पब्लिक न्यूज़ आसनसोल: –आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के बाराबनी थाने के प्रभारी रहे मनोरंजन मंडल को सस्पेंड कर दिया गया है उन्हें हाल ही में बाराबनी से अंडाल थाने का थानेदार बनाया गया था। लेकिन पदभार ग्रहण करने के पहले ही उन्हें निलंबित कर दिया गया है पुलिस कमिश्नर सुनील कुमार चौधरी ने इससे संबंधित आदेश जारी किया है। इस कार्रवाई के बाद से पुलिस महकमा में हड़कंप मचा हुआ है। माना जा रहा है कि तृणमूल के ब्लॉक अध्यक्ष का जन्मदिन थाना में मनाए जाने वाले विवाद के कारण यह कार्रवाई हुई है राज्य के नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने काली पूजा उद्घाटन के दौरान इस मुद्दे को उठाया था। पुलिस कमिश्नर द्वारा जारी आदेश में कहा गया है पीआरबी खंड-I, 1943 के नियम संख्या 880/881 और डब्ल्यूबीएसआर भाग-I के नियम संख्या 71 के अनुसार, एसआई (यूबी) मनोरंजन मंडल, ओ/सी बाराबनी पीएस, एडीपीसी को 21.11.2024 अपराह्न से निलंबित किया जाता है, क्योंकि उनकी सेवा में बने रहना लोक सेवा के हित में प्रतिकूल है और उनके अव्यवसायिक आचरण और कर्तव्य के प्रति लापरवाही के लिए उनके आचरण की विभागीय जांच लंबित है।निलंबन की अवधि के दौरान वह अपने मूल वेतन का आधा हिस्सा और निलंबन के तहत सरकारी कर्मचारी को स्वीकार्य निर्वाह भत्ते की राशि पर निर्वाह भत्ते और महंगाई भत्ते के रूप में सामान्य भत्ते प्राप्त करेंगे। वह अपने सरकारी किट को कपड़ों की स्टोर पर रिजर्व पुलिस निरीक्षक, एडीपीसी के पास जमा करेंगे। आसनसोल पुलिस लाइन्स में ही रहेंगे। कमिश्नरेट गठन के बाद पहली बार इस तरह की बड़ी कार्रवाई किसी पुलिस अधिकारी पर की गई है।
পাবলিক নিউজঃ জাহিদ আনোয়ার রানীগঞ্জ :– চুরি যাওয়া সোনার আংটির সূত্র ধরে উদ্ধার হল এক গৃহস্থের পরিবারের চুরি যাওয়া সকল সামগ্রীর সাথেই নগদ অর্থ ও সোনা রুপোর বিশাল পরিমাণ গহনা। শুক্রবার এমনই বিষয় লক্ষ্য করা গেল আসানসোল দুর্গাপুর পুলিশ কমিশনারেটের রানীগঞ্জ থানা এলাকায়। এই ঘটনায় চুরির ঘটনা সংঘটিত করার অপরাধে পুলিশ তিন অভিযুক্তকে গ্রেফতার করেছে। ঘটনা প্রসঙ্গে জানা যায় গত 14 ই নভেম্বর দুপুরে রাণীগঞ্জ থানার গির্জা পাড়া হলুদ ফ্যাক্টরি এলাকায় দীপক সিং নামে এক ব্যক্তির বাড়িতে বাড়ির সদস্যদের অনুপস্থিতির সুযোগে তিন দুষ্কৃতকারী বাড়ির পেছন দরজা ভেজানো অবস্থায় থাকার সুযোগ কে কাজে লাগিয়ে সেই দরজা দিয়ে ঢুকেই বাড়ির আলমারির মধ্যে থাকা মূল্যবান সোনার রুপোর গহনা ও নগদ কিছু টাকা নিয়ে চম্পট দেয়। ১৪ তারিখ রাত্রেই এই বিষয়টি বাড়ির সদস্যরা লক্ষ্য করে পাড়া প্রতিবেশীদের সাথেই পুলিশ প্রশাসনকে চুরির ঘটনা সম্পর্কে খবর