

पब्लिक न्यूज़ आसनसोल :–आज भारत के संविधान दिवस के मौके पर कांग्रेस की तरफ से आसनसोल के गिरजा मोड इलाके में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया यहां कांग्रेस नेता प्रसनजीत पुईतुंडी शाह आलम सहित अन्य नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे यहां पर भारत के संविधान के प्रणेता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण किया गया इसके उपरांत कांग्रेस नेताओं ने संविधान दिवस पर अपने विचार व्यक्त किये उन्होंने कहा कि आज केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार संविधान को नहीं मान रही है उनके द्वारा संविधान का उल्लंघन किया जा रहा है उन्होंने कहा कि 23 तारीख को दो राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे आए और 24 तारीख को ही उत्तर प्रदेश के संभल में एक मस्जिद के नीचे शिव मंदिर था यह कहकर संभल में अशांति फैलाई गई उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का एक वर्ग धर्म के नाम पर लगातार देश में अशांति फैलाने की कोशिश कर रहा है भाजपा संविधान को नहीं मानती संविधान को दरकिनार कर शासन चलाना चाहती है इसलिए हेमंत सोरेन अरविंद केजरीवाल जैसे विपक्षी दलों के मुख्यमंत्रीयों को भ्रष्टाचार के मामलों में फंसा कर उन्हें जेल भेज रहे हैं ताकि विपक्ष कमजोर हो जाए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी कहते हैं कि वह ओबीसी समुदाय से आते हैं लेकिन जब जातिगत जनगणना करवाने की बात आती है तब बीजेपी पीछे हट जाती है उन्होंने कहा कि अगर जातिगत जनगणना होगी तो यह पता चलेगा कि आज भारत में जातिगत आधार पर किस तरह की सरकारी सुविधाएं प्रदान करने की आवश्यकता है लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार ऐसा नहीं करना चाहती। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के शासनकाल में पूरे देश में दलितों पर लगातार अत्याचार हो रहा है चाहे वह मध्य प्रदेश हो या उत्तर प्रदेश या भाजपा शासित कोई और राज्य हर जगह पर दलितों के साथ अन्याय अत्याचार हो रहा है। संभल में मस्जिद के निरीक्षण को लेकर हुए विवाद पर उन्होंने कहा कि जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रधान यह कहते हैं कि यह कोई जरूरी नहीं है कि हर मस्जिद के नीचे शिव मंदिर हो फिर भी भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का एक धड़ा मंदिर मस्जिद की राजनीति करके देश में अशांति फैलाना चाहता है ताकि उनको चुनाव में फायदा मिले वह धार्मिक ध्रुवीकरण की राजनीति कर रहे हैं। प्रसनजीत पुईतुंडी ने आरोप लगाया कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार आदिवासियों को उनके जल जंगल जमीन के अधिकारों से वंचित कर रही है और सिर्फ अपने पसंद के कुछ पूंजी पतियों को उन पर अधिकार प्रदान करना चाहती है उन्होंने कहा कि इसके लिए देशवासियों को एकजुट होना होगा ताकि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार संविधान को इस तरह से दरकिनार ना कर सके





























