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  • ऐतिहासिक पांच कुलिंग टावरों के ध्वस्त हो जाने से उन्हें दुख तो जरूर है लेकिन कारखाने के आधुनिकीकरण को देखते हुए उन्हें इस दुख को झेल ना होगा ताकि कारखाने का भविष्य उज्जवल हो

    ऐतिहासिक पांच कुलिंग टावरों के ध्वस्त हो जाने से उन्हें दुख तो जरूर है लेकिन कारखाने के आधुनिकीकरण को देखते हुए उन्हें इस दुख को झेल ना होगा ताकि कारखाने का भविष्य उज्जवल हो

    पब्लिक न्यूज आसनसोल:– बर्नपुर के सेल आईएसपी का आधुनिकीकरण चल रहा है इसके लिए केंद्र सरकार का इस्पात मंत्रालय एक बार फिर यहां पर निवेश करने की बात कह रहा है किसी भी आज कारखाने के अंदर एक ऐतिहासिक दृश्य देखा गया यहां पर एक साथ पांच कॉलिंग टावरों को किस तरह से एक साथ पांच कुलिंग टावरों को विस्फोट के जरिए ध्वस्त कर दिया गया। इस बारे में जब हमने सेल आईएसपी के कुछ कर्मचारियों से बात की तो उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक पांच कुलिंग टावरों के ध्वस्त हो जाने से उन्हें दुख तो जरूर है लेकिन कारखाने के आधुनिकीकरण को देखते हुए उन्हें इस दुख को झेल होगा ताकि कारखाने का भविष्य उज्जवल हो

  • दिल्ली की तरह आसनसोल रेलवे स्टेशन पर भी हो जाता बड़ा हादसा अगर यात्रियों की भीड़ को सही समय पर नही संभाल पाती रेलवे सुरक्षा बल…ट्रेन की आने की खबर सुन बेकाबू हो गई थी स्टेशन के बाहर खड़ी कुम्भ जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़…

    दिल्ली की तरह आसनसोल रेलवे स्टेशन पर भी हो जाता बड़ा हादसा अगर यात्रियों की भीड़ को सही समय पर नही संभाल पाती रेलवे सुरक्षा बल…ट्रेन की आने की खबर सुन बेकाबू हो गई थी स्टेशन के बाहर खड़ी कुम्भ जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़…

