पब्लिक न्यूज़ आसनसोल अमित गुप्ता:– जुब शिल्पी संसद द्वारा कल से आसनसोल में 41वें पुस्तक मेले की शुरुआत होगी उससे पहले आज मेला प्रांगण के सामने सड़क पर अल्पना प्रतियोगिता का आयोजन किया गया इस प्रतियोगिता के बारे में जानकारी देते हुए मेला कमेटी के सचिव सौमेन दास ने बताया कि आज मेला शुरू होने से पहले अल्पना प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता में आसनसोल नगर निगम क्षेत्र के अलावा दुर्गापुर से भी प्रतिभागी आए हैं दो विचारक अल्पना प्रतिभागियों को जज करेंगे उन्होंने कहा कि कल पुस्तक मेले का शुभारंभ होगा और यह पुस्तक मेला 19 तारीख तक चलेगा।
पब्लिक न्यूज़ आसनसोल बिनु श्रीवास्तव:– मोइनुद्दीन चिश्ती अजमेरी के सालाना उर्स के मौके पर हर साल की तरह इस साल भी श्रीपुर छातिमडंगा में डेग फातिहा का आयोजन किया गया। जानकारी के मुताबिक अजमेर शरीफ में ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स के मौके पर बड़े ही धूमधाम से डेग फातिहा होता है जिसकी याद में आज सभी जगहों पर डेग फातिहा करवाया जाता है। स्थानीय निवासी मोहम्मद नूरुद्दीन ने कहा कि सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती का सालाना उर्स के मौके पर कुरआन-ख्वानी एवं फातिहा का आयोजन किया गया। हमलोग पिछले 18 वर्षों से यहां डेग फातिहा करवाते आ रहे है। जो शख्स अल्लाह और उनके वलियों के बताएं हुए रास्तें पर चलते है उनको किसी दूसरे के सामने अपना हाथ फैलाना नहीं पड़ता है। दुनिया भर के लोग अजमेर शरीफ जाकर ख्वाजा साहब की दरगाह पर मुराद मांगते हैं और गरीब नवाज के दरगाह में सभी की दुआएं कुबूल होती है। इस मौके पर मोहम्मद साजिद,मोहम्मद वाजिद,मोहम्मद शाहबुद्दीन उर्फ मुन्ना, मोहम्मद अजहर,मोहम्मद तौसीफ मोहम्मद अरमान,मोहम्मद चांद,मोहम्मद जावेद,मोहम्मद शाहीद, मोहम्मद आतिफ हुसैन, आशिफ इराकी, दानिश असलम,शमीम खान आदि मौजूद थे।
पब्लिक न्यूज़ आसनसोल अमित गुप्ता:– आसनसोल नगर निगम की तरफ से निगम क्षेत्र में नागरिक सुविधाओं को बेहतर करने का प्रयास किया जा रहा है चाहे वह रास्ते हो या स्ट्रीट लाइट या निकासी व्यवस्था आसनसोल नगर निगम की तरफ से इन सुविधाओं को और बेहतर करने का प्रयास किया जा रहा है इसी क्रम में आज हटन और रोड इलाके में बोरो चेयरमैन राजेश तिवारी ने एक ड्रेन के निर्माण कार्य का उद्घाटन किया यह बड़ा ड्रेन होगा जो बस्तीन बाजार में ड्रेन के साथ में आकर मिलेगा इस बारे में जब हमने बोरो चेयरमैन राजेश तिवारी तथा एमएमआईसी गुरदास चटर्जी से बात की तो दोनों ने ही कहा कि इससे उम्मीद है कि हटन रोड में जलजमाव से राहत मिलेगी। इस कार्य की लागत 72 लाख रुपए होगी।
