पब्लिक न्यूज़ आसनसोल अमित गुप्ता:– आसनसोल :आज कांग्रेस की तरफ से जिला शासक दफ्तर के सामने विरोध प्रदर्शन किया गया इस मौके पर यहां कांग्रेस की तरफ से प्रसेनजीत पुईतुंडी शाह आलम सहित तमाम कांग्रेस नेता उपस्थित थे इनका कहना है कि रेलवे की तरफ से कुल्टी विधानसभा क्षेत्र में आसनसोल नगर निगम के 66 और 70 नंबर वार्ड में रेलवे की परियोजना को पूरा करने के लिए लगभग 70 सालों से रह रहे लोगों को हटाने के लिए नोटिस जारी किया गया है इनका कहना है कि चुनाव से पहले एक नोटिस जारी किया गया था लेकिन उसके बाद इन लोगों को कोई नोटिस नहीं दिया गया आज अचानक रेलवे के अधिकारी आते हैं और उनसे कहते हैं कि रेलवे की जमीन खाली करनी होगी उन्होंने कहा कि इस प्रचंड ठंडी में वहां पर रहने वाले गरीब तबके के लोग कहां जाएंगे उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी का कहना है कि बिना पुनर्वास के किसी को भी अपनी जगह से हटाया नहीं जा सकता ऐसे में रेलवे द्वारा लोगों को बिना पुनर्वास दिए हटाने की बात कही जा रही है लेकिन सभी बड़े नेता खामोश है उन्होंने साफ कहा कि उस जगह पर लगभग चार ऐसे मोहल्ले हैं जहां पर 300 से ज्यादा परिवार रहते हैं ऐसे में उनको बिना पुनर्वास के रेलवे द्वारा हटा दिया जाना अमानवीय कार्य है उनका साफ कहना है कि जब तक उनको पुनर्वास नहीं दिया जाता कांग्रेस उनको वहां से हटने नहीं देगी। इनका कहना है कि अगर रेलवे प्रशासन द्वारा जबरदस्ती उनको वहां से हटाने की कोशिश की गई तो कांग्रेस और डीएम कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन करेगी।
पब्लिक न्यूज़ आसनसोल बिनु श्रीवास्तव :–पश्चिम बर्दवान जिला शासक के दफ्तर में आज जिला शासक की अगुवाई में नए वोटर लिस्ट के समीक्षा बैठक हुई यहां पर सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित थे इसके अलावा जिला शासक सहित जिला प्रशासन के सभी वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे यहां पर राजनीतिक दलों के नेताओं ने वोटर लिस्ट को लेकर अपनी कुछ शिकायत है जिला प्रशासन के समक्ष प्रस्तुत की खासकर फर्जी वोटर का मामला उठाया गया इनका कहना है कि वोटर लिस्ट में सुधार चलाया जाता है लेकिन फिर भी फर्जी वोटर रह जाते हैं जिला प्रशासन को चाहिए कि फर्जी वोटर को हटाया जाए ताकि चुनाव प्रक्रिया के निष्पक्षता को सुनिश्चित किया जा सके। इसके अलावा एक और मुद्दे पर चर्चा हुई बहुत अच्छी मृत मतदाताओं का मुद्दा जिन मतदाताओं की मौत हो चुकी है उनका नाम वोटर लिस्ट से हटाने पर सभी राजनीतिक दलों द्वारा जोर दिया गया।
पब्लिक न्यूज़ बाराबनी मनोज शर्मा:– बाराबनी ब्लाक प्रशासन और बाराबनी थाना की तरफ से आज एक संयुक्त अभियान चलाकर जामग्राम ग्राम पंचायत अंतर्गत अमूलिया इलाके में अजय नदी पर बने एक अवैध रास्ते को तोड़ दिया गया आपको बता दें कि बंगाल से झारखंड आने जाने के लिए अजय नदी पर अवैध रूप से एक अस्थाई ब्रिज का निर्माण किया गया था कहा जा रहा है कि झारखंड में रहने वाले लोग इस ब्रिज का इस्तेमाल करते थे विशेष कर बंगाल के क्षेत्र में जो अस्पताल है वहां पर इस रास्ते का इस्तेमाल करते हुए झारखंड के हजारों लोग आते थे लेकिन आज जेसीबी मशीन के जरिए