौर शामिल थे जैसे सामान्य जागरूकता दौर श्रव्य-दृश्य दौर रैपिड फायर दौर मिक्स्ड बैग दौर। कार्यक्रम का समन्वय सीएमपीएफओ, आसनसोल (क्षेत्र-I) के अधिकारियों द्वारा स्कूल प्राधिकारियों के सहयोग से किया गया। क्षेत्रीय आयुक्त-I, श्री अजय कुमार सिंह ने कार्यक्रम को सफल बनाने में बर्नपुर रिवरसाइड स्कूल के प्रधानाचार्य, कर्मचारियों और छात्रों के प्रति उनके सहयोग और समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया।कार्यक्रम का समापन बर्नपुर रिवरसाइड स्कूल के निदेशक/प्रधानाचार्य श्री सुशील कुमार सिन्हा के इस संदेश के साथ हुआ कि सतर्कता और सत्यनिष्ठा जागरूकता और जिम्मेदारी से शुरू होती है । छात्रों को जीवन के हर क्षेत्र में नैतिक आचरण के लिए प्रतिबद्ध जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रोत्साहित किया गया।

  • एजी चर्च स्कूल आसनसोल  एडमिशन रैकेट का एजेंट लोटस पुलिस की गिरफ्त में

    एजी चर्च स्कूल आसनसोल  एडमिशन रैकेट का एजेंट लोटस पुलिस की गिरफ्त में

    पब्लिक न्यूज आसनसोल : – आसनसोल में एजी चर्च स्कूल प्रबंधन को लेकर दो गुटों के बीच जारी टकराव के बीच एक गुट ( एजीएनआई) द्वारा कराई गई प्राथमिकी के आधार पर पुलिस ने स्कूल एडमिशन घोटाले के कथित एजेंट लोटस को गिरफ्तार कर लिया है। लोटस आसनसोल बाजार का कारोबारी है, जिसकी जूते की दुकान है। उस पर एडमिशन रैकेट के एजेंट के रूप में काम करने का आरोप है।
    रेव. जॉर्ज कुट्टी वीसी ने आसनसोल उत्तर थाना में इस संबंध में एफआईआर कराई है। जिसमें कहा  है कि 23 जुलाई को एसीपी से उनलोगों के पास एक पत्र आया, जिसमें मोनिका निधि डिक्रूज द्वारा की गई शिकायत और आरोपों का जिक्र है, इसमें लोटस को एजेंट बताया गया है। इसमें स्कूल प्रबंधन के कई पदाधिकारियों के भी नाम है, जिसपर इस रैकेट में शामिल होने के आरोप है।
    जॉर्ज कुट्टी वीसी के चेयरमैनशिप में एक जांस कमेटी बनाई गई। इसमें जॉयस देवदास, विश्वदेव चटर्जी थे। जांच कमेटी ने पाया कि पांच विद्यार्थियों ने स्कूल में एडमिशन के लिए लोटस को बड़ी राशि का भुगतान किया। वहीं इसमें स्कूल के कई शिक्षक और कर्मी भी संलिप्त हैं। इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
    वहीं बीते दिनों एजी चर्च स्कूल में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जांच कमेटी में शामिल जॉयस देवदास ने कहा कि जांच पूरी नहीं हुई थीष। जांच प्रक्रिया चल रही थी, इसी बीचे अचानक क्यों प्राथमिकी कराई गई पता नहीं, वहीं जांच कमेटी के चेयरमैन को अगर कुछ समस्या थी पहले कमेटी के बीच बात रखनी चाहिए थी। उन्होंने एडमिशन में गड़बड़ी के आरोपों को खारिज भी किया था।  वहीं यह प्रक्रिया जब हुई समय जो प्रिंसिपल थी, यह सब उनके कार्यकाल में हुआ।लेकिन अब गिरफ्तारी हो गई है।

  • आसनसोल : 47 स्कूलों को दिए गए कंप्यूटर आईडीबीआई बैंक की ओर से, मंत्री मलय घटक कार्यक्रम में उपस्थित

    आसनसोल : 47 स्कूलों को दिए गए कंप्यूटर आईडीबीआई बैंक की ओर से, मंत्री मलय घटक कार्यक्रम में उपस्थित