দিলে পুলিশ দ্রুত এই ঘটনার তদন্ত শুরু করে দেয় দিকে দিকে নজরদারি চালানোর সাথেই এলাকার বিভিন্ন সোনার উপর গহনায় গহনা বিক্রি করতে এলে খবর দেওয়ার জন্য জানিয়ে দেওয়া হয়। আর এখানেই মেলে সফলতা কত ১৬ ই নভেম্বর এক সোনার গহনার দোকানে ওই দুষ্কৃতীদলেরই একজন গির্জা পাড়ারই বাসিন্দা বাদশা খান একজন মহিলাকে সঙ্গে নিয়ে আংটির দোকানে আংটির উপর খোদাই করা দীপক নামকে পরিবর্তন করে আব্বাস বলে এক নাম লিখতে বললেই অলংকার দোকানের কারিগরের মনে সন্দেহ হয় আর তারপরেই পুলিশ প্রশাসনের কাছে এ বিষয়ে খবর গেলে পুলিশ দ্রুত সক্রিয় হয়ে ওঠে। এই ঘটনায় অভিযোগ দায়েরের পরই রানীগঞ্জ থানার ইন্সপেক্টর বিকাশ দত্তর নেতৃত্বে পিসি পার্টির বিশেষ দল সাব-ইন্সপেক্টর প্রীতম পাল, পিএসআই এমডি পারভেজ ও এস আই শ্রীকান্ত পাঞ্জা কে সঙ্গে নিয়ে, দিকে দিকে খোঁজ-তল্লাশির পর, অবশেষে এলাকার চারিপাশে থাকা সিসিটিভি ক্যামেরার সূত্র ধরে, বাদশা খান কে চিনতে পারে। পুলিশের কাছে এই বাদশা খান আগে থেকেই পরিচিত, নেশা গ্রস্ত এ বাদশা খান এর আগে প্রায় ১৪ টির মত মোটরবাইক চুরির ঘটনায় যুক্ত ছিল, তার সাথে বেশ কয়েক দফায় চুরির ঘটনাও সংঘটিত করেছে সে। আর এই ঘটনার সামনে আসার পরই, পুলিশ চারিদিকে তৎপর হয়ে খোঁজ তল্লাশির পর ১৯শে নভেম্বর রাত্রে এই বাদশা খানকে ও তার দুই সহযোগী হিসেবে থাকা অভিজিৎ গোন্ড ও অর্জুন পাশোয়ান কে অতর্কিতে অভিযান চালিয়ে রেল গ্রাউন্ড এলাকায় নেশা করার সময়ে পাকড়াও করে পুলিশ। বৃহস্পতিবার পুলিশ ধৃতদের আসানসোল জেলা আদালতে হাজির করে, বিচারকের কাছে, তাদের আগামীতে জিজ্ঞাসাবাদের জন্য নিজেদের হেফাজতে নেওয়ার আবেদন জানালে, বিচারক ধৃতদের পুলিশি হেফাজতে নেওয়ার নির্দেশ দেন। এরপরই পুলিশ ধৃত ওই তিন দুষ্কৃতকারী কে সঙ্গে নিয়ে বৃহস্পতিবার রাত্রেই বিভিন্ন অংশে তল্লাশি চালিয়ে চুরি যাওয়া সোনা, রুপোর গহনা ও নগদ প্রায় ৩৫ হাজার টাকা উদ্ধার করে। পুলিশের এই বিশেষ তৎপরতায় চুরি যাওয়া সকল সামগ্রী আবার ফিরে পেয়ে স্বভাবতই খুশি, দীপক সিং ও তার পরিবার পুলিশের এই বিশেষ উদ্যোগকে সাধুবাদ জানিয়েছেন তারা।
তাদের দাবি পুলিশে অভিযোগ করার পর থেকেই পুলিশ সক্রিয়ভাবে তদন্ত করে, এই ঘটনার উপর নজর রেখে তাদের তাদের যে রূপভাবে চুরি যাওয়া সামগ্রী উদ্ধার করতে তৎপর হলো তা সত্যিই প্রশংসনীয়, তাই পুলিশকে তারা কৃতজ্ঞতা প্রকাশ করেন। শুক্রবার এই চুরির সামগ্রী উদ্ধার সহ ধৃত তিন দুষ্কৃতীকে এক সাংবাদিক বৈঠক করে সমস্ত বিষয় সংবাদমাধ্যমের সামনে তুলে ধরেন রানীগঞ্জ থানার ইন্সপেক্টর বিকাশ দত্ত, সঙ্গে উপস্থিত থাকতে দেখা যায় ঘটনার সঙ্গে যুক্ত থেকে সমগ্র উদ্ধার কাজ চালানোর কাজে নিযুক্ত থাকা পুলিশ আধিকারিক সাব-ইন্সপেক্টর প্রীতম পাল, এ এস আই শ্রীকান্ত পাঞ্জা, ও পি এস আই এম ডি পারভেজকে। প্রশাসন সূত্রে জানা গেছে আগামীতে এই দুষ্কৃতকারীরা আরো কোনো ঘটনা সংঘটিত করেছিল কিনা তা নিয়েও চলবে জিজ্ঞাসাবাদ।
