পাবলিক নিউজঃ অলোক চক্রবর্তী আসানসোল:– আসানসোল দূর্গাপুর পুলিশ কমিশনারেটের কুলটি থানার নিয়ামতপুর ফাঁড়ির লছিপুরের কাছে পুলিশ ও ডিডি অভিযান চালিয়ে প্রায় ১৫০ গ্রাম ব্রাউন সুগার বাজেয়াপ্ত করেছে। একইসঙ্গে একটি মোটরবাইক সহ দুই যুবককে গ্রেফতার করা হয়েছে। ধৃত যুবকদের মধ্যে একজন স্থানীয় ও অন্যজন মুর্শিদাবাদের জঙ্গিপুরের বাসিন্দা বলে জানা গেছে। তাদের অন্য সহযোগীদেরও খোঁজে পুলিশ তদন্ত ও অভিযান শুরু করেছে পুলিশ। জানা গেছে, মঙ্গলবার সন্ধ্যায় কুলটি থানার নিয়ামতপুরের শেয়ার কালালি পেট্রোল পাম্পের কাছে আসানসোল দূর্গাপুর পুলিশের এসিপির (কুলটি) নেতৃত্বে আসানসোলের ডিডি বা ডিটেকটিভ ডিপার্টমেন্টের যৌথ ভাবে অভিযান চালায়। আসানসোল থেকে মোটরবাইকে আসা দুই যুবককে থামিয়ে তল্লাশি করা হয়। তখন তাদের কাছে থাকা দুটি ব্যাগ থেকে চার/পাঁচ প্যাকেট ব্রাউন সুগার উদ্ধার করা হয়। এরপর দুই যুবককে গ্রেফতার নিয়ামতপুর ফাঁড়িতে নিয়ে এসে জিজ্ঞাসাবাদ শুরু হয়। পুলিশ সূত্রে জানা গেছে, গ্রেফতার হওয়া যুবকের কাছ থেকে প্রায় ১৫০ গ্রাম ব্রাউন সুগার উদ্ধার করা হয়েছে। ধৃতদের মধ্যে একজনের নাম মহঃ ফারকুল শেখ। সে মুর্শিদাবাদ জেলার জঙ্গিপুরের বাসিন্দা ও রাজমিস্ত্রির কাজ করেন। দ্বিতীয়জন আরশ বার্নওয়াল, নিয়ামতপুর ফাঁড়ির অন্তর্গত আলডির বাসিন্দা বলে জানা গেছে। তদন্তে জানা গেছে, ফারকুল শেখ মুর্শিদাবাদ থেকে এইসব মাদক এনে আরশকে দিয়েছিলো । পুলিশ এখন এই মাদক চোরাচালানের পেছনের মূল পান্ডা কে বা কারা তা খুঁজে বার করার চেষ্টা করছে। লছিপুর নিষিদ্ধ পল্লী এলাকার অনেকেই এই অবৈধ ব্যবসা ও চোরাচালানের সাথে জড়িত বলে পুলিশ জানা গেছে। তাদের মধ্যে কেউ কেউ জামিনে ছাড়া পেয়ে অন্যত্র বাস করছে। আসানসোল দূর্গাপুর পুলিশের ডিসিপি (পশ্চিম) সন্দীপ কররা বলেন, ডিডি গোপন সূত্রে খবর পেয়ে পুলিশকে সঙ্গে দ্রুত পদক্ষেপ ও ব্যবস্থা নিয়েছে। ব্রাউন সুগার সহ দুই যুবককে গ্রেফতার করেছে। তাদের মধ্যে একজন স্থানীয় এবং অন্যজন জঙ্গিপুরের বাসিন্দা। দুজনকে জিজ্ঞাসাবাদ করে এই চক্রে কে বা কারা আছে, তা জানার চেষ্টা করা হচ্ছে।
পাবলিক নিউজঃ অলোক চক্রবর্তী আসানসোল সোমবার রাত্রে রবীন্দ্র ভবনে আসানসোল প্রেস ক্লাবের পরিসরে একটা বাচ্চা হনুমান ঠান্ডায় আশ্রয় নিয়েছিল তার পরনে জামা প্যান্ট দেখে অনুমান করা হয় হনুমানটা কারো পোষ্য হবে কোন কারণে সে পালিয়ে এসে আসানসোল প্রেস ক্লাবের এলাকায় আশ্রয় নিয়েছিল। প্রেস ক্লাবের সদস্যরা তাকে খাবার দেবার পর রুপনারায়নপুরের বন দপ্তরে ফোন করে তাদের হাতে প্রেস ক্লাবের উদ্দ্যোগে তুলে দেওয়া হয়েছে।