    पब्लिक न्यूज, आसनसोल : आईडीबीआई नामक निजी बैंक के सीएसआर फंड से आज आसनसोल सबडिवीजन के 47 विभिन्न स्कूलों को कंप्यूटर दिए गये। आसनसोल के सेंट पैट्रिकस स्कूल में कार्यक्रम के दौरान इन कंप्यूटरों को प्रदान किया गया इस मौके पर यहां मंत्री मलय घटक एमएमआईसी गुरदास चटर्जी के अलावा सेंट पैट्रिकस, संत मैरी गोरेट्टी स्कूल तमाम शिक्षक शिक्षा कर्मी और अन्य स्कूलों के प्रतिनिधि उपस्थित थे । इस दौरान मंत्री ने कहा कि स्कूली शिक्षा को और बेहतर करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लगातार प्रयास कर रही है लेकिन आज जिस तरह से एक निजी बैंक के द्वारा स्कूलों को कंप्यूटर दिया गया उसकी जितनी सराहना की जाए कम है उन्होंने कहा कि सरकार और निजी संस्थाओं के संयुक्त प्रयास से ही समाज में स्थाई बदलाव आ सकता है

  • आसनसोल में चंद्र ग्रहण देखते हुए लोग उल्लास के साथ बच्चों और बड़े भी उपस्थित थे

    आसनसोल में चंद्र ग्रहण देखते हुए लोग उल्लास के साथ बच्चों और बड़े भी उपस्थित थे

    आसनसोल पब्लिक न्यूज :– पूरे देश के साथ आसनसोल मैं रविवार को पूर्ण चंद्रग्रहण था। यह चंद्रग्रहण भारत के विभिन्न हिस्सों से स्पष्ट रूप से दिखाई दिया। शहरी क्षेत्रों में ही नहीं, बल्कि गाँवों में भी लोग चंद्रग्रहण देखने के लिए उत्साहित थे। आसनसोल के कुल्टी के मिठानी गाँव में पश्चिम बंगाल विज्ञान मंच द्वारा पूर्ण चंद्रग्रहण देखने के लिए एक शिविर लगाया गया था। पश्चिम बंगाल विज्ञान मंच ने दूरबीन की मदद से चंद्रग्रहण देखने का अवसर प्रदान किया। युवा छात्रों से लेकर गृहिणियों और यहाँ तक कि बुजुर्गों ने भी पश्चिम बंगाल विज्ञान मंच के शिविर में आकर चंद्रग्रहण का आनंद लिया। इतना ही नहीं, अंधविश्वास को दूर करने के लिए चंद्रग्रहण के दौरान चाय-बिस्कुट खिलाने की व्यवस्था भी की गई थी। पश्चिम बंगाल विज्ञान मंच राज्य समिति के सदस्य किंगशुक मुखर्जी ने बताया कि बहुत से लोग सोचते हैं कि ग्रहण के दौरान कुछ भी नहीं खाना चाहिए। और चाय-बिस्कुट खिलाने की यह व्यवस्था व्यावहारिक रूप से उस अंधविश्वास को दूर करने के लिए है। बच्चों के लिए प्रश्नोत्तरी और अंतरिक्ष के अज्ञात पहलुओं पर कहानियों के रूप में चर्चा भी आयोजित की गई थी।

  • जावेद के खून के मामले में : रेलपार से सुपारी किलर , समेत 4  गिरफ्तार

    जावेद के खून के मामले में : रेलपार से सुपारी किलर , समेत 4  गिरफ्तार

    पब्लिक न्यूज आसनसोल कुल्टी :  कुल्टी थाना पुलिस ने जावेद बारी की हत्या के मामले में शूटर समेत चार लोगों के एक गिरोह को गिरफ्तार किया है। इन्हें आसनसोल उत्तर थाना क्षेत्र के अलग-अलग इलाकों से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस इस घटना में शामिल और लोगों की तलाश कर रही है।
    कुछ दिन पहले, कुल्टी थाना क्षेत्र के नियामतपुर में जमीन विवाद को लेकर जावेद बारी की उनके घर के सामने दो बाइक सवारों ने नजदीक से गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना में अब तक एक महिला समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें से तीन लोग मारे गए जावेद बारी के रिश्तेदार हैं।
    आज गिरफ्तार किए गए चारों लोग आसनसोल उत्तर थाना क्षेत्र के रेलपार इलाके के रहने वाले हैं। पुलिस को पता चला है कि हत्या की सुपारी 5 लाख रुपये में ली गई थी। गिरफ्तार लोगों को आज आसनसोल कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए चारों लोगों के नाम एमडी सुल्तान आलम, एमडी आदिल, एमडी एहसान, एमडी फैजल सा हैं। इसके पहले तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