इस अस्थाई ब्रिज को तोड़ दिया गया इस बारे में बाराबनी के वीडियो शिलाजीत भट्टाचार्य ने कहा कि इस तरह से नदी पर अवैध रूप से ब्रिज नहीं बनाया जा सकता नदी के गति को रोका नहीं जा सकता अगर नदी पार करनी है तो ब्रिज बनाना होगा इस तरह से घाट बनाकर लोग यातायात नहीं कर सकते इसीलिए इसे तोड़ दिया गया उन्होंने कहा कि इस तरह की शिकायत मिलने पर आगे भी इस तरह की कार्रवाई की जाएगी हालांकि जब हमने कुछ लोगों से बात की तो उनका कहना है कि इस तरह के घाट कई इलाकों में है और इससे विशेषकर झारखंड के गरीब तबके के लोगों को काफी आसानी होती है खासकर इलाज के लिए वह लोग इस रास्ते का इस्तेमाल करते हैं उन्होंने कहा कि अगर सड़क के रास्ते झारखंड से बाराबनी आना होगा तो उन्हें रुनाकूड़ाघाट होकर आना होगा जो कि तकरीबन 27 किलोमीटर पड़ता है लेकिन नदी के ऊपर बने इस अस्थाई घाट से झारखंड से बाराबनी आने में सिर्फ चार किलोमीटर का रास्ता तय करना पड़ता है बड़ी संख्या में लोग इलाज के लिए आते हैं खासकर आसनसोल जिला अस्पताल जाने के लिए झारखंड के लोग इसी रास्ते का इस्तेमाल करते हैं इसके अलावा स्थानीय ईंट भट्टा आदि में काम करने के लिए भी झारखंड से मजदूर आते हैं। लोगों ने बताया कि झारखंड में बंगाली माध्यम के स्कूल नहीं होने की वजह से उस क्षेत्र के लोग अपने बच्चों को यहां बांग्ला माध्यम स्कूलों में भेजते हैं । बाराबनी विधानसभा क्षेत्र के जाम ग्राम इलाके लोगों का कहना है कि इस तरफ के लोगों को ज्यादा परेशानी नहीं होगी लेकिन झारखंड के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा वहीं जब हमने इस बारे में बाराबनी पंचायत समिति के अध्यक्ष असित सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि सिर्फ बाराबनी नहीं जमुरिया पांडवेश्वर आदि इलाकों में भी इस तरह के अस्थाई घाट बनाए गए हैं ताकि झारखंड से लोग आ सके उन्होंने कहा कि झारखंड में चिकित्सा का इतना अच्छा इंतजाम नहीं है इस वजह से लोग इस तरह के अस्थाई घाटों का निर्माण करते हैं। इसके अलावा रोजगार के लिए भी लोग आते हैं।
পাবলিক নিউজঃ অলোক চক্রবর্তী আসানসোল:– রাজ্যের মুখমন্ত্রীর হুশিয়ারীর পরে বালির দাম দ্বিগুনের বেশি তাই হাত জোড় করে মুখমন্ত্রী কে আবারো হুশিয়ারী না দেওয়ার অনুরোধ CPIM নেতার তাঁদের দাবি বালিচোর কালোবাজারি করছে!রাজমিস্ত্রি লেবার কাজ হারাচ্ছে!এই কর্মসূচি নিয়ে CPIM এর কুলটি এরিয়া কমিটি ১নেতৃত্বে ও কর্মী সমর্থকেরা নিয়ামতপুরে যেখানে মাথায় ধামাতে করে বালি নিয়ে প্রতিবাদ মিছিল করেন!মিছিলে উপস্থিত ছিলেন কুলটি এরিয়া ১ কমিটির সম্পাদক দেবানন্দ প্রসাদ!তিনি বলেন গরিবমানুষের পেটে লাথ পড়েছে রাজমিস্ত্রি শ্রমিক কাজ হারাচ্ছে বালির অসামান্য দাম বাড়িয়েদিয়েছে আজকে চার হাজার সাড়ে চার হাজার বালি জে বালি আগে ১২০০ থেকে ১৫০০টাকা বিক্রি হতো আজ তা চার সাড়েচার হাজার দামে বিক্রি হচ্ছে তাই মুখমন্ত্রী কে হাত জোড় করে আবেদন করছি আর আপনি হুশিয়ারী দেবেন না আপনার হুশিয়ারীতে জে বালির দাম দ্বিগুনের বেশি হয়েগেছে আবার দ্বিতীয় বার হুশিয়ারী দিলে ঐ দাম কোথায় যাবে আমরা জানিনা আর এই হুশিয়ারীর মানে পসিচমবঙ্গের মানুষ বুঝে গেছে এটা ২৫ শতাংশ আর ৭৫ শতাংশর ভাগেরই ব্যাপার !