    Public newz आसनसोल रिकी बाल्मीकि:—आसनसोल, पश्चिम बंगाल आसनसोल रेलवे स्टेशन पर रविवार को दिल्ली रेलवे स्टेशन की तरह ही एक बड़ा हादसा होते -होते टल गया हम बताते चलें की रविवार को शाम करीबन सात बजकर चालीस मिनट पर आसनसोल मुंबई मेल ट्रेन खुलने वाली थी, जिस ट्रेन से कुम्भ जाने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ स्टेशन के बाहर उमड़ पड़ी थी, वहीं रेलवे द्वारा भी यात्रीयों को सुरक्षित तरीके से यात्रियों ट्रेन की बोगियों तक पहुँचाने और उसमे बैठाने की पूरी तैयारी कर ली गई थी, उसी तैयारियों के तहत यात्रियों के लिये प्लेटफार्म पर होल्डिंग एरिया नही बनाकर स्टेशन के बाहर बनवाई गई, जिससे यात्रियों को लाईन बाई लाईन प्लेटफार्म तक पहुँचाकर बोगियो मे सुरक्षित तरीके से बैठाया जा सके, पर जैसे ही प्लेटफार्म पर ट्रेन आने की सुचना स्टेशन के बाहर खड़े यात्रियों को लगी, जिसके बाद स्टेशन के बाहर रेलवे द्वारा बनाई गई होल्डिंग एरिया मे खड़े यात्री बेकाबू हो गए और स्टेशन के अंदर प्लेटफार्म पर जाने और ट्रेन मे बैठने के लिये भागने लगे इस दौरान उन्होने रेलवे सुरक्षा बलों द्वारा बनाया गया घेरा भी तोड़ दिया और धक्का -मुक्की करते हुए आगे बढ़ने लगे तस्वीरों मे यह साफ देखा जा सकता है की यात्रियों की बेकाबू भीड़ कुर्सीयों को एक दूसरे के ऊपर फेंकते हुए आगे बढ़ रही है, हालांकि इस दौरान किसी भी यात्रियों की हातहत होने की कोई खबर सामने नही आई है, पर इस घटना से यह सवाल जरूर उठ रहा है की कुम्भ जाने के लिये रेलवे द्वारा यात्रियों को सुरक्षित वेवस्था करने के बावजूद आख़िरकार इस तरह की स्थिति क्यों बन गई अगर कमी थी तो वह कमी कहाँ थी रेलवे की वेवस्था या यात्रियों की सोंच और समझ या फिर उनकी लापरवाही की क्योंकि दिल्ली रेलवे स्टेशन पर घटी घटना को लेकर रेलवे सचेत होते हुए उन तमाम रेलवे स्टेशनो की सुरक्षा वेवस्था बढ़ा चुकी थी जिन स्टेशनो से कुम्भ जाने के लिये ट्रेन खुलती है, आसनसोल मे भी कुछ उसी तरह से वेवस्था की गई थी डीआरएम चेतनानन्द सिंह ने वह फार्मूला इस्तेमाल किया था जो फार्मूला वह हर त्योहार पर स्तेमाल करते थे, पर इस बार उन्होने अपने इस फार्मूले मे थोड़ी तब्दीलियां लाते हुए प्लेटफार्म पर होल्डिंग एरिया नही बनवाकर स्टेशन के बाहर होल्डिंग एरिया बनवाया, वह इस लिये की अगर स्टेशन के बाहर यात्रियों के लिये होल्डिंग एरिया होगा तो वह यात्रियों की भीड़ को संभाल सकेंगे अगर प्लेटफार्म पर होल्डिंग एरिया होगी तो यात्रियों की भीड़ को संभाल पाना मुश्किल हो जाएगा और शायद डीआरएम चेतनानन्द सिंह का वह फार्मूला काम आया और दिल्ली रेलवे स्टेशन के तरह आसनसोल रेलवे स्टेशन पर दूसरा बड़ा हादसा होते -होते टल गया, वहीं आसनसोल रेलवे स्टेशन पर हुई इस घटना को लेकर आसनसोल रेलवे डिवीजन ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए यह कहा है की आसनसोल रेलवे स्टेशन पर जो घटना घटी वह कोई भगदड़ की घटना नही थी भीड़ अनियंत्रित हो गई थी जिस भीड़ को रेलवे सुरक्षा बल के जवान संभाल रहे थे

  • সকালে ডিআরএমের পরিদর্শন / সন্ধ্যা প্রয়াগরাজ যেতে আসানসোলে স্টেশনে মুম্বাইগামী ট্রেনে উঠতে লাগামছাড়া ভিড় / হিমশিম অবস্থা……

    সকালে ডিআরএমের পরিদর্শন / সন্ধ্যা প্রয়াগরাজ যেতে আসানসোলে স্টেশনে মুম্বাইগামী ট্রেনে উঠতে লাগামছাড়া ভিড় / হিমশিম অবস্থা……