পাবলিক নিউজঃ অলোক চক্রবর্তী আসানসোল:– পশ্চিম বর্ধমান জেলার আসানসোলের জেলা হাসপাতালের সুপার স্পেশালিটি হাসপাতালে ৪৫ বছরের এক ব্যাক্তির পেটের মধ্যে সফলতার সাথে অস্ত্রোপচারের মাধ্যমে নতুন জীবন ফিরিয়ে দেওয়াতে জেলা হাসপাতালের সুপার ডাঃ নিখিল চন্দ্র দাস হাসপাতালের চিকিৎসকদের প্রশংসা ও ধন্যবাদ জানান। সুপার স্পেশালিটি হাসপাতালের শল্য চিকিৎসক ডাঃ অমিত গুপ্তা জানান শেখ আনওয়ার নামে ৪৫ বছরের এক ব্যাক্তি হাসপাতালে আসেন পেটে ব্যাথার সাথে বারবার পায়খানা হচ্ছে এবং পায়খানার সময় রক্তপাত হচ্ছে সবথেকে বড় কথা তার ওজন ক্রমশঃ কমে যাচ্ছে তার বক্তব্য শুনে তাকে কয়েকটি পরীক্ষার জন্য বলা হয় সেগুলো আসার পর হাসপাতালের ক্যান্সার বিশেষজ্ঞ চিকিৎসক ডাঃ অমিত মুখার্জির কাছে পাঠানো হয় সেখান থেকে কিছু পরীক্ষা করার পর পাওয়া যায় তার পেটে কলোনে একটা টিউমার মতো হয়েছে এবং সেখান থেকে রক্তপাত হচ্ছে। সুপার স্পেশালিটি হাসপাতালের সব চিকিৎসকদের যৌথ প্রচেষ্টায় অস্ত্রোপচার করে টিউমার বাদ দেওয়া হয় এবং আপাতত রুগী সুস্থ আছে। হাসপাতালের সুপার ডাঃ নিখিল চন্দ্র দাস জানান আসানসোল হাসপাতালে অনেক বড় জটিল অস্ত্রোপচার করা হয়েছে এবং সবকটা সফলতার সাথে করা হয়েছে, বর্তমানে একটা জটিল অস্ত্রোপচার করা হয়েছে হাসপাতালের সমস্ত চিকিৎসকদের যৌথ উদ্দ্যোগে তিনি সমস্ত চিকিৎসকদের ধন্যবাদ জানিয়েছেন।
पब्लिक न्यूज़ आसनसोल/ कुल्टी प्रकाश दास- कुल्टी थाना के नियामतपुर फाड़ी अंतर्गत लच्छीपुर शेयर कलाली के समीप पुलिस ने छापा मारी करते हुए एक बाइक सहित दो युवकों को करीबन 150 ग्राम ब्राउन शुगर (ड्रग्स )के साथ गिरफ्तार किया। जिसमें से एक युवक स्थानीय ओर दूसरा जंगीपुर का बताया जा रहा हैं। पुलिस टीम द्वारा द्वारा इनके ओर साथियों को पकड़ने के लिए छापा मारी कर रहे हैं। पुलिस द्वारा मंगलवार की संध्या लच्छीपुर शेयर कलाली पेट्रोल पंप के समीप एसीपी कुल्टी ओर आसनसोल डीडी द्वारा संयुक्त टिम द्वारा छपा मारी कर आसनसोल की ओर से आ रहे दो युवकों को पकड़ा दोनों की तलाशी लेने पर उसके दो बैग से चार से पांच पैकेट में ब्राउन शुगर (ड्रग्स)बरामद किया गया। पुलिस ने करवाई करते हुए नियामतपुर फाड़ी ले आई जहां पूछ ताछ कि जा रही हैं पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार इन दिनों युवकों के पास से करीबन 150 ग्राम ड्रग्स बरामद किया गया है जिसमे से एक युवक मुर्जांशीदा जिला के जंगीपुर लाल गोला का निवासी मोहम्मद फर्कुल शेख बताया जा रहा जो कि राजमिस्त्री का काम भी करता हैं। वही दूसरा युवक नियामतपुर फाड़ी अंतर्गत आलड़ी का अर्श बर्नवाल बताया जा रहा हैं। बताया जा रहा हैं कि फर्कुल शेख यह ड्रग्स मुर्शिदाबाद से लाया था अर्श को दिया वहीं पुलिस जांच में लगी हैं कि इसके पीछे बड़ी मछली कौन है मालूम हो कि लालबत्ती क्षेत्र से कई लोग इस धंधे से जुड़े हैं कई बार पुलिस द्वारा इन्हें पकड़ जेल की हवा खिला चुके जिसमे कुछ बड़ी मछली बेल पर बाहर हैं जो अभी लालबत्ती से निकल नियामतपुर ओर राधानगर में रह रहे हैं। वहीं पुलिस की पूछ ताछ जारी है। इस विषय पर डीसीपी वेस्ट संदीप कररा ने कहा कि डीडी टिम द्वारा द्वारा दो लोगों को ब्राउन शुगर के साथ गिरफ्तार किया गया है एक स्थानीय ओर एक जंगीपुर का निवासी बताया जा रहा हैं, पुलिस द्वारा दोनों से पूछ ताछ कि जा रही हैं।
