পাবলিক নিউজঃ অলোক চক্রবর্তী আসানসোল:– আসানসোল দূর্গাপুর পুলিশ কমিশনারেটের সাইবার ক্রাইম দপ্তর ২০২৩ সালে আসানসোল উত্তর থানায় ৫ ই মার্চ টাকা আত্মসাতের এক ঘটনার অভিযোগের ভিত্তিতে ২ জন মহিলা সমেত ১০ জনকে গ্রেপ্তার করেছে। বৃহস্পতিবার সকালে আসানসোল সাইবার ক্রাইম দপ্তরে সাংবাদিক সম্মেলনে ডিসি হেড কোয়াটার অরবিন্দ কুমার আনন্দ এবং সাইবার ক্রাইম দপ্তরের আধিকারিক বিশ্বজিৎ মুখার্জি জানান আসানসোল ধাদকার বাসিন্দা ধীরেন মাঝি আসানসোল উত্তর থানায় তার সাথে প্রতারকরা মোবাইল টাওয়ার টাওয়ার বসানোর কথা বলে রানা মুখার্জি নামে এক ব্যাক্তি বিভিন্ন সময়ে বিভিন্ন ব্যাংকে প্রায় ২৪ লক্ষ টাকা প্রতারণা করেছেন, আসানসোল সাইবার ক্রাইম দপ্তর ঘটনার তদন্তে নেমে শ্যামনগর, মধ্যমগ্রাম, বাগুইহাটি এবং দমদম থেকে দুই মহিলা সহ দশজনকে গ্রেপ্তার করেছে তাদের কাছ থেকে ২২ টা মোবাইল এবং দুটো ল্যাপটপ উদ্ধার হয়েছে, শুক্রবার তাদের আদালতে পেশ করে রিমান্ডের আবেদন করবেন। অরবিন্দ কুমার আনন্দ জানান সাইবার ঠগীরা বিভিন্ন জায়গায় মোবাইল টাওয়ার, চাকরি সহ বিভিন্ন প্রলোভন দেখিয়ে পয়সা নিত।
Public নিউজঃ অলোক চক্রবর্তী আসানসোল/বারাবানী :– রাজ্যের মূখ্যমন্ত্রী মমতা ব্যানার্জী স্কুলের পড়ুয়াদের মধ্যে সবুজ সাথী প্রকল্পের অধীনে সমস্ত স্কুল পড়ুয়াদের একটি করে সাইকেল দেবার কথা ঘোষণা করেছিলেন। ইতিপূর্বে সবুজ সাথী প্রকল্পের সাইকেল বিতরণ করা হয়েছিল দীর্ঘদিন পর মূখ্যমন্ত্রী মমতা ব্যানার্জী পুনরায় সাইকেল বিতরণের কথা ঘোষণা করেন। বুধবার সকালে দোমহানি বয়েস এবং গার্লস স্কুলে প্রায় সাড়ে চারশো পড়ুয়াদের মধ্যে সাইকেল বিতরণ করা হয়েছে
পাবলিক নিউজঃ অলোক চক্রবর্তী আসানসোল বুধবার সকালে আসানসোল দক্ষিণ থানার এল আই সি দপ্তরের পেছনে নেপালী পাড়ায় নিশীথ ঘোষ পরিবার নিয়ে বাস করেন বুধবার সকালে তার বাচ্চা নিঁখোজ হয়ে গেলে দক্ষিণ থানায় অভিযোগ জমা করা হয় অভিযোগ পাবার পর পুলিশ তৎপর হয়ে উঠে এবং কিছুক্ষণের মধ্যে বাচ্চা উদ্ধার করে অভিভাবকদের হাতে তুলে দিলেন। সাড়ে চার বছরের ছেলের বাবা নিশীথ ঘোষ জানান বুধবার তার স্ত্রী ডিআরএম দপ্তরে কাজ করেন তিনি সকাল ১১ টা নাগাদ দপ্তরের উদ্দেশ্যে রওয়ানা হন তিনি ঘরে ছিলেন এবং সাথে তাদের দুটো বাচ্চা ছিল, কোনকারনে তিনি ঘরের ভেতর গেছিলেন ফিরে এসে দেখেন তার মেয়েটা ঘরে খেলছে কিন্তু সাড়ে চার বছরের ছেলে নাই তিনি আশেপাশের প্রতিবেশীদের জিজ্ঞেস করার পর আসানসোল দক্ষিণ থানায় অভিযোগ জমা করেন। কিছুক্ষণ পর আসানসোল দক্ষিণ থানার ট্রাফিক গার্ড দপ্তর থেকে নিঁখোজ বাচ্চা অনন্য ঘোষের মাকে ফোন করে জানা হয় তাদের বাচ্চা নিঁখোজ হয়েছে কিনা তখন বাচ্চার মা অরুন্ধতী ঘোষ জানান কথাটা সত্যি তখন ট্রাফিক গার্ড দপ্তর থেকে জানানো হয় তাদের বাচ্চা উদ্ধার হয়েছে তারা এসে সাউথ পুলিশ পোস্টে যোগাযোগ করতে। খবর শুনে অরুন্ধতী ঘোষ থানায় গিয়ে দেখেন তাদের ছেলে সুরক্ষা পুলিশের কাছে রয়েছে।। অরুন্ধতী ঘোষ এবং নিশীথ ঘোষ দক্ষিণ থানার পুলিশ ও ট্রাফিক গার্ড পুলিশদের ধন্যবাদ জানান তাদের ঐকান্তিক প্রচেষ্টার ফলে তাদের বাচ্চা উদ্ধার হয়েছে। আসানসোল দক্ষিণ থানার ট্রাফিক গার্ড আধিকারিক অযোধ্যা মিশ্র জানান নেপালী পাড়ার একটা বাচ্চা ঘর থেকে বার হয়ে ঘুরতে ঘুরতে ভগৎ সিং মোড়ে একটা মিষ্টির দোকানে এসে দাঁড়ায় সেই সময় এক সিভিক খেয়াল করেন কিছু অজ্ঞাত পরিচয় লোক