  • আসানসোল নর্থ পয়েন্ট স্কুলে শিক্ষক দিবস উদযাপন….………… আসানসোল, ৬ সেপ্টেম্বরঃ

    আসানসোল নর্থ পয়েন্ট স্কুলে শিক্ষক দিবস উদযাপন….………… আসানসোল, ৬ সেপ্টেম্বরঃ

    পাবলিক নিউজ ডেস্ক আসানসোল:– আসানসোলের ১৯ নং জাতীয় সড়কের জামুড়িয়ার চাঁদায় আসানসোল নর্থ পয়েন্ট স্কুলে শিক্ষকদের অমূল্য অবদানকে সম্মান দিতে এবং স্বীকৃতি জানাতে শনিবার শিক্ষক দিবস উপলক্ষে একটি জাঁকজমকপূর্ণ অনুষ্ঠানের আয়োজন করা হয়।
    এই অনুষ্ঠানে স্কুলের প্রতিষ্ঠাতা ও চেয়ারম্যান শচীন্দ্র নাথ রায় এবং সহ-প্রতিষ্ঠাতা ও পরিচালক মিতা রায় সকল শিক্ষককে স্বীকৃতি স্বরূপ বিশেষ স্মারক প্রদান করেন। তারা বলেন, এই পদক্ষেপ শিক্ষকদের নিষ্ঠা এবং শিক্ষার্থীদের লালন-পালনে নিরলস প্রচেষ্টার প্রতি স্কুল কর্তৃপক্ষের ছোট্ট একটা কৃতজ্ঞতা মাত্র।

    এই উপলক্ষে, স্কুলের অধ্যক্ষ রাজীব সাউ, চমৎকার শিক্ষাগত ফলাফল অর্জনে তাদের অঙ্গীকার এবং অবদানের জন্য সমস্ত শিক্ষকদের আন্তরিক অভিনন্দন জানান। তিনি কেবল শিক্ষাক্ষেত্রেই নয়, শিক্ষার্থীদের চরিত্র ও ভবিষ্যত গঠনেও তাদের ভূমিকা তুলে ধরেন।

  • আসানসোল ও হাওড়ায় “অপারেশন নানহে ফরিস্তে”/ পাঁচ নাবালককে উদ্ধার আরপিএফের……….. আসানসোল, ৬ সেপ্টেম্বরঃ

    আসানসোল ও হাওড়ায় “অপারেশন নানহে ফরিস্তে”/ পাঁচ নাবালককে উদ্ধার আরপিএফের……….. আসানসোল, ৬ সেপ্টেম্বরঃ

    আসানসোল পাবলিক নিউজ ডেস্ক পূর্ব:– রেল “অপারেশন নানহে ফারিস্তে”-এর মাধ্যমে যাত্রীদের নিরাপত্তা এবং শিশু সুরক্ষা নিশ্চিত করার জন্য প্রতিনিয়ত চেষ্টা চালিয়ে যাচ্ছে। যা রেল স্টেশন এবং ট্রেনে শিশুদের সুরক্ষার লক্ষ্যে একটি বিশেষ উদ্যোগ।
    শুক্রবার পূর্ব রেলের হাওড়া এবং আসানসোল ডিভিশনের আরপিএফের অফিসারেরা হাওড়া, মধুপুর ও দুমকা রেল স্টেশন থেকে পাঁচ নাবালককে উদ্ধার করেন। তাদের মধ্যে দুজন ভুল করে ভুল ট্রেনে উঠে পড়েছিলো। অন্য তিনজন তাদের বাবার বকুনি খাওয়ার পরে বাড়ি থেকে পালিয়ে গেছিল।
    উদ্ধার করার পরে পাঁচ নাবালককে যথাযথ আইনি মতে পরবর্তী ব্যবস্থা এবং পুনর্বাসনের জন্য চাইল্ডলাইনের প্রতিনিধিদের হাতে তুলে দেওয়া হয়েছে।

  • ডিসেরগড়ে দামোদর নদীতে ট্র্যাজেডি: দুই বালক তলিয়ে গেল, উদ্ধার তৎপরতা অব্যাহত,পশ্চিম বর্ধমানের ডিসেরগড় মাজার সংলগ্ন

