পাবলিক নিউজঃ আসানসোল :– সতীশ ঝাঁ ইস্টার্ন কোলফিল্ডস লিমিটেড বা ইসিএলের নতুন সিএমডি বা চেয়ারম্যান কাম ম্যানেজিং ডিরেক্টর হলেন। মন্ত্রিসভার নিয়োগ কমিটি (এসিসি) ইসিএলের সিএমডি পদে সতীশ ঝাঁকে নিয়োগের অনুমোদন দিয়ে একটি আদেশ জারি করেছে। শ্রী ঝাঁ আগামী ২০২৭ সালের ৩০ নভেম্বর পর্যন্ত ইসিএলের সিএমডি পদে থাকবেন। সতীশ ঝাঁ বর্তমানে সেন্ট্রাল মাইন প্ল্যানিং অ্যান্ড ডিজাইন ইনস্টিটিউট লিমিটেড ( সিএমপিডিআইএল)-এ ডিরেক্টর টেকনিক্যাল পদে ছিলেন। চলতি বছরের ৩০ জুলাই পাবলিক এন্টারপ্রাইজ সিলেকশন বোর্ড (পিইএসবি) ইসিএলের সিএমডি পদে তার নাম সুপারিশ করেছিল। উল্লেখ্য, বিসিসিএলের সিএমডি সমীরণ দত্ত প্রায় এক বছর ধরে ইসিএল সিএমডি পদের অতিরিক্ত দায়িত্ব পালন করছিলেন। শ্রী দত্তকে ২০২৩ সালের ২৮ ডিসেম্বর ইসিএলের সিএমডি পদের অতিরিক্ত দায়িত্ব দেওয়া হয়েছিল। ইসিএল সিএমডি হওয়ার পরে, সতীশ ঝাঁকে সিএমএস সচিব রমেশ সিং, এইচএমএস নেতা রাকেশ কুমার, এসবিএফসিআই সাধারণ সম্পাদক জগদীশ বাগরি, আসানসোল চেম্বার অফ কমার্স সেক্রেটারি শম্ভুনাথ ঝা, কোলফিল্ড টিম্বার এবং শ’ মিল মালিক সংগঠনের সভাপতি সঞ্জয় তেওয়ারি অভিনন্দন জানিয়েছেন।
পাবলিক নিউজঃ আসানসোল, :– মেডিকেল সার্টিফিকেট দিতে ৪০০ টাকা ঘুষ নেওয়ার অপরাধ। সেই অপরাধে আসানসোলের কাল্লার ইসিএলের সেন্ট্রাল হাসপাতালের ডাক্তার সুনীল সিং আসানসোল সিবিআই বিশেষ আদালতে ঘুষের মামলায় দোষী সাব্যস্ত হলেন । মঙ্গলবার সিবিআই আদালতের বিচারক রাজেশ চক্রবর্তী দোষী চিকিৎসকের শাস্তি ঘোষণা করেন। প্রায় ১৫ বছর ধরে চলা এই মামলায় দোষী সাব্যস্ত ডাক্তারকে ৪ বছরের সশ্রম কারাদণ্ড ও ৩০ হাজার টাকা জরিমানা দেওয়ার নির্দেশ দেন বিচারক। সেই জরিমানা অনাদায়ে তাকে আরো তিন মাসের কারাদণ্ড ভোগ করতে হবে। সিবিআই আদালত সূত্র জানা গেছে , ২০০৯ সালে ডাক্তার সুনীল সিংয়ের বিরুদ্ধে মেডিকেল সার্টিফিকেট দেওয়ার নামে ৪০০ টাকা ঘুষ নেওয়ার অভিযোগ পাওয়া যায়। আদালত সূত্রে আরো জানা গেছে , ২০০৯ সালে জনৈক দুধনাথ যাদব মেডিকেল সার্টিফিকেট নিতে আসানসোলের কাল্লাতে ইসিএলের সেন্ট্রাল হাসপাতালে গেছিলেন। মেডিকেল সার্টিফিকেট দেওয়ার জন্য দুধনাথের কাছে ৫০০ টাকা ঘুষ চেয়েছিলেন অভিযুক্ত চিকিৎসক ডাঃ সুনীল সিং। ৫০০ টাকার বদলে ৪০০ টাকা দেওয়ার রফা হয়। গোটা বিষয়টি দুধনাথ সিবিআইকে জানান। পরে সিবিআইয়ের আধিকারিকরা একটি ফাঁদ পেতে দুধনাথ যাদবের কাছ থেকে ৪০০ টাকা ঘুষ নেওয়ার সময় ডাক্তারকে হাতেনাতে ধরে ফেলেন। ধৃত চিকিৎসকের বিরুদ্ধে মামলা হয়। ২০০৯ সাল থেকে এই মামলা সিবিআই আদালতে চলছিল। মঙ্গলবার সেই মামলায় সাজা ঘোষণা করেন বিচারক রাজেশ চক্রবর্তী। সিবিআইয়ের পক্ষে আইনজীবী বা পিপি হিসেবে ছিলেন রাকেশ কুমার।