পাবলিক নিউজঃ অলোক চক্রবর্তী আসানসোল:– চিকিৎসার সময় নিজের চেম্বারে অষ্টম শ্রেণির এক স্কুল পড়ুয়াকে যৌন নির্যাতনের অভিযোগে গ্রেফতার হলেন আসানসোলের পরিচিত হৃদরোগ বিশেষজ্ঞ চিকিৎসক বা কার্ডিওলজিস্ট ডাঃ রমন রাজ। ঘটনাটি ঘটেছে গত ১৫ নভেম্বর। স্কুল পড়ুয়ার পরিবারের লিখিত নির্দিষ্ট অভিযোগের ভিত্তিতে বুধবার রাতে আসানসোল মহিলা পুলিশ ঐ চিকিৎসককে গ্রেফতার করে। তার বিরুদ্ধে আসানসোল মহিলা থানার পুলিশ বিএনএস বা ভারতীয় ন্যায় সংহিতার ৬৪(২) (সি), ৬৪/২/এফ, ৬৫(১) ও পকসো আইনের ৬ নং ধারায় একটি মামলায় করেছে। বৃহস্পতিবার সকালে বছর ১৪ র ঐ স্কুল পড়ুয়াকে মেডিকেল পরীক্ষার জন্য আসানসোল জেলা হাসপাতালে নিয়ে আসে আসানসোল মহিলা থানার পুলিশ। একই সঙ্গে এদিন আসানসোলের এদিন পুলিশ ধৃত চিকিৎসক ডাঃ রমন রাজকে আসানসোল আদালতের পকসো কোর্টে পেশ করে পাঁচ দিনের রিমান্ডে নেওয়ার আবেদন করে। পকসো কোর্টের বিচারক ছুটিতে থাকায় এই মামলার শুনানি হয় পকসো কোর্টের দায়িত্বে থাকা এডিজে (২) তানিয়া ঘোষের এজলাসে। সওয়াল-জবাব শেষে আদালতের বিচারক চিকিৎসকের জামিন নাকচ করে একদিনের পুলিশ রিমান্ড মঞ্জুর করেন। নামি চিকিৎসকের বিরুদ্ধে এই ধরনের একটি অভিযোগ উঠায় চাঞ্চল্য ছড়িয়ে পড়ে আসানসোল শিল্পাঞ্চল জুড়ে। শোরগোল পড়ে যায় চিকিৎসক মহলেও। জানা গেছে, আসানসোলের বাসিন্দা ঐ নাবালিকা আসানসোলের এসবি গরাই রোডের একটি নামী গালস হাইস্কুলে অষ্টম শ্রেণিতে পড়ে। গত ১৫ নভেম্বর ঐ স্কুল পড়ুয়া আসানসোলের সেনরেল রোডের ওয়েষ্ট আপকার গার্ডেনে ডাঃ রমন রাজের চেম্বারে চিকিৎসা করাতে যায়। তখনই ঐ চিকিৎসক তার সঙ্গে যৌন নির্যাতন করে বলে অভিযোগ। পরে সে গোটা ঘটনার কথা বাড়িতে জানায়। স্কুল কতৃপক্ষকে গোটা বিষয়টি জানানো হয়। জানা গেছে, পরিবারের পাশাপাশি স্কুলের তরফেও আলাদা আলাদা করে মহিলা থানায় অভিযোগ দায়ের করা হয়। এদিন এই প্রসঙ্গে আসানসোল আদালতের পকসো কোর্টের সরকারি আইনজীবী বা পিপি মিতা মজুমদার বলেন, চিকিৎসা করার সময় অভিযুক্ত চিকিৎসক ঐ স্কুল পড়ুয়ার সঙ্গে আপত্তিকর আচরণ করে। নির্যাতিতা বিষয়টি তার পরিবারের সদস্যদের জানান। এরপর পরিবারের লোকজন অভিযোগ দায়ের করেন। এরপরে আসানসোল মহিলা থানার পুলিশ অভিযুক্ত চিকিৎসককে গ্রেফতার করে। তিনি আরো বলেন, পুলিশের তরফে ৫ দিনের রিমান্ড চেয়ে বিচারকের কাছে আবেদন করা হয়েছিলো। বিচারক তার জামিন নাকচ করে ১ দিনের পুলিশ রিমান্ডের নির্দেশ দেন। তবে ধৃত চিকিৎসক তার বিরুদ্ধে উঠা অভিযোগ নিয়ে এদিন আসানসোল আদালত থেকে বেরোনোর সময় কোন মন্তব্য করতে চাননি।