पब्लिक न्यूज़ बीनू श्रीवास्तव/ अमित गुप्ता आसनसोल :– यह कारागृह नही , बल्कि सुधारगृह है । इसमें आपको स्वयं में सुधार लाने हेतु रखा हुआ है , शिक्षा देने हेतु नहीं । इस कारागृह को संस्कार परिवर्तन का केंद्र बना लो इस मे एक दुसरे से बदला लेने के बजाए स्वयं को बदलना है बदला लेने से समस्या और ही बद जाती है | बदला लेने के बजाय स्वयं को ही बदलकर दिखाने की प्रवृति रखनी है । कारागृह आपके जीवन को सुधार लाने हेतु तपोस्थल है । उक्त उदगार माउंट आबू राजस्थान से प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय से आये हुए ब्रह्मकुमार भगवान भाई ने कहे | वे आसनसोल कारागृह (जेल) में बंद कैदियों को कर्म गति और व्यवहार शुद्धि विषय पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि कारागृह के इस एकांत स्थान पर बैठकर स्वयं को परिवर्तन करने के लिए सोचों कि मैं इस संसार में क्यों आया हूं? मेरे जीवन का उद्देश्य क्या हैं , मुझे परमात्मा ने किस उद्देश्य से यहां भेजा है ? मैं यहां आकर क्या कर रहा हूं ? ऐसी बातों का चिंतन करने से संस्कार , व्यवहार परिवर्तन होगा । उन्होंने कहा कि हम किसके बच्चे हैं? जिस परमात्मा के हम बच्चे हैं , वह तो शांति का सागर , दयालू , कृपालू , क्षमा का सागर है । हम स्वयं को भूलने से ऐसी गलतियां कर बैठते हैं । उन्होंने कहा कि हम ऐसा कोई कर्म ना करें जिस कारण धर्मराज पूरी में हमें सिर झुकाना पडे , पछताना पडे , रोना पडे । स्वयं के अवगुण या बुराईयां हैं उसे दूर भगाना हैं , ईर्ष्या करना , लड़ना , झगड़ना , चोरी करना , लोभ , लालच , यह मनोविकार तो हमारे दुश्मन हैं । जिसके अधिन होने से हमारे मान , सम्मान को चोट पहुंचती हैं । जिस भूलो के कारण हम यहा आये है उस भूलो को या बुराईयां दूर करना है | तो हमारे अंदर की अपराधिक प्रवति में परिवर्तन आएगा । इन अवगुणों ने और बुराईयों ने हमें कंगाल बनाया इससे दूर रहना है । जीवन में नैतिक मूल्यों की धारणा करने की आवश्यकता है । जीवन में सद्गुण न होने के कारण ही समस्याएं पैदा होती है। भगवान भाई जी ने कहा कि मनुष्य जीवन बड़ा अनमोल होता है। उसे व्यर्थ कर्म कर व्यर्थ ऐसा ही नहीं गंवाना चाहिए । मजबूरी को परीक्षा समझकर उसे धैर्यता और सहनशीलता से पार करना हैं , तो अनेक दु:खो और धोखे से बच सकते हैं । जीवन में परिवर्तन लाकर श्रेष्ठ चरित्रवान बनने का लक्ष्य रखना है। तब कारागार आपके लिए सुधारगृह साबित होगा। हमारे जीवन से काम ,क्रोध,लोभ ,मोह अहंकार, इर्ष्या, नफरत आदि बुराई को अपने जीवन से खदेड़कर हमें अपने आंतरिक बुराईयों को निकालना हैं । भगवान भाई ने कहा कि जो जैसा करता है वैसा फल पाता है। हमारे मन में पैदा होने वाले विचार कर्म से पहले आते हैं। उन्होंने बन्दियों को बताया कि बीती बात को भुला देना चाहिए तथा आगे की