পাবলিক নিউজঃ অলোক চক্রবর্তী আসানসোল:– মদের দোকানের জন্য এলাকায় মদ্যপদের দৌরাত্ব বেড়েই চলেছে। চরমে পৌঁছেছে। এই অভিযোগ তুলে জনবসতি এলাকা থেকে মদের দোকান বন্ধ করে অন্যত্র সরানোর দাবিতে সরব হয়ে বিক্ষোভ দেখালেন স্থানীয় বাসিন্দারা। রবিবার সকালে আসানসোলের কুলটি থানার সাঁকতোড়িয়া ফাঁড়ির ডায়মন্ড ক্লাব সংলগ্ন একটি মদের দোকানের সামনে এই বিক্ষোভ দেখান পুরুষ সহ এলাকার মহিলারাও। এই ঘটনাকে কেন্দ্র করে গোটা এলাকায় উত্তেজনা ছড়িয়ে পড়ে। বিক্ষোভকারী এলাকার বাসিন্দাদের অভিযোগ, এই দোকানটি আগে থেকেই এই এলাকায় আছে। পুরনো দোকান হলেও বর্তমানে ওই এলাকায় মদ্যপদের উপদ্রোপ বাড়ছে। রাতের বেলায় শুধু নয়, দিনে দুপুরেও মাতালদের মাতলামি চলে।
তারা সবসময় গালিগালাজ করে। এলাকার পরিবেশ নষ্ট হচ্ছে। সবকিছুই অসহ্য হয়ে উঠেছে। এসবের জন্য এলাকার স্কুল কলেজের পড়ুয়া ও কম বয়সীদের উপর বিরূপ প্রভাব পড়ছে বলে অভিযোগ করেন নীলিমা মাহাতো, বদলি বাউরি সহ এলাকার বাসিন্দারা। অবিলম্বে ওই মদের দোকান এই এলাকা থেকে বন্ধ করে অন্যত্র সরানোর দাবিতেও সরব হন তারা। খবর পেয়ে ঘটনাস্থলে ছুটে আসেন কুলটি থানার পুলিশ।পুলিশের তরফে আশ্বাস পেয়ে এদিনের মতো বিক্ষোভ তুলে নেন স্থানীয় বাসিন্দারা। তবে, তারা বলেন, এরপরেও পুলিশ প্রশাসনের তরফে কোন পদক্ষেপ নেওয়া না হলে, বৃহত্তর আন্দোলন করা হবে।
পাবলিক নিউজঃ অলোক চক্রবর্তী আসানসোল:– বাংলা – ঝাড়খন্ড সীমানা রামপুর চেকপোষ্টে রাজ্য সরকারের এমভিআই বা মোটর ভেহিকেলস দপ্তরের আধিকারিক ও কর্মীদের বিরুদ্ধে ইন্টারস্টেট বা আন্তঃরাজ্য যাত্রী বাসে চেকিং বা পরীক্ষার নামে হয়রানির অভিযোগ উঠলো। ঝাড়খণ্ডের রাঁচি থেকে আসা দুর্গাপুরগামী একটি বাসকে ঐ চেকপোস্টে রাস্তায় দাঁড় করিয়ে চেকিংয়ের নামে যাত্রীদের হয়রানি করা হয়েছে বলে অভিযোগ। ঐ বাসের চালও ও কন্ডাক্টার অভিযোগ করেছেন তাদের মোবাইল ফোন নিয়ে নেওয়া হয়েছে। রবিবার সকালে এই ঘটনাটি ঘটেছে। যাত্রীদের দাবি, তাদের অনুরোধে শেষ পর্যন্ত প্রায় ৪৫ মিনিট পর বাসটি সেখান থেকে ছাড়া হয়। পরে আসানসোলের জিটি রোডের সিটি বাসস্ট্যান্ডে বাসটি এলে বাস যাত্রী থেকে বাস কর্মীরা বিক্ষোভ দেখান। সেই খবর পেয়ে বাসস্ট্যান্ডে আসেন তৃণমূল কংগ্রেসের শ্রমিক সংগঠন আইএনটিটিইউসির নেতা রাজু আলুওয়ালিয়া। তিনি বলেন, এভাবে মাঝ রাস্তায় বাস থামিয়ে চেকিংয়ের নামে যাত্রীদের হয়রানি, বাস কর্মীদের ধাক্কাধাক্কি ও তাদের মোবাইল ফোন ছিনিয়ে নেওয়া অন্যায়। এটা সরকার বিরোধী কাজ।