পাবলিক নিউজঃ আসানসোল :– আসানসোল দূর্গাপুর পুলিশ কমিশনারেটের আসানসোল ও দূর্গাপুরের একাধিক থানার ওসি বা অফিসার ইনচার্জ এবং ফাঁড়ি বা আউটপোস্ট বা ওপির ইনচার্জ ( আইসি) বদল করা হলো। মঙ্গলবার বিকেলে আসানসোল দূর্গাপুর পুলিশ কমিশনারেটের তরফে এই বদলি সংক্রান্ত একটি বিঞ্জপ্তি জারি করা হয়েছে। তাতে দেখা যাচ্ছে সবমিলিয়ে ১৮ এসআই বা সাব ইন্সপেক্টরকে বদলি করা হয়েছে। তারমধ্যে আছেন ৫ টি থানার ওসি ও ৮ টি ফাঁড়ি বা ওপির ইনচার্জ। যেমন হিরাপুর থানার ওসি সৌমেন্দ্রনাথ সিংহ ঠাকুরকে জামুড়িয়া থানার ওসি করা হয়েছে। দিন কয়েক আগে জামুড়িয়া থানার ওসি রাজশেখর মুখোপাধ্যায় ইন্সপেক্টর পদে পদোন্নতি হওয়ার তাকে অন্য জেলায় বদলি করা হয়েছে। একইভাবে বারাবনি থানার ওসি মনোরঞ্জন মন্ডলকে অন্ডাল থানার ওসি, অন্ডাল থানার ওসি তন্ময় রায়কে হিরাপুর থানার ওসি, দূর্গাপুরের এনটিএস থানার ওসি মানব ঘোষকে পান্ডবেশ্বর থানার ওসি, দূর্গাপুর মহিলা থানার ওসি শিউলি মন্ডলকে উখড়া ওপির ইনচার্জ করা হয়েছে। অন্যদিকে, আসানসোল দক্ষিণ পিপির ইনচার্জ সঞ্জীব দেকে দূর্গাপুর থানার ওসি করা হয়েছে। দূর্গাপুর থানার ওসি প্রসেনজিৎ রায় ইন্সপেক্টর পদে পদোন্নতি হওয়ার তাকে ইতিমধ্যেই অন্য জেলায় বদলি করা হয়েছে।
पब्लिक न्यूज आसनसोल आसनसोल:–, पश्चिम बंगाल आसनसोल बीएनआर स्थित कॉफी हॉउस गेट के सामने पुलिस लिखी हुई खड़ी एक होंडा सिटी कार जिसका नंबर Wb06h2077 है, उस कार पर आसनसोल साऊथ पुलिस फाड़ी की गस्ती दल की नजर पड़ी, जिसके बाद पुलिस ने कार चालक कपिल शर्मा पिता राजेंद्र शर्मा श्री पल्ली आसनसोल के रहने वाले व उसके साथ मौजूद सपनील शर्मा पिता रंजन कुमार शर्मा आसनसोल धधका के रहने वाले से कार मे लिखी पुलिस के संबंध मे पूछताछ शुरू कर दी इस पूछताछ के दौरान दोनों युवक पुलिस को सटीक जवाब नही दे पाए और ना ही कार मे लिखी पुलिस से सम्बंधित कोई जरुरी कागजात ही दे पाए, ऐसे मे पुलिस ने दोनों युवकों को अपने हिरासत मे ले लिया साथ ही कार को भी जब्त कर लिया और आसनसोल साऊथ पुलिस फाड़ी ले आए जहाँ दोनों युवकों से गहमी से पूछताछ चल रही है, सूत्रों की अगर माने तो पुलिस लिखी कार मे पकड़े गए दोनों युवक अक्सर आसनसोल रबिन्द्र भवन स्थित कॉफ़ी हॉउस करीबन दस से पंद्रह युवकों के साथ आते थे और घंटों मीटिंग करते थे, सूत्रों की अगर माने तो इन युवकों का एक बड़ा गिरोह है, जो गिरोह मीटिंग कर एक बड़ी योजना का प्लान बना रहे थे, ऐसे मे उनका प्लान क्या था क्या नही यह पुलिस जानने की कोसिस कर रही है, हालांकि पकड़े गए दोनों युवक मामले मे कुछ भी कहने से बचते रहे, पुलिस