सोचनी चाहिए कि हे परमात्मा मेरे से कोई बुरा कार्य न हो। गलती करने वाले से माफ करने वाला बडा होता है। बदला लेने वाला दूसरों को दुख देने से पहले अपने आप को दुख देता है। सभी इंसान ईश्वर की संतान है तथा सभी एक महान आत्मा है, सभी संसार में अपना-अपना कर्तव्य करने के लिए आते हैं। अत: प्रत्येक व्यक्ति को यही सोचना चाहिए कि मुझे अच्छे कर्म करने के लिए संसार में जन्म लिया है, न कि बुरे कर्म करने के लिए। अत: हमें सदैव अच्छे कर्म करने चाहिए। स्थानीय ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ओर से बी के संगीता बहन जी ने बी के भगवान भाई जी का परिचय देते हुए कहा कि भगवान भाई जी ने 2010 तक 5000 स्कुलो और 800 जेलों में नैतिक शिक्षा और सकारात्मक चिन्तन , अपराध मुक्त का पाठ पढ़ाकर अपना नाम इण्डिया बुक ऑफ रिकार्ड्स दर्ज करा चुके है | बी के दोलन बहन जी ने कहा कि मनुष्य ने विषय विकारों की चादर ओढ़ी हुई है | जिस कारण मानव जीवन में अपराध बढ़ते जा रहे है | अगर भगवान से सर्व सम्बन्धों से याद किया जाए तो भगवान की शक्ति आ जाएगी और तन-मन में खुशी शान्ति आ जाएगी व सर्व मनोकामनाएं पूर्ण हो जाएगी ।
जेल सहायक अधीक्षिका चंदई हाईट जी ने भी अपने सम्बोधन में बन्दियों को बताया कि आप जैसा सोचोगे वैसा ही बन जाओगे। अत: हमें सदैव अच्छा सोचना चाहिए तथा बुरी आदत को छोड़ देना चाहिए । अंत में उन्होंने ब्रह्माकुमारीज सस्था ऐसे कार्यक्रमों के लिए धन्यवाद किया भविष्य में ऐसे कार्यक्रम करने हेतु ब्रह्माकुमारी को निमन्त्रण भी दिया | वेलफेअर ओफ्फिसर गोविन्द मन जी ने कहा कि बताई बातों को अपने जीवन में प्रयोग करोगे तो अवश्य ही आप बुरी आदतों को छोड दोगे तथा अपने आप अच्छा सोचने लगेंगे और जेल से छुटने के बाद अच्छे नागरिक की तरह जीवन यापन करेंगे। कार्यक्रम के अंत में आपराध मुक्त बनने , मनोबल बढाने , बुरी आदतों को छोड़ने और सस्कार परिवर्तन के लिए भगवान भाई ने कॉमेंट्री द्वारा मेडिटेशन राजयोग कराया | कार्यक्रम में बी के किनकिनी बहन अर्जुन भाई , कुमारी दिशानि बहन, कुमारीरिया बहन जेल स्टाफ भी उपस्थित थे ।
पब्लिक न्यूज़ जाहिद अनवर रानीगंज :– रानीगंज म्युनिसिपल हिंदी प्राथमिक विद्यालय आसनसोल नगर निगम के अंतर्गत एक पुराना हिंदी माध्यम विद्यालय है जो आसनसोल नगर निगम के वार्ड नंबर 89 रानीगंज में स्थित है। जहां 424 छात्र एवं छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इस हिंदी मीडियम स्कूल में 80 फीसदी अल्पसंख्यक बच्चे पढ़ते हैं. 