पब्लिक न्यूज रानीगंज :– ईसीएल के सातग्राम श्रीपुर एरिया अंतर्गत सातग्राम फाटक स्थित सेंट्रल डिपो से ट्रक से कोयला चोरी के मामले को 14 दिन बीत चुके हैं। परंतु अभी तक पुलिसिया जांच में कुछ खास प्रगति नहीं हुई है। मामले को दबाने के लिए अभी भी “किंग पिन” जी तोड़ कोशिश में लगे हैं। मामले का कथित मुख्य आरोपी कालीचरण अभी भी पुलिस की गिरफ्त के बाहर है या ऐसा कहा जा उसे जानबूझकर गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। क्यों कि इस कोयला चोरी के मामले में सूत्रों के अनुसार बड़े स्तर के के सफेदपोश शामिल हैं। इन लोगों की पहुंच उपर तक है इसलिए ये लोग पहुंच एवं पैसे के जोर पर जांच पर ब्रेक लगा रहे हैं एवं मामले को दबाने एवं कथित मुख्य आरोपी कालीचरण की अग्रिम जमानत की जी तोड़ कोशिश कर रहे हैं। इसी बीच जामुडिया थाना पुलिस इस मामले की सीसीटीवी फुटेज एवं अन्य सबूत ईसीएल के सातग्राम श्रीपुर एरिया के सुरक्षा अधिकारी से लेकर जांच को कछुवे की चाल के साथ आगे बढ़ा रही है। वहीं सूत्रों के अनुसार यह बात पता चला है कि 30 नवंबर की रात सातग्राम फाटक के सेंट्रल कोयला डिपो से कोयला चोरी से पहले कथित मुख्य आरोपी कालीचरण को कांटा घर में कांटा बाबू राजकुमार के साथ बैठ कर बातचीत करते हुए देखा गया था जिसके बाद ही यह कोयला चोरी की घटना हुई। इसके अलावे एक ऑडियो क्लिप भी सुनने को मिला है जिसमें कालीचरण को सिक्युरिटी से बात करते हुए सुना जा रहा है जिसमें कालीचरण कह रहा है कि राजू के आदेश पर एक डंपर लोड कर निकालना है जिसे एक अन्य सिक्योरिटी को कहने के लिए कहा जा रहा है। जिसके बाद सिक्योरिटी गार्ड पूछता है कि डंपर को कांटा करके निकालना है तो कालीचरण कहता है कि नहीं बिना कांटा किए निकालना है। जिसके बाद बात करने वाला सिक्योरिटी आने के बाद बात करने को कहता है। इस ऑडियो क्लिप में राजू का नाम लिया गया है। सूत्रों के अनुसार यह वही जेके नगर का कोयला व्यवसाई राजू है जिसके लिए कालीचरण काम करता है। मालूम हो कि बीते 30 नवंबर की देर रात ईसीएल के सातग्राम श्रीपुर एरिया स्थित सातग्राम स्थित सेंट्रल डिपो से कोयला चोरी हुई थी जिसमें कालीचरण आरोपी है। जिसे पुलिस तलाश कर रही है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि ईसीएल के श्रीपुर सातग्राम एरिया के सेंट्रल डिपो से लंबे समय से कोयला चोरी चल रही