सूत्रों की अगर माने तो पकड़े गए कार की तमाम कागजात भी फेल है और किसी अंकिता अग्रवाल के नाम पर है, पुलिस सूत्रों से यह भी पता चला की कार चालक पिछले तीन सालों से पुलिस लिखा हुआ कार चला रहा था, इस दौरान ना तो उसने कार का कभी इन्सुरेंस करवाया और ना ही कार का फिटनेस या फिर पोलूसन पेपर ही बनवाया था और कार भी दूसरे के नाम पर चला रहा था, पुलिस मामले की गहमी से जाँच कर रही है और यह आशंका जताई जा रही है की मामले मे कुछ बड़ा खुलासा हो सकता है साथ ही और भी लोग पकड़े जा सकते हैं
पब्लिक न्यूज मंथन पसवान अंडाल—: शनिवार दोपहर अंडाल ट्रैफिक पुलिस ने उखड़ा बाजपाई मोड में अभियान चलाया 20 से अधिक टोटो को वैध रजिस्ट्रेशन ड्राइविंग लाइसेंस नहीं होने के कारण पकड़ा गया. ट्रैफिक प्रभारी ने कहा कि अवैध टोटो के खिलाफ अभियान जारी रहेगा. राज्य सरकार के परिवहन विभाग ने कई माह पहले ही अधिसूचना जारी कर दी थी कि एक अगस्त से अवैध टोटो के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. टोटो सरकार द्वारा अनुमोदित होना चाहिए, पंजीकरण, ड्राइविंग लाइसेंस होना चाहिए साथ ही टोटो का परिचालन सरकार द्वारा निर्धारित रूट के अंदर ही किया जाय. परिवहन विभाग ने कहा कि जो लोग इस नियम का पालन नहीं करेंगे उनकी गाड़ी जब्त कर ली जाएगी. अगस्त के बाद टोटो चालकों को मौका देने के लिए समय सीमा को अस्थायी रूप से बढ़ा दिया गया था. लेकिन अभी भी देखा जा रहा है कि सरकारी नियमों की अनदेखी कर विभिन्न रुटों पर अवैध टोटो चल रहा है. अब अवैध टोटो को पकड़ने के लिए प्रशासन सक्रिय है. शनिवार की दोपहर अंडाल ट्रैफिक थाने की पुलिस ने उखरा बाजपेयी मोड पर अवैध टोटो को पकड़ने के लिए अभियान चलाया. पुलिस ने बिना रजिस्ट्रेशन व ड्राइविंग लाइसेंस के 20 से अधिक टोटो को जब्त कर लिया. ट्रैफिक ओसी प्रबीर पाल ने बताया कि जब्त टोटो को अंडाल थाने के उखरा चौकी को सौंप दिया गया है. उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई लगातार जारी रहेगी.
पब्लिक न्यूज आसनसोल/रानीगंज:– मेदिनीपुर के बेल्डा से बीरभूम के दुबराजपुर जाने के क्रम में आज सुबह रानीगंज के पंजाबी मोड इलाके में एक पेट्रोल पंप के सामने रानीगंज के पंजाबी मोड़ फांड़ी के पुलिस के तत्परता से मछली लदे एक ट्रक से भारी मात्रा में गांजा बरामद किया गया इस मामले में ट्रक चालक शुभंकर सिंह और खलासी अभिजीत सैनी को हिरासत में लिया गया इस बारे में शुभंकर ने बताया कि वह पिछले कुछ समय से ही राजू नामक एक ट्रक मालिक का ट्रक चला रहा है और राजू कंटाई का रहने वाला है । शुभंकर ने बताया कि वह यह ट्रक बेल्डा से दुबराजपुर लेकर जा रहा था हालांकि शुभंकर