424 छात्रों पर 2 स्थायी और 2 अंशकालिक शिक्षक हैं, जो शिक्षा के अधिकार के अनुरूप नहीं है. जहां 40 छात्रों पर एक शिक्षक होना अनिवार्य है, लेकिन आसनसोल निगम शिक्षकों के तत्काल नियुक्ति पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. राज्य सरकार अल्पसंख्यकों, विशेषकर मुसलमानों के प्रति सहानुभूति रखने का दम भरती है।। लेकिन दुर्भाग्य से मुसलमानों की शैक्षिक रुचि के बावजूद उचित सुविधाएँ उपलब्ध नहीं हैं। वहीं, वर्तमान शिक्षकों को भी काफी परेशानी हो रही है. वे बच्चों को उचित शिक्षा एवं प्रशिक्षण नहीं दे पाते हैं।। आजकल सरकारी स्कूलों में ड्रॉप आउट की संख्या बढ़ती जा रही है, इस हिंदी स्कूल का एक विशेष स्थान है और यह स्कूल अभिभावकों के सबसे पसंदीदा स्कूलों में से एक है, लेकिन निगम ने इस स्कूल को पूरी तरह से नष्ट करने का फैसला किया है क्योंकि यहां वर्षों से शिक्षक नहीं हैं ।, लेकिन अब तक नगर निगम ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया है। पत्र लिखने के बाद भी इस समस्या पर गौर नहीं किया है।
सबसे दुखद बात यह है कि रानीगंज बोरो कार्यालय में 12 पार्षदों में से 6 पार्षद भाषाई अल्पसंख्यक हैं, लेकिन उन्होंने भी कभी अपनी आवाज नहीं उठाई। जो सामाजिक और कल्याणकारी संगठन शिक्षा क्षेत्र में काम कर रहे हैं और अपने समाज में सुधार करना चाहते हैं और इस महत्वपूर्ण मुद्दे को उन नेताओं तक पहुंचाएं जो सरकार की कुर्सी पर बैठे हैं लेकिन ये सज्जन काम नहीं कर रहे हैं या करना नहीं चाहते हैं, यह रानीगंज के अल्पसंख्यक और भाषाई लोगों को सोचना चाहिए.
पब्लिक न्यूज़ आसनसोल अमित गुप्ता/ बीनू श्रीवास्तव :– पश्चिम बंगाल आसनसोल दुर्गापुर ट्रेफिक पुलिस ने बुधवार को अपनी मानवता का परिचय दिया है, जिस परिचय को देख और सुन पुरे शिल्पाँचल के लोग उस ट्रेफिक पुलिस अधिकारी की खूब प्रशंसा कर रहे हैं, हम बताते चलें की बुधवार दोपहर करीबन चार साढ़े चार बजे आसनसोल के सबसे व्यस्थ इलाकों मे से एक भगत सिंह मोड़ पर आसनसोल साऊथ ट्रेफिक पुलिस ने लावारिस अवस्था मे घूम रहे और रो -रोकर अपने माता -पिता को ढूंढ़ रहे बच्चे को अपने कब्जे मे लेकर उनके माता पिता को सकुशल शौंपने का काम किया है, ट्रेफिक पुलिस अधिकारी राम अयोध्या मिश्रा की अगर माने तो भगत से मोड़ झारखंड और पुरुलिया को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग है, यही कारण है की यह मोड़ आसनसोल का सबसे ज्यादा व्यस्थ इलाका है और यहाँ की ट्रेफिक वेवस्था को संभालना भी एक बड़ी चुनौती से कम नही, इस मोड़ पर ट्रेफिक वेवस्था के अलावा हर तरह की गतिविधियों पर भी उनकी टीम नजर रखती है साथ मे हमेशा अलर्ट भी रहती है, यही कारण है की वेस्ट आपकार गार्डन का रहने वाला चार वर्षीय अननो घोष नामक एक मासूम बच्चा अपने घर से किसी कारण बाहर निकल कर अपने घर का रास्ता भूल गया और वह भगत सिंह मोड़ पहुँच गया और वहाँ एक मिठाई के दुकान के सामने जाकर रो -रो कर अपने