पब्लिक न्यूज़ आसनसोल रिकी बाल्मीकि:– मकर संक्रांति के पावन अवसर पर महावीर स्थान मंदिर में बरनवाल महिला समिति द्वारा एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें चूड़ा तिलकुट गुड और दही का दान किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता बरनवाल महिला समिति की अध्यक्षा श्रीमती आरती बरनवाल ने की। उन्होंने समाज के सभी वर्गों को मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं दीं और इस धार्मिक अवसर पर विशेष योगदान दिया। समिति का मुख्य उद्देश्य उन लोगों की सहायता करना था, जो तिल, दही और अन्य इस प्रकार के पकवानों को स्वयं खरीदकर नहीं खा सकते। इस कारण से, कार्यक्रम में दीन-हीन और जरूरतमंद व्यक्तियों के बीच चूड़ा गुड तिलकुट और दही का वितरण किया गया, ताकि वे भी इस शुभ दिन को खुशी और समृद्धि के साथ मना सकें। यह पहल समाज में एकता, भाईचारे और समृद्धि का संदेश फैलाने का प्रयास था, जिसे स्थानीय लोगों ने दिल से सराहा। इस आयोजन में कोषाध्यक्ष शिवानी बरनवाल संघ रक्षिका गीता बरनवाल उमा बरनवाल शोभा बरनवाल मीरा मधुकर मीनू बरनवाल सुनीता बरनवाल एवं महिला समिति के अन्य सभीसदस्यों ने अपनी सक्रिय भूमिका निभाई और जरूरतमंदों तक यह प्रसाद पहुंचाने का कार्य किया।
पब्लिक न्यूज़ आसनसोल/कुल्टी प्रकाश दास , पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से करीब 232 किलोमीटर दूर आसनसोल के बराकर इलाके मे स्थित दामोदर नदी से कुछ ही दुरी पर बना हजारों वर्ष पुराना सीधेश्वरी मंदिर अपने अंदर कई रहश्य लेकर आज भी अपना इतिहासिक अस्तित्व बचाने की बाँट जोह रहा है, हरेकृष्ण बाबा की अगर माने तो वह सीताराम बाबा के शिष्य हैं, सीताराम बाबा सीधेश्वरी मंदिर के सबसे पुराने पुरोहित थे और उन्होंने इसी सीधेश्वरी मंदिर से 1923 और 24 के बिच सिद्धि लाभ किया था, जिसके बाद उन्होंने सीधेश्वरी मंदिर के ठीक निकट एक गौरंगों मंदिर की स्थापना भी करवाई थी जिस मंदिर के पुजारी भी वही थे, ऐसे मे उनके स्वर्गवास होने के बाद सीधेश्वरी मंदिर की चारों मंदिरों मे अलग -अलग पुजारी पूजा करने लगे और वह गोरंगों मंदिर की पूजा व उसके देख रेख मे लग गए, ऐसे मे हरेकृष्ण बाबा ने यह दावा किया की उन्होंने अपने गुरु सीताराम बाबा के मुह से सुना था की सीधेश्वरी मंदिर करीब ढाई हाजर साल पुराना है, पर भारतीय पुरातत्व विभाग कोलकाता सर्कल यह दावा करती है की यह मंदिर शस्टम शताब्दी मे बनी है जिसको देखते हुए यह कहा जा सकता है की यह मंदिर लगभग 1400 साल पुराना है, उन्होने यह भी कहा की पुरातत्व विभाग यह भी कहती है की सीधेस्वरी मंदिर प्रांगण मे कुल चार मंदिर हैं और चारों मंदिर उड़ीसा शैली के भगवान जगन्नाथ मंदिर व उत्तराखंड मे स्थित भगवान केदारनाथ मंदिर के तरह बनाए गए हैं, उन्होने यह भी कहा की पुरातत्व विभाग ने इन चारों मंदिरों को अलग -अलग देवी देवताओं के मंदिरों मे तब्दील कर दिया है,