है। जिसमें सातग्राम श्रीपुर एरिया के उच्च अधिकारी, सेंट्रल डिपो में कार्यरत कांटा बाबू, लोडिंग बाबू, सिक्योरिटी गार्ड्स, पे लोडर का ड्राइवर, कई छोटे बड़े नेता, जामुड़िया थाना एवं श्रीपुर फांड़ी की पुलिस की मिलीभगत की आशंका है। जबकि ईसीएल प्रबंधन ने कालीचरण को मुख्य आरोपी बनाया है एवं वहां मौजूद कुल आठ लोगों इनमें ईसीएल के सुरक्षा अधिकारी, कांटा बाबू, लोडिंग बाबू, पेलोडर का मालिक एवं ड्राइवर का नाम देकर उन्हें शक के दायरे में रखा है। वहीं सूत्रों से पता चला है कि “सातग्राम श्रीपुर एरिया के उच्च अधिकारी की कोयला माफियाओं के साथ उठक बैठक है।” बीते रविवार को रानीगंज में शादी समारोह में कोयला माफिया के साथ देखा गया था। यह वही कोयला माफिया है जिसके लिए कालीचरण काम करता है। जिससे यह आशंका का और बढ़ जाती है कि सातग्राम श्रीपुर एरिया के लोग सेंट्रल डिपो के कोयला चोरी में शामिल हो सकते हैं ? इस मामले में भाजपा विधायक अग्निमित्रा पाल ने पहले ही कहा है कि सातग्राम श्रीपुर एरिया के केंद्रीय डिपो से ईसीएल के सुरक्षा गार्ड रहने के बावजूद कोयला चोरी कैसे होता है ? उनका कहना है कि एक पंचायत का सदस्य उन्हें धमकी देकर ट्रक में कोयला लोड कर लेकर चला जाता है। उन्होंने ईसीएल की सिक्योरिटी की भूमिका पर सवाल उठाया है। उन्होंने कोयला चोरी में शामिल सुरक्षा गार्ड एवं अधिकारीयों बर्खास्त करने की मांग की है साथ ही उन्होंने तृणमूल नेताओं पर भी मिलीभगत कर चोरी का आरोप लगाया है।
पब्लिक न्यूज़ मंथन पसवान अंडाल :- ई सी एल के काजोरा क्षेत्र अंतर्गत खास काजोरा कोलियरी एजेंट कार्यालय के समक्ष कोलियरी कर्मी ने आश्रित के नौकरी देने की मांग को लेकर भूख हड़ताल शुरु किया,इस संबंध में ज्ञात होगी की ड्यूटी के दौरान वर्ष 2016 में ई सी एल कर्मी भीमलाल महतो 55 का एसडीएल ऑपरेटर का खदान के अंदर काम करने के दौरान रूफ बोल्ट से एक आंख में चोट लगी थी जिसके कारण एक आंख नष्ट हो गया एवं दूसरा आंख 85 परसेंट खराब हो चुका था प्रबंधन द्वारा उनका इलाज कराया गया जिसके कारण उन्हें विभिन्न अस्पतालों का चक्कर काटना पड़ा बाद में प्रबंधन हर महिना मेंटेनेंस खर्च देना शुरु किया,इधर कुछ महिनों से वह मेंटेनेंस खर्च भी देना बंद कर दिया।