माता- पिता को ढूंढने लगा, बच्चे को रोता देख भगत सिंह मोड़ पर मौजूद कुछ लोग बच्चे को उठाकर मिड वेस्ट नर्सिंग होम के तरफ ले जाने लगे, जिनके ऊपर ट्रेफिक पुलिस अधिकारी अयोध्या मिश्रा की नजर पड़ गई और उन्होंने बच्चे की रोने की वजह पूछी और यह पूछा की बच्चा किसका है, जिसके बाद बच्चे को ले जा रहे लोग बच्चे को ट्रेफिक पुलिस अधिकारी अयोध्या मिश्रा के हाँथो शौंप दिया और वह चले गए, जिसके बाद अयोध्या मिश्रा बच्चे को अपने पोस्ट पर ले आए और बच्चे से उसके माता- पिता के बारे मे पूछताछ की जिसके बाद बच्चे ने अपना नाम अननो घोष बताया साथ ही अपने स्कुल का नाम किडजी स्कुल बताया, जिसके बाद पुलिस अधिकारी अयोध्या मिश्रा ने अपने स्टाफ को बच्चे का स्कुल भेजा जहाँ बच्चे के माता पिता का नंबर उपलब्ध हुआ, जिसके बाद ट्रेफिक पुलिस अधिकारी राम अयोध्या मिश्रा ने बच्चे के माता पिता से फोन पर बात की और उन्हें बच्चे से जुड़ी जरुरी कागजात और उनका अपना पहचान पत्र भगत सिंह मोड़ स्थित ट्रेफिक पुलिस के पोस्ट पर मंगवाया और उनके तमाम कागजातों की उचित जाँच कर मासूम बच्चे को उनके माता पिता को सकुशल शौंप दिया, ट्रेफिक पुलिस अधिकारी की इस सूझबुझ और कारनामें को देख व सुन पुरे शिल्पाँचल वासी उनकी खूब प्रशंसा कर रहे हैं साथ ही उनकी तारीफें भी करते नही थक रहे हैं।
पब्लिक न्यूज़ प्रकाश दास चित्तरंजन:– आज चित्तरंजन लोको वर्क्स कारखाने के सामने बांग्ला पोखो की तरफ से विरोध प्रदर्शन किया गया। इनका आरोप था कि सी एल डब्ल्यू प्रबंधन की तरफ से नेताजी सुभाषौऔ चंद्र बोस की जयंती पर दी जाने वाली छुट्टी को रद्द कर दिया गया है। इस संदर्भ में प्रदर्शन कर रहे लोगों का नेतृत्व कर रहे संगठन के जिला सचिव अक्षय बैनर्जी ने कहा कि सी एल डब्ल्यू प्रबंधन बंगालियों के खिलाफ हैं इसी वजह से बंगाल के सबसे बड़े रोल मॉडल नेताजी के जन्मदिन पर दी जाने वाली छुट्टी को रद्द कर दिया गया है। इतना ही नहीं जिन चित्तरंजन दास के नेतृत्व में इस कारखाना शहर को बनाया गया था उसका नाम भी बदलने की बात कही जा रही है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले भाजपा विधायक अग्निमित्रा पाल ने कहा था कि कारखाना शहर चितरंजन का नाम बदलकर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर रखा जाएगा उन्होंने कहा कि यह हर्गीज स्वीकार नहीं किया जाएगा बांग्ला पोखो ऐसा नहीं होने देगा उन्होंने कहा कि कल बांग्ला पोखो की तरफ से यह कहा गया था कि आज कारखाने के जीएम को ज्ञापन सौंपा जाएगा उसको ध्यान में रखते हुए आज संगठन के नेता और कार्यकर्ता ज्ञापन सौंपने जब आए हैं तो आरपीएफ द्वारा जीएम कार्यालय के गेट के सामने उनको रोक दिया गया उन्होंने कहा कि इसी के खिलाफ आज वह धरना