    ডিসেরগড়ে দামোদর নদীতে ট্র্যাজেডি: দুই বালক তলিয়ে গেল, উদ্ধার তৎপরতা অব্যাহত,পশ্চিম বর্ধমানের ডিসেরগড় মাজার সংলগ্ন

    পাবলিক নিউজ ডেস্ক আসানসোল :– দামোদর নদীতে স্নান করতে গিয়ে দুই বালক তলিয়ে গেছে। তীব্র জলপ্রবাহের কবলে পড়ে এই দুর্ঘটনা ঘটে। কুলটি থানার পুলিশ ও উদ্ধারকারী দল ঘটনাস্থলে পৌঁছে তল্লাশি শুরু করেছে।শনিবার দুপুরে আসানসোল থেকে সাতজন বন্ধু ডিসেরগড় মাজারে বেড়াতে যায়। মাজার ঘুরে তারা দামোদর নদীতে স্নানের জন্য নামে। সাম্প্রতিক বৃষ্টিপাতে নদীর জলস্তর বেড়ে যাওয়ায় দুই বালক হঠাৎ তলিয়ে যায়। বন্ধুদের চিৎকারে স্থানীয়রা ছুটে আসে এবং পুলিশকে খবর দেয়। কুলটি থানার পুলিশ তৎক্ষণাৎ উদ্ধারকারী দল নিয়ে ঘটনাস্থলে পৌঁছায়।


    তলিয়ে যাওয়া বালকদের পরিচয় এখনও প্রকাশ করা হয়নি, তবে তারা আসানসোলের বাসিন্দা বলে জানা গেছে। কুলটি থানার ওসি জানান, “জলের প্রবল স্রোত ও গভীরতার কারণে উদ্ধার কাজ কঠিন হয়ে পড়েছে। তবু আমরা পূর্ণ চেষ্টা চালাচ্ছি।” পরিবারগুলো ঘটনাস্থলে উপস্থিত রয়েছে। স্থানীয়রা জানান, বর্ষাকালে দামোদর নদীতে জলের প্রবাহ বাড়লে এমন দুর্ঘটনার আশঙ্কা থাকে। বিশেষজ্ঞরা নদীর তীরে সতর্কতা চিহ্ন ও নিরাপত্তা ব্যবস্থা জোরদারের পরামর্শ দিয়েছেন। দামোদর ভ্যালি কর্পোরেশনের বাঁধ থাকলেও, স্থানীয় স্তরে সচেতনতার ঘাটতি রয়েছে। উদ্ধার অভিযান চলমান, তবে এখনও বালকদের দেহ উদ্ধার করা যায়নি। এই ঘটনায় এলাকায় শোকের ছায়া নেমেছে।

  • ডিসেরগড় ব্রিজের রক্তাক্ত রাত, ড্রাইভারের মাথা ফাটানোর অভিযোগে বিক্ষোভ, কিন্তু দোষী কে—স্থানীয় গুন্ডা না পুলিশের ‘কালেকশন’ হাত?

    ডিসেরগড় ব্রিজের রক্তাক্ত রাত, ড্রাইভারের মাথা ফাটানোর অভিযোগে বিক্ষোভ, কিন্তু দোষী কে—স্থানীয় গুন্ডা না পুলিশের ‘কালেকশন’ হাত?