আমরা উপযুক্ত জায়গায় সেখানে থাকা এমভিআইয়ের আধিকারিক ও কর্মীদের বিরুদ্ধে তদন্তের দাবী জানিয়েছি। এই ঘটনার প্রতিবাদে অসানসোলের সিটি বাসস্ট্যান্ডে রাঁচি থেকে দুর্গাপুরগামী ঐ বাসের যাত্রীরা বিক্ষোভ দেখান। বিদ্যুৎ গুপ্ত নামে এক যাত্রী বলেন, আমি আমার পরিবার নিয়ে যাচ্ছিলাম ।আগেও ঐ বাসে গেছি। হঠাৎ একটি আরটিও লেখা গাড়ি বাসের সামনে আসে। সেই গাড়ি থেকে তিনজন নেমে বাসের মধ্যে উঠেন। তারা চেকিংয়ের নামে চালকের থেকে যাবতীয় কাগজপত্র নিয়ে নেন। দুজন বাস কর্মীর মোবাইলও নিয়ে নেওয়া হয়। এমনকি একজনকে থাপ্পড়ও মারেন। তারা বলেন, তারপর বাসটা থানায় নিয়ে যাবেন। যাত্রীরা বলেন, আগে আমাদেরকে গন্তব্যে পৌঁছে দেওয়া হোক। তারপর আপনাদের যা করার, তা করবেন। এই বাসে শিশু মহিলা প্রবীনরাও ছিলেন। তিনি আরো বলেন, এরপর সবাই মিলে বারবার বলার পরে প্রায় ঘন্টাখানেক পরে বাস ছাড়া হয়। চূড়ান্ত হয়রানি হয়েছে আজ আমাদের বলে, তার ও বাকি যাত্রীদের দাবি।বাস চালক নেপাল চন্দ্র নায়ক বলেন, আমার লাইসেন্স ও সব কাগজপত্র নিয়ে নিয়েছে ঐ তিনজন। আমার বাসের সামনের দিকে যানজট হওয়ায়, কোনমতে যখন বেরোনোর চেষ্টা করছিলাম ১৯ নং জাতীয় সড়ক ধরে তখনই ওরা বাসটাকে ধরে। চালকের পাশে কন্ডাক্টার ,খালাসি থেকে বাসের যাত্রীরা, এমভিআইয়ের অফিসারদের এই আচরণকে অমানবিক এবং অন্যায় বলে দাবি করেছেন।পশ্চিম বর্ধমান জেলার আরটিও বা আঞ্চলিক পরিবহন আধিকারিক মৃন্ময় মজুমদার অবশ্য হয়রানির অভিযোগ অস্বীকার করেন। তিনি বলেন, কারোর মোবাইল ফোন ছিনিয়ে নেওয়া হয়নি বা মারধর করা হয়নি। ভিন রাজ্য থেকে আসা বাসে রুটিন চেকিং হচ্ছিল। খোঁজ নিয়ে জেনেছি ঝাড়খন্ড থেকে আসা ঐ বাসের মাথায় প্রচুর পরিমাণে মাল ছিল। সেখানে পরিবহন দপ্তরের আধিকারিকরা কাগজপত্র পরীক্ষা করার জন্য বাসটিকে আটকায়। তিনি আরো বলেন, চালকের কাছে ড্রাইভিং লাইসেন্স থেকে কোন কিছুই আসল ছিল না। সবই জেরক্স ছিলো।
पब्लिक न्यूज़ आसनसोल/कुल्टी : – शराब की दुकानों के कारण क्षेत्र में शराबी हिंसा बढ़ रही है। अपने चरम पर पहुंच गया है. इस शिकायत को उठाते हुए स्थानीय निवासियों ने विरोध प्रदर्शन किया और शराब की दुकानों को बंद कर अन्यत्र स्थानांतरित करने की मांग की. रविवार की सुबह आसनसोल के कुल्टी थाना क्षेत्र के सांकटोरिया चौकी के डायमंड क्लब से सटे एक शराब दुकान के सामने इलाके के महिला-पुरुषों ने विरोध प्रदर्शन किया. इस घटना के आसपास पूरे इलाके में तनाव फैल गया. विरोध कर रहे क्षेत्र के निवासियों ने शिकायत की कि यह दुकान पहले से ही क्षेत्र में थी। पुरानी दुकान होने के बावजूद उस इलाके में शराबियों की समस्या बढ़ती जा रही है. शराबी सिर्फ रात में ही नहीं बल्कि दिन में भी शराब पीते हैं। वे हमेशा अपमानजनक होते हैं. इलाके के पर्यावरण को नुकसान हो रहा है.।