मेडिकल टीम ने उन्हें ड्यूटी के लिए अनफिट कर दिया था इसके बाद प्रबंधन के द्वारा उनके आश्रित को नौकरी नहीं दिया गया उनका कहना है कि प्रबंधन कार्यालय का चक्कर काटते काटते थक गए फिर भी प्रबंधन ने हमारी एक न सुनी उसके बाद मैं हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया हाई कोर्ट में सुनवाई होने के बाद हाई कोर्ट के द्वारा ई सी एल प्रबंधन को श्रमिक के आश्रित को नौकरी देने की बात कही गई उसके बाद भी प्रबंधन ने हमारे परिवार के किसी सदस्यों को नौकरी नहीं दी आज बाध्य होकर अंश का रास्ता अपनाना पड़ा।
पब्लिक न्यूज़ आसनसोल:– केंद्र सरकार पर जन विरोधी नीतियों को लागू करने और निजीकरण करने का आरोप लगाते हुए आज सभी केंद्रीय ट्रेड यूनियन और किसान मोर्चा की तरफ से विरोध प्रदर्शन किया गया यहां पर इंटक सीएमएस सीटु सहित तमाम केंद्रीय ट्रेड यूनियन के नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे इनका कहना है कि जिस तरह से केंद्र सरकार निजीकरण कर रही है उस देश आर्थिक रूप से कमजोर हो जाएगा उन्होंने कहा कि कोयला खदान हो या जीवन बीमा निगम या बैंक हर जगह पर निजीकरण की कोशिश की जा रही है इसे रोकने की आवश्यकता है इनका कहना है कि बैंक और कोयला खदान का राष्ट्रीयकरण किया गया था लेकिन आज केंद्र की भाजपा सरकार उसे फिर से निजी हाथों में देना चाहती है जिससे कुछ पूंजी पतियों को तो लाभ मिलेगा लेकिन जनता को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी इसी के खिलाफ आज प्रतीकात्मक रूप से विरोध प्रदर्शन किया गया और अगर केंद्र की भाजपा सरकार अपने निजीकरण की नीति से नहीं हटती तो आने वाले समय में सभी केंद्रीय ट्रेड यूनियन द्वारा बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा।
पब्लिक न्यूज मंथन पसवान पांडवेश्श्वर–: सोनपुर बजारी ओसीपी पैंच का काम काज रोककर गांव वालों ने जताया विरोध.ईस संबंध में शेख जियाउल ने कहा गांव की जमीन बिना अधिग्रहण का ही मिट्टी काटी जा रही थी,गांव वालों को जानकारी मिला तो पैंच का काम रोक दिया,इसके बाद सीएमएटी के मालिक ने कथित तौर पर काम बंद कराने के लिए गांव के हीं मईजूल को फोन पर गाली-गलौज की. यह खबर फैलते ही ग्रामीणों में गुस्सा और आक्रोशित हो गये गुस्साए ग्रामीणों ने शनिवार की सुबह सोनपुर बजारी खुले खदानों में खनन कार्य बंद कर दिया, खबर पाकर गैर सरकारी संगठनों के कुछ प्रतिनिधि मौके पर आये, तनाव बढ़ने पर सीआईएसएफ के साथ पांडवेश्श्वर थाने की पुलिस भी मौके पर आ गई.सीएमएटी के प्रतिनिधि मिर्जा हिरी ने कहा कि छोटी-छोटी घटनाओं को लेकर ग्रामीणों के साथ गलतफहमी हो गयी थी. किसी ने दुर्व्यवहार नहीं किया, समस्या का समाधान हो गया है. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों से बातचीत कर काम शुरु किया जायेगा.