    পাবলিক নিউজ ডেস্ক আসানসোল :– আসানসোল থেকে পুরুলিয়া যাওয়ার পথে ডিসেরগড় ব্রিজ—এই নামটাই এখন রক্তের দাগে রাঙা হয়েছে।গতকাল রাত্রে এক বাহন চালকের মাথা ফাটিয়ে দেওয়ার ভয়াবহ ঘটনা শুধু একটা আক্রমণ নয়, বরং পশ্চিমবঙ্গের সড়কপথের অরাজকতার এক চিহ্ন হয়ে দাঁড়িয়েছে। অভিযোগ, চালককে টাকা দাবি করা হয়, টাকা না দেওয়ায় তাকে মারধর করে মাথা ফাটিয়ে দেওয়া হয়েছে। ভিডিও ভাইরাল হয়েছে, যাতে আঘাতের মুহূর্ত স্পষ্ট—কিন্তু এর পিছনে কার হাত? স্থানীয় গুন্ডা, সিভিক ভলান্টিয়ার নাকি পুলিশেরই কোনো ‘অদৃশ্য’ দল? প্রশ্নগুলো উঠছে, কিন্তু উত্তর? অদৃশ্যই থেকে যাচ্ছে, যেন এই অঞ্চলের সড়কগুলো ‘ফ্রি ফর অল’—সবাই লুট করতে পারে, কিন্তু ন্যায়বিচার?সেটা তো দূরের কথা!
    ঘটনার পর আজ ভোর ছয়টায় পুরুলিয়া জেলার ড্রাইভার সংগঠনের সদস্যরা ঝাঁপিয়ে পড়েছে। ডিসেরগড় ব্রিজে পথ অবরোধ,বিক্ষোভ যেন এই অবরোধ গুলো এখন রুটিন হয়ে গেছে। দুপুর বারোটা পর্যন্ত চললো এই ‘জন-আন্দোলন’, পুলিশের আশ্বাস পেয়ে তবেই তুলে নেওয়া হয়েছে বিক্ষোভ। কুলটি থানার সাকতোড়িয়া ফাঁড়ির পুলিশ ঘটনাস্থলে পৌঁছেছে, কিন্তু কী করল?শুধু আশ্বাস?আসল দোষী ধরা পড়লো? না, সংগঠনই বলছে, ‘জড়িত কে—স্থানীয় কেউ না সিভিক ভলান্টিয়ার—সেটা স্পষ্ট নয়।’ অর্থাৎ, তদন্ত? সেটা তো শুরুই হয়নি, বা হয়তো হয়েছে কিন্তু ‘ঢেকেও’ রাখা হয়েছে। এই অঞ্চলে তো পুলিশের ‘কালেকশন’ কারুর অজানা নয়—গাড়ি থেকে টাকা আদায়, চালানের নামে লুটরাজ। স্থানীয়রা বলছেন, “পুলিশ বা সিভিক জড়িত নয়—তা জোর করে বলা যায় না।” কেন যায় না? কারণ প্রমাণ তো সবাই লুকিয়ে রাখে,যেন এই সড়কপথ গুলো ‘নো ম্যানস ল্যান্ড’!
    ভাইরাল ভিডিও দেখলে মনে হয়, এটা শুধু একটা আক্রমণ নয়, বরং সিস্টেমের ব্যর্থতার প্রতীক। কিন্তু স্থানীয়রা দাবি তুলেছেন সিসিটিভি ফুটেজ দেখলে সত্য উদঘাটিত হবে। ডিসেরগড় ব্রিজে সিসিটিভি আছে কি? তাহলে কাছাকাছি রাস্তায় কোথাও না কোথাও তো আছে—সেই ফুটেজ থেকে পুলিশ ছিল কি না, সেটা তো স্পষ্ট হবে। কিন্তু হবে কি? পুলিশ তো নিজেরাই তদন্ত করবে, আর ফুটেজ? হয়তো ‘হারিয়ে’ যাবে,যেমন অনেক ঘটনায় হয়।

    এই অঞ্চলে তো ব্রিজগুলোই অস্থির আগে অ্যাক্সিডেন্ট, এখন আক্রমণ। ড্রাইভাররা বলছেন, “আমরা তো প্রতিদিন এই ভয়ে চালাই।” প্রশ্ন উঠছে এই ‘টাকা চাওয়া’র পিছনে কি বড় কোনো চক্রান্ত? স্থানীয় রাজনীতির হাত আছে কি? পুলিশের ‘অফিসিয়াল’ কালেকশনের সাথে এর যোগাযোগ কতটা? আর সিভিক ভলান্টিয়াররা তারা তো ‘ভলান্টিয়ার’, কিন্তু লুটের অংশীদার কি না?এই ঘটনা শুধু একটা চালকের আঘাত নয়, বরং পুরো সড়ক ব্যবস্থার কটাক্ষ। সরকার তো বলে ‘সেফ রোডস’, কিন্তু এখানে তো ‘সেফ’ মানে লুটের নিরাপত্তা! তদন্ত কবে শুরু হবে? আসল দোষীরা ধরা পড়বে কি? সিসিটিভি দেখানো হবে কি? প্রশ্নগুলো বাড়ছে, কিন্তু উত্তর? হয়তো কখনো না। এই অঞ্চলের মানুষ তো অভ্যস্ত—বিক্ষোভ করে, অবরোধ করে, তারপর ভুলে যায়। কিন্তু এবার? হয়তো এই ভাইরাল ভিডিওই চাপ সৃষ্টি করবে। নাকি আবারও ‘আশ্বাস’ দিয়ে শেষ? দেখা যাক, এই রক্তাক্ত ব্রিজের সত্য কতদিন লুকিয়ে থাকতে পারে।