    পাবলিক নিউজ আলোক চক্রবর্তী ও ডেস্ক রিপোর্ট আসানসোল:— প্রয়াগরাজ যাওয়ার জন্য নিউ দিল্লি স্টেশনে পদপিষ্ঠ হয়ে ১৮ জনের মৃত্যু হয়েছে শনিবার রাতে। এর ঠিক দুদিন আগে আসানসোল স্টেশনে অন্য একটি ট্রেনে প্রত্যাশার চেয়ে বেশি ভিড়ের কারণে অনেক বিশৃঙ্খলা তৈরি হয়েছিলো। কোনভাবেই নিউ দিল্লির ঘটনার পুনরাবৃত্তি না নয়, তারজন্য রবিবার সকালে পূর্ব রেলের আসানসোল ডিভিশনের ডিআরএম চেতনানন্দ সিং আসানসোল স্টেশন পরিদর্শন করেন। ট্রেন চলাচল এবং যাত্রীদের সুবিধার বিষয়ে সবকিছু খতিয়ে দেখেন। প্রয়োজনীয় নির্দেশ দেন। কিন্তু, ডিআরএমের পরিদর্শনের কয়েক ঘন্টার মধ্যেই রবিবার সন্ধ্যায় লাগামছাড়া ভিড় জমলো আসানসোল স্টেশনে। উদ্দেশ্য, প্রয়াগরাজ যেতে আসানসোল – মুম্বাই ট্রেনে চাপা। এই ট্রেনের জেনারেল বগিতে চাপার জন্য আসানসোল স্টেশনের বাইরে কয়েক হাজার যাত্রীদের মধ্যে হুড়োহুড়ি শুরু হয়ে যায়। গোটা এলাকায় ব্যাপক উত্তেজনা ছড়িয়ে পড়ে। রেলের তরফে এইসব যাত্রীদের সরাসরি ২ নং প্লাটফর্মে নিয়ে যাওয়ার জন্য পার্সেল রুমের পাশের গেট খুলে দেওয়া হয়েছিলো
    আরপিএফের পাশাপাশি রেল পুলিশ ও আধিকারিকরা ছিলেন। ভিড় সামলানোর জন্য দড়ি দিয়ে ব্যারিকেড করা হয়েছিলো। কিন্তু রেল আধিকারিকদের কাছে এই ট্রেনে চাপার জন্য যে এতো ভিড় হবে, তা আন্দাজ ছিলো না। যে কারণে রেল প্রশাসনের সেই ভিড় সামলাতে নাজেহাল ও হিমশিম অবস্থা হয়। একটা সময় দিল্লির মতো অবস্থা হবে এমন পরিস্থিতি তৈরি হয়। শেষ পর্যন্ত সন্ধ্যে সাড়ে সাতটা নাগাদ গোটা পরিস্থিতি কোন মতে সামাল দেওয়া সম্ভব হয়।


    রবিবার সকালে স্টেশন পরিদর্শনের পরে সাংবাদিকদের সাথে কথা বলার সময় ডিআরএম বলেন, দুদিন আগে আসানসোল স্টেশনে একটা ট্রেনে চাপার জন্য যে ভিড় দেখা গিয়েছিল তার পুনরাবৃত্তি না হয় তা নিশ্চিত করার জন্য সমস্ত ধরণের ব্যবস্থা করা হয়েছে। তারপর শনিবার রাতের দিল্লির ঘটনার পরে আমরা আরো সতর্ক হয়েছি।


    প্ল্যাটফর্ম চত্বরের বাইরে একটি হোল্ডিং এরিয়া তৈরি করা হচ্ছে। যাতে যাত্রী ভিড়কে এক লাইনে ট্রেনে নিয়ে আসা যায়। সেই সঙ্গে প্লাটফর্মে ভিড় কমানোর কথাও জানান তিনি। আসানসোল স্টেশনের দ্বিতীয় গেট থেকে সাধারণ বগির যাত্রীদের সরাসরি ট্রেনে তোলার ব্যবস্থা করা হয়েছে। সিদ্ধান্ত নেওয়া হয়েছে যে একবার ঘোষণা হয়ে গেলে, কোনও অবস্থাতেই ট্রেনের প্ল্যাটফর্ম পরিবর্তন করা হবে না। পাশাপাশি তিনি যাত্রীদের কিছুটা ধৈর্য ধরতেও অনুরোধ করেছেন।
    তিনি বলেন, কুম্ভগামী ট্রেনে উপচে পড়া ভিড় হচ্ছে। এবং এর প্রধান কারণ হচ্ছে মানুষ ধৈর্য্য রাখতে পারছেন না।
    সকালের ডিআরএমের সেই আশঙ্কা যে কতটা সত্যি, তা কয়েক ঘন্টার মধ্যে আসানসোল স্টেশনে প্রমাণিত হলো।