प्रदर्शन कर रहे हैं उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस बंगाल के सबसे बड़े आइकन हैं लेकिन उनके नाम पर दी जाने वाली छुट्टी को रद्द कर दिया गया है जिसे बांग्ला पोखो को कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। इस बारे में जब हमने कारखाने के एक अधिकारी से बात की तो उन्होंने कहा कि छुट्टी रद्द करने की कोई बात नहीं है जो छुट्टी पहले दी जाती थी वही आज भी दी जा रही है पहले भी रिस्ट्रिक्टेड होलीडे था आज भी रिस्ट्रिक्टेड होलीडे दी जा रही है और डानकुनी में जो कारखाना है वहां पर पेड हॉलीडे होता है
पब्लिक न्यूज़ बीनू श्रीवास्तव आसनसोल:– गंधर्व कला संगम की तरफ से आज आसनसोल के आश्रम मोड़ स्थित एक निजी होटल में प्रेस मीट का आयोजन किया गया यहां पर गंधर्व कला संगम के आसनसोल शाखा के अध्यक्ष सचिन राय सचिव मनोज साहा गंधर्व कला संगम की चेयरपर्सन शाश्वती चटर्जी अस्सिटेंट सेक्रेट्री लक्ष्मी सरकार पत्रकारों से मुखातिब हुए। सचिन राय ने कहा कि हर साल की तरह इस साल भी गंधर्व कला संगम की तरफ से आगामी 9 जनवरी को रविंद्र भवन में शाम 5 बजे से वर्कशॉप कम एनुअल कल्चरल मीट 2024 – 2025 का आयोजन किया जाएगा उन्होंने कहा कि इसके जरिए बंगाल और खासकर राढ़ बंगाल की सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करने की कोशिश की जाएगी उन्होंने कहा कि यहां पर पश्चिम बर्दवान जिले के अलावा बांकुड़ा पुरुलिया बीरभूम जैसे अन्य जिलों से भी 100 के करीब कलाकार हिस्सा लेंगे और बंगाल की धरोहर से संबंधित सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश करेंगे उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य बंगाल की धरोहर को सबके सामने उजागर करना है और जिन प्रतिभाशाली कलाकारों को मंच प्राप्त नहीं होता है उन्हें एक मंच प्रदान करना है उन्होंने कहा कि बंगाल की धरती पर संस्कृति और कला की कोई कमी नहीं है आवश्यकता है तो बस उन्हें एक मंच प्रदान करने की और गंधर्व कला संगम इस कार्यक्रम के जरिए यही कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि इन प्रतिभाशाली कलाकारों के अलावा 9 जनवरी को बंगाल की प्रख्यात कलाकार श्रीराधा बनर्जी भी अपनी पेशकश प्रस्तुत करेंगी। उन्होंने कहा कि यह एक सुनहरा मौका है जब बंगाल की धरोहर से संबंधित कला को लोग निहार सकेंगे उसका आनंद उठा सकेंगे इसलिए उन्होंने सभी से अनुरोध किया कि 9 जनवरी शाम 5 बजे से रविंद्र भवन में आयोजित होने वाले इस वर्कशॉप कम एनुअल कल्चरल मीट में जरूर उपस्थित रहें। वही संगठन की चेयरपर्सन शाश्वती चटर्जी ने कहा कि गंधर्व कला संगम हमेशा संस्कृति को बढ़ावा देने की कोशिश करता है खासकर समाज के उस वर्ग में मौजूद प्रतिभाओं को एक मंच