पब्लिक न्यूज आसनसोल 30 अक्टूबर,:– 2024 को चल रहे स्पेशल कैम्पैन 4.0 के अंतर्गत ईसीएल के सीएमडी श्री समीरन दत्ता ने ईसीएल के सतग्राम-श्रीपुर क्षेत्र में निदेशक (वित्त/कार्मिक) मो. अंज़र आलम और निदेशक (तकनीकी) श्री नीलाद्री रॉय की उपस्थिति में वेस्ट प्लास्टिक प्रोडक्ट मशीन (WPPM) का उद्घाटन किया।
कार्यक्रम के दौरान, सीएमडी ने निदेशकों के साथ-साथ क्षेत्र महाप्रबंधक और यूनियन प्रतिनिधियों सहित पूरी सतग्राम-श्रीपुर क्षेत्र टीम को स्वच्छता ही सेवा की थीम पर वेस्ट तो वेल्थ पहल में उनके अनुकरणीय प्रयासों के लिए हार्दिक बधाई दी।
इस अग्रणी परियोजना का उद्देश्य प्लास्टिक कचरे को मूल्यवान संसाधनों विशेष रूप से पेवर ब्लॉक और प्लास्टिक ईंटों में परिवर्तित करना है, जिससे पर्यावरणीय स्थिरता और संसाधन प्रबंधन में महत्वपूर्ण योगदान दिया जा सके।
पब्लिक न्यूज आसनसोल:– ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड द्वारा आयोजित और खान सुरक्षा महानिदेशालय (DGMS) के तत्वावधान में सीतारामपुर में खान बचाव स्टेशन पर आयोजित क्षेत्रीय खान बचाव प्रतियोगिता 2024, 22 और 23 अक्टूबर, 2024 को हुई। इस प्रतिष्ठित आयोजन में 11 टीमों ने भाग लिया, जिनमें से प्रत्येक में एक कप्तान और छह सदस्य शामिल थे, जो ईसीएल के भीतर विभिन्न क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते थे। कुल 501 बचाव-प्रशिक्षित कर्मियों के साथ, जो विशेष रूप से विभिन्न खतरनाक परिस्थितियों में भूमिगत कोयला खदानों में बचाव और पुनर्प्राप्ति कार्यों के लिए तैयार हैं, प्रतियोगिता ने 77 प्रतिभागियों के कौशल का प्रदर्शन किया, जिनमें दो अग्रणी महिला बचाव-प्रशिक्षित कर्मचारी शामिल थीं – जो उन्हें ईसीएल के इतिहास में अपनी तरह की पहली बनाती हैं। प्रतियोगिता में छह अलग-अलग कार्यक्रम शामिल थे: मार्च पास्ट, थ्योरी टेस्ट, वैधानिक परीक्षण, प्राथमिक चिकित्सा, फ्रेश एयर बेस और बचाव और पुनर्प्राप्ति, जिसने सामूहिक रूप से टीमों की समग्र स्थिति निर्धारित की। सीतारामपुर, पूर्वी क्षेत्र के उप महानिदेशक डॉ. श्याम सुंदर प्रसाद ने हाल ही में क्षेत्रीय खान बचाव प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। दो दिनों के दौरान, खान सुरक्षा महानिदेशालय (DGMS) के बारह न्यायाधीशों के एक पैनल ने मुख्य कार्यक्रमों का निर्णय लिया, जबकि सेंक्टोरिया अस्पताल, ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के दो चिकित्सा पेशेवरों ने प्राथमिक चिकित्सा प्रतियोगिता की अध्यक्षता की। इसके अतिरिक्त, मार्च पास्ट कार्यक्रम की देखरेख केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के कमांडेंट श्री सिंटू चौधरी ने की। प्रतियोगिता के मुख्य न्यायाधीश पूर्वी ज़ोन के रीजन 1 के खान सुरक्षा निदेशक श्री इरफान अहमद अंसारी थे। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष की प्रतियोगिता में एक नए कार्यक्रम, रिले रेस प्रतियोगिता की शुरुआत हुई, जो पारंपरिक कार्यक्रमों से अलग थी। कार्यक्रम के अंतिम दिन पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें ईसीएल के सीएमडी श्री समीरन दत्ता, निदेशक (वित्त/कार्मिक) मोहम्मद अंज़र आलम और निदेशक (तकनीकी) श्री नीलाद्री रॉय ने भाग लिया। इस अवसर पर खनन क्षेत्र में सुरक्षा और तैयारियों में उत्कृष्टता के लिए ईसीएल की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला गया।