जिसमे पहले नंबर पर सीधेश्वरी मंदिर तो दूसरे नंबर पर पार्वती मंदिर तो तीसरे नंबर पर भगवान गणेश तो चौथे नंबर पर माँ भगवती की मंदिर है, पुरातत्व विभाग द्वारा उठाए गए इस कदम से गोरंगों मंदिर के पुजारी काफी नाराज हैं और उन्होने अपनी नाराजगी दिखाते हुए यह कहा है की पुरातत्व विभाग ने हजारों वर्ष पुराने सीधेश्वरी मंदिर के इतिहास के साथ छेड़ -छाड़ करने का काम किया है, गोरंगों मंदिर के पुरोहित हरेकृष्ण बाबा ने मंदिर के अंदर और बाहर के तमाम ढांचो को दिखाते हुए यह दावा किया की भगवान शिव को छोड़कर किसी भी अन्य मंदिर के सामने नंदी महराज का मूर्ति नही मिलेगा, उन्होंने कहा सीधेश्वरी मंदिर करीब तीन एकड़ जमीन पर फैला है और जिस जमीन पर मंदिर स्थापित हुई है उस जमीन मे मिट्टी नही बल्कि चारों तरफ पत्थर ही पत्थर है जिसमे मजे की बात यह है की वह पत्थर एक ही शिला मे है, अलग -अलग भागों मे नही बंटा, उन्होने कहा यह इलाका एक कोलियरी छेत्र है, जहाँ पर जमीन के अंदर कोयला कंपनियों ने कोयला निकाला है, पर जिस जगह पर मंदिर का निर्माण हुआ है, उस जगह से कोयला कंपनियों को कोयला नही मिला है और काफी गहराई तक सीधेश्वरी मंदिर के निचले भाग वाला पत्थर का शिला गया हुआ है, जिससे यह पता चलता है की सीधेश्वरी मंदिर एक ही पत्थर के शिले पर स्थापित है, जो पत्थर करीब तीन एकड़ जमीन पर फैली है, इसके अलावा पुरोहित की अगर माने तो मंदिर के एक दीवार पर पाली भाषा मे कुछ लिखा हुआ है, जो मंदिर के पुराने इतिहास के बारे मे दर्शाता है, पर मंदिर मे पूजा करने आने वाले श्रद्धालुओं की लापरवाही के कारण मंदिर के मुख्य द्वार पर लिखा हुआ पाली भाषा का वह शब्द भी अब धीरे -धीरे मिटता जा रहा है, क्योंकि श्रद्धांलु मंदिर के मुख्य द्वार पर जहाँ -तहाँ नारियल फोड़ देते हैं, इसके अलावा पूजा करने के दौरान उनके हाँथ मे लगा सिंदूर, तेल या फिर कोई अन्य प्रकार का शमग्री उसी दीवार पर पोंछ देते हैं, उन्होंने यह भी बताया की उनके गुरु कहते थे की इस मंदिर का निर्माण राजा हरिश्चन्द्र और उनकी पत्नी हरी प्रिया के देख रेख मे बनी थी जो उनके बाद राजा इच्छाई घोष के अधीन चली गई और वह मंदिर का देख -रेख सँभालने लगे यहीं नही इन राजाओं के अलावा भी कई राजाओं और महाराजाओं के अधीन यह मंदिर आई और इस मंदिर का रख -रखाव अच्छे से नही होने के कारण मंदिर की स्थिति भी समय -समय पर कभी ख़राब तो कभी अच्छी होती रही और आज यह मंदिर कुछ इस कंडीशन मे है, की यह मंदिर अब खुद अपनी ही पहचान धीरे -धीरे खो रही है, पुजारी ने यह भी दावा किया की इन चारों मंदिरों मे कुल 12 शिव लिंग स्थापित है, जिससे