  • আসানসোলের ১৩ কেন্দ্রে প্রথম দিনের পরীক্ষা নির্বিঘ্নে / বিজেপি শাসিত রাজ্য থেকে বাংলায় এসএসসি দিতে চাকরিপ্রার্থীরা………… আসানসোল,৭ সেপ্টেম্বরঃ

    আসানসোলের ১৩ কেন্দ্রে প্রথম দিনের পরীক্ষা নির্বিঘ্নে / বিজেপি শাসিত রাজ্য থেকে বাংলায় এসএসসি দিতে চাকরিপ্রার্থীরা………… আসানসোল,৭ সেপ্টেম্বরঃ

    পাবলিক নিউজ ডেস্ক আসানসোল :- সুপ্রিম কোর্টের নির্দেশ মতো রবিবার গোটা বাংলার পাশাপাশি পশ্চিম বর্ধমান জেলার আসানসোলে প্রথম দিনের এসএসসি পরীক্ষা নির্বিঘ্নে শেষ হলো। এদিন আসানসোলের ১৩ টি কেন্দ্রে ৮ হাজার ১৯৭ জন পরীক্ষা দিয়েছেন। এদিন ছিলো নবম ও দশম শ্রেণির নিয়োগ পরীক্ষা।
    এদিন অনেকে পরীক্ষার্থী ছিলেন যারা নতুন পরীক্ষা দিচ্ছেন। অনেকেই রয়েছেন, যারা সুপ্রিম কোর্টের নির্দেশ চাকরি হারিয়ে আবার এদিন পরীক্ষা দিচ্ছেন।
    এদিন দেখা গেলো, বিহার, উত্তরপ্রদেশের মতো বিজেপিশাসিত রাজ্য থেকে বাংলায় এসএসসি বা স্কুল সার্ভিস কমিশনের চাকরির নিয়োগ পরীক্ষা দিতে চাকরিপ্রার্থীরা এসেছেন।
    স্বাভাবিকভাবে যা নিয়ে রাজনৈতিক মহলে শুরু হয়েছে চাপানওতোর।
    রবিবার সকাল থেকে আসানসোলের একাধিক পরীক্ষাকেন্দ্রে বাংলার বিভিন্ন জেলা থেকে চাকরিপ্রার্থীরা ভিড় জমান। সেখানেই দেখা মিললো ভিনরাজ্যের বাসিন্দা চাকরিপ্রার্থীদেরও। এদের কেউ এসেছেন উত্তরপ্রদেশের গান্ধীনগর বা আবার কেউ এসেছেন প্রয়াগরাজ থেকে। আবার কেউ ঝাড়খণ্ডের দেওঘর থেকে আসানসোলে পরীক্ষা দিতে এসেছেন। এক মহিলা চাকরি প্রার্থীকে দেখা গেলো তার ৮ মাসের সন্তানকে নিয়ে পরীক্ষাকেন্দ্রে আসতে। সবারই লক্ষ্য সরকারি চাকরি পাওয়া। বিজেপি শাসিত রাজ্য থেকে আসা চাকরিপ্রার্থীদের কথায় , তাদের রাজ্যে চাকরি এখনো মেলেনি। বাংলার মমতা বন্দ্যোপাধ্যায়ের সরকারের উপর আস্থা রয়েছে তাদের। তাই এখানে পরীক্ষা দিতে আসা। ‘স্বচ্ছ’ নিয়োগ এখানে হবে। তাই চাকরি পেতে তাদের কোন সমস্যা হবে না বলেই আশা করেন তার।
    উত্তরপ্রদেশ থেকে আসা এক চাকরিপ্রার্থী বলেন, আমি প্রথম বার বাংলায় চাকরির পরীক্ষা দিতে আসা। তাও আবার এসএসসির মতো পরীক্ষা দিতে । তার বিষয় হিন্দি। ওখানেও পরীক্ষা দেওয়ার প্রস্তুতি নিচ্ছ। তার মধ্যে এখানে পরীক্ষা দিতে এসেছি। যেখানে সুযোগ পাবো, সেখানেই চাকরি করবো।
    সন্দীপকুমার যাদব নামে উত্তরপ্রদেশের বাসিন্দা আরো এক চাকরিপ্রার্থীর কথায়, আমাদের রাজ্যের চাকরির অবস্থা খুব খারাপ। কোন পরীক্ষাই বলতে গেলে হয় না। তাই চাকরি নেই। সেজন্যই তো বাংলায় এসেছি পরীক্ষা দিতে। ওখানে পেলে কি আর এখানে আসতাম? যোগীরাজ্যের বাসিন্দা আরো এক যুবক বলে বলেন, ২০২২ সালে টিজিটি বা ট্রেনড গ্র্যাজুয়েট টিচার পরীক্ষার আবেদন করেছিলাম। এখনও চাকরি পাইনি। উত্তরপ্রদেশে কোন চাকরি নেই। বাংলার সরকারের উপর ভরসা আছে। তাই এখানে এসএসসি পরীক্ষা দিতে এসেছি। সন্তানকোলে বাংলায় পরীক্ষা দিতে আসা পূজা দেবীর বাংলার সরকারের উপর ভরসা রয়েছে। পরীক্ষা ঠিকমতো দিলে, চাকরি পাবেন বলেই আশা তার।
    এদিন বিকেলে, আসানসোলের মহকুমাশাসক (সদর) বিশ্বজিৎ ভট্টাচার্য বলেন, আসানসোলের ১৩ টি কেন্দ্রেই এদিন নির্বিঘ্নে পরীক্ষা শেষ হয়েছে। কোথাও কোন সমস্যা হয়নি।
    জানা গেছে, আগামী ১৪ সেপ্টেম্বর রবিবার একাদশ ও দ্বাদশ শ্রেণি নিয়োগ পরীক্ষা হবে আসানসোলের ৬ টি কেন্দ্রে। পরীক্ষার্থীর সংখ্যা ৪ হাজার ৮৪৯ জন।