और अभिजीत दोनों ने ही कहा कि उन्हें नहीं पता था की मछली के नीचे गांजा छुपा के ले जाया जा रहा है। जब उनसे पूछा गया कि ट्रक में कितनी मात्रा में मछली लोड है तो इसके बारे में वह कुछ नहीं बता पाए उन्होंने कहा कि किसी दूसरे ड्राइवर ने ट्रक में मछली लोड किया था उनके पास वजन कांटा का रसीद भी नहीं था। वही जब उनसे पूछा गया कि दुबराजपुर में किसके पास यह ट्रक ले जाया जा रहा था तो भी वह सवाल का जवाब नहीं दे पाए उन्होंने बताया कि दुबराजपुर में किसके पास इस ट्रक को ले जाना था उसे व्यक्ति का नाम नहीं बताया गया था उन्हें सिर्फ एक फोन नंबर दिया गया था शुभंकर और अभिजीत ने बताया कि पुलिस अधिकारियों ने उनसे उनका फोन ले लिया है इसलिए अभी तक ट्रक मालिक को घटना की जानकारी वह नहीं दे पाए उन दोनों ने ही कहा कि उन्हें इस बात का जरा भी पता नहीं था कि ट्रक में मछली के नीचे गांजा छुपाया गया है। सुत्रों के अनुसार ट्रक में करीब दो क्विंटल गांजा लदा हुआ था
পাবলিক নিউজঃ রানীগঞ্জ : –মাছ সরবরাহের আড়ালে চলছিল গাঁজা পাচার। উদ্ধার হল প্রায় ২ কুইন্টাল গাজা। আসানসোল পুলিশ কমিশনারেটের রানীগঞ্জ থানার পাঞ্জাবি মোড় ফাঁড়ির পুলিশ ও ডিটেকটিভ ডিপার্টমেন্টের পুলিশ গোপন সূত্রে খবর পেয়ে ছট পুজোর দিন সকালেই অতর্কিতে ওই মাছের গাড়ি পাকড়াও করে পায় সফলতা। ঘটনা প্রসঙ্গে জানা যায় মেদিনীপুরের বেলদা থেকে বীরভূমের দুবরাজপুর নিয়ে যাওয়া হচ্ছিল এই বিপুল পরিমাণ গাঁজা, বলেই জানিয়েছে ওই গাঁজা পাচারের যুক্ত ২ যুবক বছর ১৯ এর অভিজিৎ সাঁই, ও বছর কুড়ি শুভঙ্কর সিংহ। দুজনেই বেলদা থানা এলাকার বাসিন্দা বলে জানা গেছে। ঘটনা প্রসঙ্গে জানা যায় শুক্রবার ভোর প্রায় সাড়ে চারটে নাগাদ আসানসোল দুর্গাপুর পুলিশ কমিশনারেটের রানীগঞ্জ থানার পাঞ্জাবি মোড় ফাঁড়ির আইসি ইন্সপেক্টর রবীন্দ্রনাথ দলুই এর সঙ্গে ডিটেকটিভ ডিপার্টমেন্টের এসিপি শান্তনু মুখার্জী , রানীগঞ্জের সমষ্টি উন্নয়ন আধিকারিক শুভদীপ গোস্বামী কে সঙ্গে নিয়ে এই বিশেষ অভিযান চালায়। দেখা যায় বেলদা থেকে আসা ওই গাড়ির মধ্যে থাকা প্রায় ৪২ টি কন্টেনারে ওপরের থাক বরফ ও চাদর দিয়ে মোড়া, আর সেই সকল বরফ আর চাদর সরিয়ে থার্মোকলের কন্টেনার গুলি খুলতেই তার মধ্যে থাকা বরফ সরাতেই, তার ভেতরে মাছের জায়গায় মিলল প্লাস্টিকের মোড়কে বাধা কেজি কেজি গাঁজা। । এরকম প্রায় ৩৯ টি থার্মোকল বক্সে প্রায় ১৮০ কেজিরর বেশি পরিমাণ গাঁজা, উদ্ধার করলো পুলিশ। যার বাজার মূল্য প্রায় দুই কোটি টাকা বলে জানা গেছে। পুলিশের প্রাথমিক অনুমান সম্ভবত উড়িষ্যা থেকে পশ্চিমবঙ্গের বীরভূম জেলার দিকে এই গাঁজা পাচার করার জন্য নিয়ে যাওয়া হচ্ছিল, আর তার মাঝেই পুলিশ চালায় এই