सब कुछ असहनीय हो गया है. नीलिमा महतो, बदली बाउरी सहित क्षेत्र के निवासियों ने शिकायत की कि इससे क्षेत्र के स्कूल और कॉलेज के छात्रों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने इस क्षेत्र से शराब की दुकान को तत्काल बंद कर दूसरी जगह स्थानांतरित करने की भी मांग की. सूचना पाकर कुल्टी थाने की पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस से आश्वासन मिलने के बाद स्थानीय निवासियों ने आज की तरह धरना हटा लिया. हालांकि उन्होंने कहा कि अगर पुलिस प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी तो बड़ा आंदोलन किया जायेगा.।
पब्लिक न्यूज़ आसनसोल:– राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पश्चिम बर्दवान जिले में कई अवैध कारोबार को लेकर जिला प्रशासन को चेतावनी दी थी। इस कड़ी चेतावनी के बाद पुलिस प्रशासन ने जिले में कई अवैध तरीकों से तालाबों को भरने से लेकर नदी घाटों से अवैध बालू तस्करी को रोकने के लिए कार्रवाई की. लेकिन अब एक अलग तस्वीर देखी जा रही है। देखने आज सुबह 9 बजे सीपीआईएम कुल्टी एरिया कमेटी एक द्वारा एक अनोखा विरोध प्रदर्शन किया गया। नियामतपुर में स्थानीय दैनिक मजदूरों ने अपने सिर पर रेत की तगाड़ी लेकर विरोध मार्च में भाग लिया। इस विरोध प्रदर्शन में कुल्टी एरिया कमेटी 1 के सचिव देवानंद प्रसाद मौजूद थे । उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने एक बार कड़ी चेतावनी दी थी, जिससे एक ट्रैक्टर रेत की कीमत 1500 रुपए से 4500 रुपए हो गयी. .इसलिए सीपीएम नेता देवानंद प्रसाद ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से आग्रह किया कि वे आगे कोई चेतावनी जारी न करें क्योंकि दैनिक मजदूर दो महीने से बेरोजगार हैं। इस आग्रह के बाद खुद सीपीएम नेता देवानंद प्रसाद ने चेतावनी दी कि अगर अगले 10 दिनों में बालू की कीमत कम नहीं हुई तो कुल्टी बीएलआरओ कार्यालय में ताला जड़ दिया जाएगा।