    প্রসঙ্গত, সম্প্রতি ভিনরাজ্যে বাঙালি পরিযায়ী শ্রমিক হেনস্তা ইস্যুতে দেশ জুড়ে শোরগোল পড়েছে। বিশেষ করে বিজেপি শাসিত সব রাজ্যেই এই ঘটনা ঘটেছে। ঐসব বাঙালি শ্রমিকদের অনুপ্রবেশকারী সন্দেহ বাংলাদেশে পুশ ব্যাক করা হয়েছে। পরে, চাপে পড়ে অনেককে আবার ফিরিয়ে আনতে হয়েছে। এইসব ঘটনার পরিপ্রেক্ষিতে গেরুয়া শিবিরের দাবি,ছিলো , বাংলায় কর্মসংস্থান নেই। তাই পেটের দায়ে ভিনরাজ্যে বাংলার শ্রমিকদের যেতে হচ্ছে। অথচ এদিনের এসএসসির পরীক্ষা দিতে আসা ভিনরাজ্যের পরীক্ষার্থীদের কথা অন্য তথ্য তুলে ধরছে বলেই দাবি বিভিন্ন মহলের। এই প্রসঙ্গে, এদিন নিজের সোশাল মিডিয়া প্ল্যাটফর্ম এক্স হ্যান্ডেলে বিরোধীদল বিশেষ করে বিজেপির উদ্দেশ্যে তৃণমূলের অন্যতম রাজ্য সাধারণ সম্পাদক তথা মুখপাত্র কুণাল ঘোষ পোস্ট করে বলেন, বাংলায় এসএসসির পরীক্ষা দিতে এদিন যোগীরাজ্য সহ ভিন রাজ্য থেকে ছেলেমেয়েরা এসেছেন। তারা ডবল ইঞ্জিন সরকার চলা রাজ্যের চাকরিপ্রার্থীরা। তাদের মধ্যে অনেকে বলছেন সেখানে চাকরি নেই। ঠিকমত পরীক্ষা হয় না। বারবার পরীক্ষা স্থগিত হয়েছে। ইত্যাদি। তারা এখানে পরীক্ষা দিতে এসেছেন। কিছু বুঝলেন? প্রসঙ্গত, এখানে কেউ বলেনি বাংলার চাকরির পরীক্ষা শুধু বঙ্গবাসী দিতে পারবে। কেউ হয়রান করেনি। অপমান করেনি। বাধা দেয়নি। কিছু বুঝলেন? জয় বাংলা।
    এর পাল্টা গেরুয়া শিবিরের তরফে বলা হয়েছে, আগে তো নিয়োগ হোক। তখন দেখা যাবে।