प्रदान करने की कोशिश करता है जिनको आसानी से वह अवसर प्राप्त नहीं होता उन्होंने कहा कि हमारे आदिवासी समाज के बच्चों में काफी प्रतिभा है और इस कार्यक्रम के जरिए और सब प्रतिभा को निखारने की कोशिश की जा रही है इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गंधर्व कला संगम की तरफ से पिछले 10 वर्षों से आदिवासी समाज के प्रतिभाशाली बच्चों को आर्थिक रूप से सहायता पहुंचाई जा रही है ताकि वह पढ़ाई लिखाई के साथ-साथ अपने अन्य प्रतिभाओं को भी विकसित कर सकें उन्होंने कहा कि एक समाज तभी विकसित हो सकता है जब उस समाज में रहने वाले सभी को अपनी प्रतिभा को सर्वोच्च स्तर पर विकसित करने का अवसर मिले और गंधर्व कला संगम संस्कृति के क्षेत्र में यही काम कर रहा है उन्होंने कहा कि 9 जनवरी को जो कार्यक्रम होने वाला है उसमें बंगाल की संस्कृति को दर्शाने के अलावा भारत के राजस्थान और नागालैंड के संस्कृति का भी प्रदर्शन किया जाएगा और इन दो राज्यों की सांस्कृतिक धरोहर को सबके सामने पेश किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आज के समाज में महिलाएं किसी भी क्षेत्र में कम नहीं है महिला सशक्तिकरण के इस अध्याय को दिखाने के लिए दुर्गा वंदना का भी मंचन किया जाएगा वही लक्ष्मी सरकार ने कहा कि गंधर्व कला संगम की तरफ से चार और पांच तारीख को एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया था जहां नृत्य गुरुओं द्वारा मणिपुरी और भरतनाट्यम का प्रशिक्षण दिया गया था कुल 30 कलाकारों को यह प्रशिक्षण दिया गया था उन्होंने कहा कि 9 जनवरी को रविंद्र भवन में जो कार्यक्रम होने वाला है उसमें यह 30 कलाकार भी प्रदर्शन करेंगे। आज की प्रेस मीट में उपस्थित सभी ने 9 जनवरी को शाम 5 बजे से रविंद्र भवन में होने वाले गंधर्व कला संगम द्वारा आयोजित वर्कशॉप कम एनुअल कल्चरल मीट 2024 – 25 में सबको उपस्थित रहने का अनुरोध किया।
পাবলিক নিউজঃ অলোক চক্রবর্তী আসানসোল:– মঙ্গলবার সকালে জেলা শাসক দপ্তরে পশ্চিম বর্ধমান জেলার জাকাত মাঝি সংঘটনের সদস্যরা বিভিন্ন দাবি নিয়ে বিক্ষোভ দেখান। ভারত জাকাত মাঝি সংঘটনের সদস্যদের দাবি তাদের মাতৃভাষা চালু করতে হবে যাতে তাদের সম্প্রদায়ের জনগণ শিক্ষিত হতে পারে, সরকারি জমি তাদের নামে পাট্টা দিতে হবে, তাদের জমি মাফিয়ারা দখল করা বন্ধ করতে হবে। বিশাল মিছিল সহকারে আদিবাসী সম্প্রদায়ের আবালবৃদ্ধবনিতা একত্রিত হয়ে জেলা শাসক দপ্তরে গিয়ে তাদের দাবি সম্বলিত স্মারকলিপি জমা দিলেন।