पब्लिक न्यूज़ आसनसोल:– बंगाल झारखंड सीमा पर डुबुरडीही चेक पोस्ट पर में आज एक अजीबोगरीब वाकया पेश आया रोज की तरह जब बस चालक और अन्य परिवहन कर्मी अपने-अपने काम में व्यस्त थे तब एक गाड़ी में तीन व्यक्ति आय उस गाड़ी पर आरटीओ लिखा हुआ था उन्होंने कुछ बस चालकों को रोक उनसे उनके परमिट मांगे बस चालकों का कहना है कि उन तीन व्यक्तियों ने उनसे उनके मोबाइल ले लिए और स्विच ऑफ कर दिया इसके बाद उन्होंने कहा कि बसों का परिचालन अवैध तरीके से हो रहा है और तकरीबन आधे घंटे तक उनसे पूछताछ करते रहे जब बस चालकों ने उन तीन व्यक्तियों से पूछा कि मामला क्या है तो उन लोगों ने कोई सीधा जवाब नहीं दिया जब एक बस चालक ने बस के मालिक से बात करने की बात कही तो आप है कि उन तीन व्यक्तियों में से एक व्यक्ति ने बस चालक को एक थप्पड़ भी मारा बस चालकों का कहना है कि उन तीन व्यक्तियों ने उनके मोबाइल और लाइसेंस ले लिए और लौटाए नहीं। आखिरकार जब देरी की वजह से बस के यात्री हंगामा करने लगे तो वह लोग चले गए। यह बसें जब आसनसोल बस स्टैंड पहुंची तो यात्रियों ने विरोध प्रदर्शन किया बस चालकों और परिवहन करवाने भी अपनी आप बीती सुनाई। वहीं घटना की सूचना पाकर श्रमिक नेता राजू अहलूवालिया भी आसनसोल बस स्टैंड पहुंचे और उन्होंने कहा कि इस बारे में वह मंत्री मलय घटक और आईएनटीटीयूसी जिला अध्यक्ष अभिजीत घटक से शिकायत करेंगे उन्होंने कहा कि अगर। ऐसी कोई बात है जहां पर बसों का अवैध परिचालन हो रहा है या जरूरी दस्तावेज नहीं है तो कानून के मुताबिक काम करना चाहिए कोई मोटर व्हीकल अधिकारी किसी परिवहन कर्मी पर हाथ नहीं उठा सकता और अगर कोई सामान जप्त किया भी गया है तो उसका सीजर लिस्ट देना होगा। उन्होंने कहा कि इस बारे में उन्होंने यहां के आरटीओ से बात की है।
পাবলিক নিউজঃ অলোক চক্রবর্তীআসানসোল:– শুধুমাত্র পশ্চিম বর্ধমান জেলায় নয়, গোটা বাংলায় বাড়ছে বই বিক্রি। একইসঙ্গে বাড়ছে বইপ্রেমীদের সংখ্যাও। বইমেলায় সাধারণ মানুষেরা আগের চেয়ে অনেক বেশি করে আসছেন। রবিবার বিকেলে আসানসোলে পোলো গ্রাউন্ডের পাশে এনসিসি ময়দানে ৮ম পশ্চিম বর্ধমান জেলা বইমেলা ২০২৪-২৫ র উদ্বোধনী অনুষ্ঠানে এমনটাই দাবি করলেন রাজ্যের জনশিক্ষা প্রসার ও গ্রন্থাগার পরিসেবা দপ্তরের মন্ত্রী সিদ্দিকুল্লা চৌধুরী ও শ্রম, আইন ও বিচার বিভাগের মন্ত্রী মলয় ঘটক। এদিন দুপুরে রাজ্য সরকারের গ্রন্থাগার পরিসেবা অধিকার ও পশ্চিম বর্ধমান জেলা স্থানীয় গ্রন্থাগার কৃত্যকের উদ্যোগে হওয়া এই বইমেলার সূচনা হয় একটি পদযাত্রার মধ্যে দিয়ে। স্কুল পড়ুয়া, বইপ্রেমী ও বুদ্ধিজীবিদের নিয়ে এই পদযাত্রা আসানসোল জেলা গ্রন্থাগার থেকে শুরু হয়ে কোর্ট রোড দিয়ে মেলা ময়দানে এসে শেষ। বইমেলা মঞ্চকে বিদ্রোহী কবি কাজি নজরুল