यह साबित होता है की हमारे देश मे 12 नही बल्कि पुरे 13 ऐसे ज्योतिलिंग हैं जिन मंदिरों मे एक साथ 12 ज्योतिलिंग स्थापित है, ऐसे मे वह पुरातत्व विभाग से यह अनुरोध और यह आवेदन करते हैं की वह सीधेश्वरी मंदिर का असली इतिहास देश के सामने रखें शिव भक्तों को इस मंदिर की असलियत से वंचित ना करें समय के साथ -साथ स्थानीय लोगों व मंदिर के पुरोहितों द्वारा वर्त्तमान समय मे स्थापित किये गए अलग -अलग देवी देवताओं को शौंपकार मंदिर का अपने मन से नामांकरण कर मंदिर का इतिहास उसका अस्तित्व को खतरे मे ना डालें मंदिर का असली परिचय दुनिया के सामने रखें उसका इतिहास लोगों के सामने रखें ठीक उसी तरह जैसे सोमनाथ – गुजरात के सौराष्ट्र में समुद्र किनारे मल्लिकार्जुन – आंध्र प्रदेश के कुर्नूल में महाकालेश्वर – मध्य प्रदेश के उज्जैन में ओंकारेश्वर – मध्य प्रदेश के खंडवा में नर्मदा नदी के द्वीप पर केदारनाथ – उत्तराखंड के केदारनाथ में भीमाशंकर – महाराष्ट्र में पुणे से 100 किलोमीटर दूर विश्वनाथ – उत्तर प्रदेश के वाराणसी में त्रयम्बकेश्वर – महाराष्ट्र के नासिक में वैद्यनाथ – झारखंड के देवघर में नागेश्वर – गुजरात के द्वारका में रामेश्वर – तमिलनाडु के रामेश्वरम में घुश्मेश्वर – महाराष्ट्र के औरंगाबाद का है
पब्लिक न्यूज़ आसनसोल बिनु श्रीवास्तव:– कलांगन नामक कलाकारों की संस्था की तरफ से संस्था के 10 साल पूरे होने के अवसर पर एक एग्जीबिशन का आयोजन किया गया था बीएनआर के आर्ट गैलरी में यह एग्जिबिशन लगाया गया था इस बारे में जानकारी देते हुए संस्था से जुड़े सुरजीत शास्त्री ने कहा कि आज उनकी संस्था के 10 साल पूरे हो चुके हैं। आसनसोल के कलाकार सत्येन गांगुली ने इसकी स्थापना की थी। इस अवसर पर संस्था की तरफ से एक चित्र प्रदर्शनी लगाई गई थी जिसमें छोटे छोटे कलाकारों द्वारा चित्र बनाए गए थे। तीन दिवसीय प्रदर्शनी का आज समापन हुआ।
पब्लिक न्यूज़ आसनसोल रिकी बाल्मीकि:– स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर विवेकानंद समिति की तरफ से आसनसोल के राहा लेन स्थित म्युनिसिपल पार्क में तीन दिनों के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके दूसरे दिन कल पश्चिम बर्धमान जिला स्तर पर बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस संदर्भ में संगठन के अध्यक्ष अशोक रॉय ने बताया कि विवेकानंद समिति की तरफ से स्वामी विवेकानंद की जयंती पर तीन दिन के कार्यक्रम के दूसरे दिन पश्चिम बर्धमान जिला स्तर पर बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि 55 किलो से लेकर 80 किलो तक पांच विभागों में यह प्रतियोगिता हुई । कूल पांच प्रतिभागी चुने गए जिनके बीच एक और प्रतियोगिता हुई जिसके विजेता को विवेकानंद श्री का खिताब मिला।