অতর্কিত অভিযান। তবে এরূপভাবে আগেও গাঁজা পাচার হয়েছে কিনা সে সম্পর্কে এখনো কোনো তথ্য উঠে আসেনি। এখন দেখার সমস্ত বিষয়টা জিজ্ঞাসাবাদ করেই এই পাচার চক্র সম্পর্কে আর কি জানতে পারে পুলিশ। স্থানীয় এলাকার বাসিন্দাদের দাবি এর আগে তারা কখনো এরকম ঘটনা লক্ষ্য করেনি, আগে তারা সিনেমায় এ ধরনের পাচারের বিষয় লক্ষ্য করেছিল, তবে প্রথমবার তারা রিয়েল লাইফে এরকম ভাবে গাঁজা পাচার হওয়ার বিষয়টি লক্ষ্য করল, যা অনেকটাই ভাবিয়ে তুলেছে তাদের বলেই দাবি করেন।
पब्लिक न्यूज मंथन पसवान पांडवेश्श्वर—: छठ उत्सव की अंतिम तैयारी चल रही है छठ व्रतियों के साथ-साथ प्रशासन भी अंतिम तैयारियों की निगरानी में जुटा हुआ है. पांडवेश्वर थाना प्रभारी ईंस्पेकटर राहुल देव मंडल और पांडवेश्श्वर बीडीओ वृष्टि हाजरा सहित अन्य अधिकारियों ने बुधवार को पांडवेश्वर ब्लॉक के केंद्रा पंचायत के रामनगर और पंचपांडव मंदिर से सटे अजय नदी के कई घाटों का दौरा किया थाना प्रभारी ईंस्पेकटर राहुल देव मंडल ने बताया कि इलाके के हर घाट का निरीक्षण किया जा रहा है. जिन नदी घाटों पर खतरे की आशंका है, वहां खतरे से बचने के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इन घाटों पर पर्याप्त रोशनी के साथ-साथ प्रशिक्षित गोताखोरों के साथ ड्रोन से भी निगरानी की जायेगी.
পাবলিক নিউজঃ আসানসোল:– বাতিল চেকে জাল সই করে আসানসোল পুরনিগমের ৪০ লক্ষ টাকারও বেশি আর্থিক জালিয়াতির মাধ্যমে হাতিয়ে নেওয়ার অভিযোগে দুজনকে গ্রেফতার করলো আসানসোল দুর্গাপুর পুলিশ কমিশনারেটের (এডিপিসি) সাইবার ক্রাইম থানার পুলিশ। সাইবার ক্রাইম থানার অফিসারদের নিয়ে তৈরি সিট বা বিশেষ তদন্তকারী দল আসানসোল পুরনিগমের ব্যাঙ্ক একাউন্ট থেকে ৪০ লক্ষ টাকার বেশি হাতিয়ে নেওয়ার এই ঘটনায় রবিবার মধ্যপ্রদেশের (এমপি) জব্বলপুর থেকে এই দুজনকে গ্রেফতার করেছে। ধৃতদের নাম হলো মাধব সারোগী ও প্রিয়াংশু সাহু। তাদের মধ্যে মাধবের বাড়ি মধ্যপ্রদেশের আনুপুরে ও প্রিয়াংশুর বাড়ি ছত্রিশগড়ের পেন্দ্রায়। এদের বিরুদ্ধে অভিযোগ ছিলো যে বাতিল চেকে সই জাল করার পরে আসানসোলের একটি ব্যাঙ্কের অ্যাকাউন্ট থেকে এই টাকা তোলা হয়েছে। মঙ্গলবার সকালে তাদেরকে ট্রানজিট রিমান্ডে আসানসোলে আনা হয়। পরে এদিনই দুজনকে আসানসোল আদালতে পেশ করে ১০ দিনের পুলিশ রিমান্ড চাওয়া হয়েছে আসানসোল সাইবার ক্রাইম থানার তরফে। বিচারক সেই আবেদনের ভিত্তিতে দুজনের জামিন নাকচ করে ১০ দিনের পুলিশ রিমান্ডের নির্দেশ দেন। উল্লেখ্য, গত ২৮ অক্টোবর আসানসোল পুরনিগমের ব্যাঙ্ক একাউন্ট থেকে ৪০ লক্ষেরও বেশী টাকা উধাও হয়ে যাওয়ার ঘটনাটি জানাজানি হয়। স্বাভাবিক ভাবেই পুর প্রশাসনের অন্দরে শোরগোল পড়ে। কিন্তু