ইসলামের নামে করা হয়েছিলো। সেই নজরুল মঞ্চ থেকে প্রদীপ জ্বালিয়ে দুই মন্ত্রী সহ অন্যান্যরা জেলা বইমেলার উদ্বোধন করেন। মঞ্চে সদ্য প্রয়াত দেশের প্রাক্তন প্রধানমন্ত্রী ডঃ মনমোহন সিংয়ের ছবি রাখা হয়েছিলো। দুই মন্ত্রী সহ অন্যান্যরা সেই ছবিতে ফুল দিয়ে শ্রদ্ধা জানান। এক মিনিট নীরবতা পালনও করা হয়। উদ্বোধনী অনুষ্ঠানে বক্তব্য রাখতে গিয়ে সিদ্দিকুল্লা চৌধুরী বলেন, এই মুহুর্তে রাজ্যে সরকারি ভাবে ১৪ টি ভাষায় ২ কোটি ৬০ লক্ষ বই আছে। এই পরিমাণ বই দেশের অন্য কোন রাজ্যে সরকারি ভাবে নেই। আমি নিজে গিয়ে দিল্লিতে মেট্রোপলিটন লাইব্রেরিতে দেখে এসেছি, সেখানে ৮০ হাজার বই আছে। এর থেকেই বোঝা যায় যে, বাংলায় বইয়ের চাহিদা কতটা আছে। রাজ্যে যেসব লাইব্রেরি আছে, সেখানে তিনটি স্তরে সদস্যপদ দেওয়া হয়। একটা ১৮ বয়স পর্যন্ত। বাকি দুটি হলো ১৯ থেকে ৬০ বছর ও ৬০ বছরের উপরে। এছাড়াও গ্লোবাল মেম্বারশিপ দেওয়া হয়। তার সংখ্যা ৫ হাজার। দপ্তর থেকে বলা হয়েছে রাজ্যের সব সরকারি গ্রন্থাগারে আইপিএস, আইএএস ও ডব্লুবিসিএস পড়ার জন্য আলাদা কর্নার করতে। তিনি আরো বলেন, গত বছর সরকারি বইমেলা থেকে সাড়ে ১২ কোটি টাকার বই বিক্রি হয়েছিলো। ১ কোটিরও বেশি মানুষ বইমেলায় এসেছিলেন। ২০২২-২০২৪ সালে এই বইমেলা থেকে সরকারি ভাবে ৬ কোটি টাকার বই কেনা হয়েছিলো। এই পশ্চিম বর্ধমান জেলায় ৫২ টি সরকারি গ্রন্থাগারের মধ্যে একটি বন্ধ আছে। বাকি ৫১ টিতে বইয়ের সংখ্যা ৫ লক্ষ ২২ হাজার ৩২১। অনুষ্ঠানে মন্ত্রী মলয় ঘটক বলেন, গত বছরের সরকারি বইলেলায় ১ কোটি ৩০ লক্ষ টাকার বই বিক্রি হয়েছিলো। রানিগঞ্জে আরো একটি সরকারি বইমেলা থেকে ১৩ লক্ষ টাকার বই বিক্রি হয়েছিলো। মনে রাখতে আসানসোলে আরো একটি সংগঠন বইমেলা করে। তার দাবি, এবারের বইমেলায় আগের বারের চেয়ে বেশি বিক্রি হবে। উদ্বোধনী অনুষ্ঠানে স্বাগত বক্তব্য রাখেন আসানসোলের মহকুমাশাসক ( সদর) বিশ্বজিৎ ভট্টাচার্য।
অনুষ্ঠানে অন্যদের মধ্যে ছিলেন পশ্চিম বর্ধমানের জেলাশাসক এস পোন্নাবলম, জেলা পরিষদের সভাধিপতি বিশ্বনাথ বাউরি, আসানসোল পুরনিগমের দুই ডেপুটি মেয়র অভিজিৎ ঘটক ও ওয়াসিমূল হক, পুর চেয়ারম্যান অমরনাথ চট্টোপাধ্যায়, অতিরিক্ত জেলাশাসক (জেলা পরিষদ) প্রশান্ত রাজ শুক্লা, জনশিক্ষা প্রসার ও গ্রন্থাগার পরিষেবা দপ্তরের যুগ্ম সচিব দেবারতি ঘোষ পশ্চিম বর্ধমান জেলা পরিষদের কর্মাধ্যক্ষ বৈশাখী বন্দোপাধ্যায়, আসানসোল পুরনিগমের মেয়র পারিষদ গুরুদাস ওরফে রকেট চট্টোপাধ্যায়। এই বইমেলা ৪ জানুয়ারি ( ২০২৫) পর্যন্ত চলবে।