पब्लिक न्यूज़ आसनसोल रिकी बाल्मीकि :–आसनसोल में इन दिनों जुबो शिल्पी संसद द्वारा आयोजित पुस्तक मेले का आयोजन किया जा रहा है इस बार पुस्तक मेले का यह 41वां साल है। आसनसोल के पुस्तक मेले के इतिहास में पहली बार दिल्ली की प्रख्यात किताबों की पब्लिकेशन हाउस चिल्ड्रंस बुक ट्रस्ट द्वारा पुस्तक मेले में स्टॉल लगाया गया है आपको बता दें कि चिल्ड्रंस बुक ट्रस्ट दिल्ली की एक पब्लिकेशन हाउस है जो मूलत बच्चों के लिए किताबें छापती है। आसनसोल के पुस्तक मेले में चिल्ड्रंस बुक ट्रस्ट द्वारा पहली बार स्टॉल लगाया गया है इस बारे में जब हमने चिल्ड्रंस बुक ट्रस्ट की पदाधिकारी राणा सिद्दीकी जमा से बात की तो उन्होंने कहा कि आसनसोल पुस्तक मेले के इतिहास में पहली बार दिल्ली की प्रख्यात किताबों की पब्लिकेशन कंपनी चिल्ड्रंस बुक ट्रस्ट द्वारा स्टॉल लगाया गया है उन्होंने बताया कि पिछले 80 वर्षों से चिल्ड्रंस बुक ट्रस्ट 5 वर्ष से लेकर 15 वर्ष तक के बच्चों के लिए विभिन्न ज्ञानवर्धक किताबों का पब्लिकेशन करती आ रही है इस साल आसनसोल पुस्तक मेले में पहली बार चिल्ड्रंस बुक ट्रस्ट द्वारा स्टॉल लगाया गया है उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल एक ऐसा राज्य है जहां पर आज भी बच्चे मोबाइल के इस्तेमाल के साथ-साथ किताबें भी पढ़ते हैं किताबों के प्रति बच्चों के मन में इसी रुझान को और बढ़ाने के लिए चिल्ड्रंस बुक ट्रस्ट द्वारा यहां पर स्टाल लगाया गया है उन्होंने कहा कि यहां पर हिंदी इंग्लिश बांग्ला में 659 टाइटल्स के साथ साढ़े तीन हजार से ज्यादा पुस्तकों का स्टॉल लगाया गया है। उन्होंने कहा कि चिल्ड्रंस बुक ट्रस्ट की किताबों की कीमत भी बहुत कम है हर किताब की खरीदारी पर ग्राहकों को 10% की छूट दी जाएगी और 20% स्कूलों में अनुदान स्वरूप दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि चिल्ड्रंस बुक ट्रस्ट द्वारा आसनसोल पुस्तक मेले में पहली बार स्टॉल लगाया गया है और जिस तरह से लोगों की प्रतिक्रिया मिल रही है वह काफी उत्साहवर्धक है और भविष्य में भी आसनसोल में लोगों तक पहुंचने की कोशिश की जाएगी। आज इस स्टॉल का उद्घाटन सेंट जुड के छात्र अयनांश सिंह तथा सेंट विंसेंट के उबैद खान ने फीता काट कर किया। चिल्ड्रंस बुक ट्रस्ट की तरफ पुस्तक मेले में 22 नंबर स्टाल लगाया गया है।
पब्लिक न्यूज़ आसनसोल बिनु श्रीवास्तव रिकी बाल्मीकि:– आज आसनसोल के रविंद्र भवन परिसर में बने प्रेस क्लब के आहाते में एक बंदर घुस आया था जब प्रेस क्लब में आने वाले पत्रकारों की नजर इस पर पड़ी तो उन्होंने तुरंत इस जिले के रेंज ऑफिसर को जानकारी दी रेंज ऑफिसर ने भी त्वरित कार्रवाई करते हुए अपने अधिकारियों को भेजो और इस बंदर को सुरक्षित रूप से अपने हिफाजत में ले लिया इस अभियान को करने वाले अधिकारी से जब हमने बात की तो उन्होंने कहा कि वह इसे रेंज ऑफिस ले जा रहे हैं और उच्च अधिकारियों के निर्देश पर उसे बाद में छोड़ दिया जाएगा।