सोदपुर क्षेत्र ने पहला स्थान प्राप्त किया, उसके बाद कुनुस्तोरिया क्षेत्र दूसरे, सतग्राम-श्रीपुर क्षेत्र तीसरे और कजोरा क्षेत्र चौथे स्थान पर रहा। पुरस्कार वितरण समारोह में दुर्गापुर के शैली नृत्य समूह द्वारा सांस्कृतिक प्रदर्शन किया गया। 1941 में स्थापित, सीतारामपुर में माइंस रेस्क्यू स्टेशन, बीसीसीएल के धनसार में माइंस रेस्क्यू स्टेशन के साथ-साथ कोल इंडिया लिमिटेड में पहला माइंस रेस्क्यू स्टेशन था।
इस प्रतियोगिता से शीर्ष सोलह बचाव-प्रशिक्षित प्रतिभागियों को 16 दिसंबर से 20 दिसंबर, 2024 तक होने वाली अखिल भारतीय माइंस रेस्क्यू प्रतियोगिता में ईसीएल का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना जाएगा।
पब्लिक न्यूज आसनसोल :–आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के खनन इंजीनियरिंग विभाग और एसएमई आईआईटी (आईएसएम) स्टूडेंट चैप्टर द्वारा आयोजित वार्षिक टेक्नो-माइनिंग फेस्ट “खनन ’24” के उद्घाटन सत्र के दौरान, ईसीएल के निदेशक (तकनीकी) श्री नीलाद्री रॉय ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया और एक मुख्य भाषण दिया। अपने संबोधन में, श्री रॉय ने युवा छात्रों को खनन उद्योग में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित किया, देश की ऊर्जा सुरक्षा में इस क्षेत्र के महत्वपूर्ण योगदान और देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) विकास को बढ़ाने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। इस कार्यक्रम में आईआईटी (आईएसएम) के निदेशक ने भी ऑनलाइन भाग लिया, जबकि उप निदेशक, खनन इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख, प्रो. आर.एम. भट्टाचार्य और प्रो. डॉ. अनिंद्य सिन्हा जैसे प्रतिष्ठित संकाय सदस्य मौके पर मौजूद थे। इसके अलावा, कार्यक्रम में सीएमपीडीआईएल/सीसीएल के निदेशक (तकनीकी) श्री सतीश झा, एनसीएल के निदेशक (तकनीकी) श्री जितेंद्र मलिक और एनटीपीसी माइनिंग के सीईओ श्री अनिमेष सहित कई प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।
पब्लिक न्यूज़ अमित कुमार गुप्ता आसनसोल :– रविवार को दिल्ली में कोल इंडिया के अधिकारियों के बीच हुई मैराथन बैठक में यह घोषणा की गई कि खदान श्रमिकों को पिछले साल की तरह इस साल भी 95,000 रुपये का बोनस दिया जाएगा. कोल इंडिया की विभिन्न यूनियनें एक लाख रुपये बोनस की मांग कर रही थीं, करीब तीन घंटे तक चली मैराथन बैठक में अधिकारियों ने एक लाख रुपये बोनस की मांग की, लेकिन ड्राफ्टिंग कमेटी के सदस्यों ने यूनियन की मांगों को मानने से इनकार कर दिया. . पिछले साल की तरह इस साल भी 95 हजार रुपये बोनस की घोषणा की गई. अधिकारी की घोषणा से खनिक हैरान रह गए। उन्हें उम्मीद है कि सभी खनिकों के बैंक खाते में पैसा 2022 में 85,000 रुपये से बढ़कर 2023 में 85,000 रुपये हो जाएगा।