পাবলিক নিউজঃ অলোক চক্রবর্তী চিত্তরঞ্জন:– সিএলডবলু্ ( চিত্তরঞ্জন লোকোমেটিভ ওয়াকর্স) বা চিত্তরঞ্জন রেল ইঞ্জিন কারখানায় ২৩ জানুয়ারি নেতাজি সুভাষ চন্দ্র বসুর জন্মদিনের ছুটি বাতিল করার বিরোধিতায় মঙ্গলবার সকাল থেকে রেল শহরে আন্দোলন শুরু করে বাংলা পক্ষ। সকাল এগারোটা থেকে বাংলা পক্ষের সমর্থকদের বিক্ষোভ অবরোধের জেরে অবরুদ্ধ হলো চিত্তরঞ্জন রেল শহরে ঢোকার মেন ৩ নম্বর গেট। এর ফলে আসানসোল-চিত্তরঞ্জন যোগাযোগকারী প্রধান রাস্তার উপর দাঁড়িয়ে যায় অসংখ্য দুচাকা ও চারচাকা গাড়ি। তবে এমার্জেন্সি বা জরুরি কাজে যাওয়া গাড়িগুলিকে যাতায়াত করতে দেওয়া হচ্ছিলো।
প্রসঙ্গতঃ,, চিত্তরঞ্জন রেল ইঞ্জিন কারখানা কর্তৃপক্ষ নেতাজী সুভাষচন্দ্র বসুর জন্মদিন ২৩ শে জানুয়ারি ছুটি বাতিল করে দিয়েছে। যা নিয়ে ইতিমধ্যেই সবমহলেই ক্ষোভের সৃষ্টি হয়েছে। রেল ইঞ্জিন কারখানা কতৃপক্ষের এই সিদ্ধান্ত ও ঘোষণার বিরোধিতায় রেল আধিকারিককে স্মারকলিপি দেওয়ার কথা জানানো হয়েছিলো । সেই অনুযায়ী সোমবার ৬ জনুয়ারি বাংলা পক্ষের তরফ থেকে চিত্তরঞ্জন রেল ইঞ্জিন কারখানা কর্তৃপক্ষের কাছে চিঠি দেওয়া হয়। তাতে জানানো হয়েছিল তারা মঙ্গলবার ৭ জানুয়ারি সকাল এগারোটার জেনারেল ম্যানেজার বা জিএমের হাতে এই সংক্রান্ত স্মারকলিপি তুলে দেবেন। সেই মতো এদিন সকাল দশটার পর থেকেই জিএম অফিসের সামনে বাংলা পক্ষের সমর্থকেরা জড়ো হতে শুরু করেন। কিন্তু বাংলা পক্ষের অভিযোগ সেই সময়েই আরপিএফের তরফে তাদেরকে সেখান থেকে বলপূর্বক সরিয়ে দেওয়া হয়। জানিয়ে দেওয়া হয় কোনরকম এখানে জমায়েত করা যাবে না ও স্মারকলিপিও দেওয়া সম্ভব নয়। এমনকি তাদেরকে শহরের বাইরে চলে যাওয়ার নির্দেশ দেওয়া হয়। আরপিএফের এই নির্দেশের পরেই বাংলা পক্ষের সমর্থকেরা ৩ নম্বর গেটের বাইরে এসে অবস্থান বিক্ষোভ শুরু করেন। বাংলা পক্ষের পশ্চিম বর্ধমান জেলার তরফে অক্ষয় বন্দোপাধ্যায় বলেন, বাংলার বীর দেশের স্বাধীনতা যোদ্ধা নেতাজী সুভাষচন্দ্র বসুকে রেল ইঞ্জিন কারখানা কর্তৃপক্ষ গুরুত্ব দিচ্ছে না। বাঙালি বীরকে পদে পদে অসম্মান করা হচ্ছে । তার আরো অভিযোগ, চিত্তরঞ্জন দাসকেও যথাযোগ্য সম্মান কারখানা কতৃপক্ষ দেয় না। তিনি আরো বলেন, ২৩ জানুয়ারি ছুটি বাতিলের বিরুদ্ধে এবং বাংলার মনীষীদের সম্মান রক্ষার দাবি জানিয়ে রা একটি স্মারকলিপি জেনারেল ম্যানেজারের হাতে তুলে দিতে চেয়েছিলাম৷ কিন্তু সেটিও দিতে দেওয়া হচ্ছে না। তাদের দাবি যতক্ষণ পর্যন্ত না তাদের হাত থেকে চিত্তরঞ্জন রেল কর্তৃপক্ষ স্মারকলিপি গ্রহণ করছেন ততক্ষণ তারা অবস্থান বিক্ষোভ চালিয়ে যাবেন। প্রায় দুই ঘণ্টা বিক্ষোভ অবরোধ চলার পর রেল ইঞ্জিন কারখানা কর্তৃপক্ষ রাজি হয় বাংলা পক্ষের স্মারক লিপি নিতে। ৩ নম্বর গেট থেকে বাংলা পক্ষের এক প্রতিনিধি দল অক্ষয় বন্দ্যোপাধ্যায় নেতৃত্বে অফিসে গিয়ে চিফ পার্সোনাল অফিসারের হাতে স্মারকলিপি তুলে দেন। তাদের তরফে পরিষ্কার করে জানিয়ে দেওয়া হয়েছে, যদি তাদের দাবি না মানা হয় তাহলে ২৩ শে জানুয়ারি আরো বড় আন্দোলন করা হবে এই চিত্তরঞ্জন শহরে।