কি করে এই টাকা উধাও হয়েছে? রাষ্ট্রায়ত্ব ব্যাঙ্কের ঐ শাখা থেকে পুরনিগমকে জানানো হয় যে, তাদের লেডার প্যাডে একটি চিঠি জমা দেওয়া হয়েছে। তাতে বলা হয়েছে তারা ফোন নম্বর পরিবর্তন করতে চায়। তখন পুরনিগমের তরফে বলা হয়, এমন কোন আবেদন তারা করেনি। এরপর জানা যায়, ঐ ব্যাঙ্কে থাকা পুরনিগমের একাউন্ট থেকে ৪০ লক্ষ ৫০১ টাকা টাকা ট্রান্সফার হয়েছে মধ্যপ্রদেশের একটি ব্যাঙ্কে একাউন্টে। সবকিছু খতিয়ে দেখে জানা গেছে, টাকা ট্রান্সফারে একটি বাতিল হওয়া চেকে সই জাল করে গোটা বিষয়টি করা হয়েছে। ব্যাঙ্ক গোটা বিষয়টি নিয়ে নিজেদের মতো করে কিছু করার আগেই ৪০ লক্ষ টাকার মধ্যে ২৮ লক্ষ টাকা তুলে নেওয়া হয়েছে। মধ্যপ্রদেশের ঐ ব্যাঙ্কে পড়ে আছে ১২ লক্ষ টাকা। সেই টাকা তোলা আটকানো হয়। এরপর আসানসোল পুরনিগমের মেয়র বিধান উপাধ্যায়ের নির্দেশে পুরনিগমের ফিনান্স অফিসার (এফও) আহমেদ কামাল ফরিদিহ ৩০ অক্টোবর আসানসোলে সাইবার ক্রাইম থানায় একটি লিখিত অভিযোগ দায়ের করেন। সেই অভিযোগে বলা হয় রাজ্য সরকারের একটি ফান্ড থেকে কিছু ব্যক্তির দ্বারা ব্যাঙ্কে একটি জাল স্বাক্ষর জমা দেওয়ার পরে ৪০ লক্ষ ৫০১ টাকার সরকারি টাকা হাতিয়ে নেওয়া হয়েছে৷ সেই অভিযোগের ভিত্তিতে সাইবার ক্রাইম থানা তদন্ত শুরু করার জন্য ( নং ৯১/২৪ ), ভারতীয় ন্যায় সংহিতার (বিএনএস) ৩১৯(২), ৩১৮(৪), ৩১৬(২), ৬১(২), ৩৩৮, ৩৩৬(৩) ও ৩৪০(২) নং ধারায় একটি মামলা করে। এরপর সাইবার ক্রাইম থানার অফিসাররা আসানসোলের রাষ্ট্রায়ত্ব ব্যাঙ্কের শাখায় তদন্ত করতে যান। তারা দেখতে পান আসানসোল ব্যাঙ্ক থেকে এই টাকা মধ্যপ্রদেশের জব্বলপুরের একটি ব্যাঙ্ক একাউন্টে ট্রান্সফার হয়েছে৷ এরপর আসানসোল সাইবার ক্রাইম থানার পুলিশের একটি বিশেষ তদন্তকারী দল (এসআইটি বা সিট) জব্বলপুরে পৌঁছায়। রবিবার অভিযান চালিয়ে গ্রেফতার করা মাধব সারোগী ও প্রিয়াংশু সাহুকে। তাদেরকে সেখানকার আদালতে পেশ করা হয়। সেই আদালতের নির্দেশে পাঁচ দিনের ট্রানজিট রিমান্ডে দুজনকে মঙ্গলবার আসানসোলে নিয়ে আসা হয়। এই প্রসঙ্গে, মঙ্গলবার আসানসোল দূর্গাপুর পুলিশের ডিসিপি (হেডকোয়ার্টার) ডাঃ অরবিন্দ কুমার আনন্দ বলেন, ঐ ঘটনায় অভিযোগের ভিত্তিতে তদন্তে নেমে মধ্যপ্রদেশ থেকে দুজনকে গ্রেফতার করা হয়েছে। আরো তদন্তের জন্য তাদেরকে হেফাজতে নেওয়া হয়েছে। আসানসোল পুরনিগমের সরকারি টাকা হাতিয়ে নেওয়ার এটি দ্বিতীয় ঘটনা। এর আগে, বিভিন্ন ট্যাক্স থেকে সংগ্রহ করা বিপুল পরিমাণ ব্যাঙ্কে জমা না করায় কুলটি থানায় দায়ের করা হয়েছিল আসানসোল পুরনিগমের তরফে। সেই ঘটনা ঘটেছিলো ২০২১ সালে। টাকার পরিমাণ ছিলো ৮৭ লক্ষ টাকা। কুলটি বোরো অফিসের এক কর্মীর বিরুদ্ধে এই অভিযোগ দায়ের করা হয়েছিলো।