বাচ্চাটাকে নিয়ে যাচ্ছে তার সন্দেহ হওয়াতে তিনি জিজ্ঞেস করাতে তারা জানায় সামনের বেসরকারি নার্সিং হোমের থেকে বাচ্চাটা চলে এসেছে তখন বাচ্চাটাকে পুলিশ নিজেদের দায়িত্বে নিয়ে বিভিন্ন নার্সিং হোমে জিজ্ঞেস করাতে কোন সদুত্তর না পেয়ে থানায় আসলে জানতে পান একটা বাচ্চা নিঁখোজ হবার অভিযোগ জমা পড়েছে তারা তখন বাচ্চাটাকে জিজ্ঞেস করে জানতে পারে বাচ্চা গোপালপুরে ফ্রী প্রাইমারি স্কুলে পড়ে পুলিশ স্কুলে গিয়ে তার মায়ের ফোন নম্বর নিয়ে মাকে ফোন করে প্রয়োজনীয় কাগজ নিয়ে দক্ষিণ থানায় দেখা করতে বলেন।
পাবলিক নিউজঃ অলোক চক্রবর্তী বার্ণপুর:– বার্ণপুর ইস্কো কারখানার চুক্তি ভিত্তিক বা ঠিকা কর্মীর চুরি যাওয়া মোটরবাইক উদ্ধার করলো হিরাপুর থানার পুলিশ। এই ঘটনার হিরাপুর থানার পুলিশ আসানসোলের জামুড়িয়া থানার শ্রীপুরের ৩২ বছরের অশোক নুনিয়া নামে এক যুবককে গ্রেফতার করে। গত ২ জানুয়ারি হিরাপুর থানার পুলিশ বিএনএসের ৩০৩ (২) নং ধারায় একটি মামলা করে। বর্তমানে ধৃত যুবক তিনদিন পুলিশ রিমান্ড শেষে আসানসোল জেলে আছে।
পুলিশ সূত্রে জানা গেছে, গত ২১ ডিসেম্বর বার্নপুর ইস্কো কারখানা বা আইএসপির স্কব গেটের কাছ থেকে কারখানার এক ঠিকা কর্মীর মোটরবাইক চুরি যায়। ঐ ঠিকা কর্মী গেটের বাইরে মোটরবাইক দাঁড় করিয়ে কারখানার ভেতরে কাজে গেছিলেন। পরে ফিরে এসে তিনি দেখেন, তার মোটরবাইক নেই। এরপর তিনি গোটা ঘটনার কথা হিরাপুর থানায় বলে একটি লিখিত অভিযোগ দায়ের করেন। সেই অভিযোগের ভিত্তিতে হিরাপুর থানার এসআই রাজেশ ভট্টাচার্য ও অঞ্জন মন্ডলের নেতৃত্বে একটি দল এর তদন্ত শুরু করে। সিসি ক্যামেরার ফুটেজ সহ বিভিন্ন সোর্সকে কাজে লাগিয়ে পুলিশ জামুড়িয়ার অশোক নুনিয়ার খোঁজ পায়। এরপর তাকে গ্রেফতার করে পুলিশ তিনদিনের রিমান্ড নেয়। রিমান্ডে থাকাকালীন জেরায় চোরাই মোটরবাইক কোথায় লুকিয়ে রেখেছে সে, পুলিশকে জানায়। সেই মতো পুলিশ পুলিশ বার্নপুরে একটি পরিত্যক্ত আবাসন থেকে সেই বাইক উদ্ধার করে।পুলিশ এখন তদন্ত করে জানার চেষ্টা করছে এর পেছনে আর কেউ আছে কিনা।
पब्लिक न्यूज़ बाराबनीमनोज शर्मा :– सबूज साथी राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है इसके तहत स्कूली विद्यार्थियों को साइकिल अपरदन किया जाता है खासकर ग्रामीण इलाकों में विद्यार्थियों को साइकिल दिया जाता है जिससे कि स्कूल तक आने में विद्यार्थियों को किसी प्रकार की समस्या ना हो आज बाराबनी बॉयज एंड गर्ल्स स्कूल के तकरीबन 4:30 सौ विद्यार्थियों को साइकिल प्रदान किए गए बाकी स्कूलों के विद्यार्थियों को कल साइकल प्रदान की जाएगी इस बारे में बाराबनी पंचायत समिति सभापति असित सिंह ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा हर साल स्कूली विद्यार्थियों को स्कूल तक आने में सुविधा के लिए साइकिल प्रदान की जाती है इसे कड़ी में इस वर्ष के लिए भी साइकिल है प्रदान की जा रही है आज 450 विद्यार्थियों को साइकिल प्रदान की गई कल भी दूसरे विद्यार्थियों को साइकिल दी जाएगी।
पब्लिक न्यूज़ सालानपुर रिकी बाल्मीकि :–पुलिस और जनता के बीच संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए पिछले कुछ दिनों से लगातार विभिन्न प्रकार के सामाजिक कार्य किए जाते रहे हैं आज आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के चितरंजन थाने की तरफ से कंबल वितरण का कार्यक्रम किया गया यहां पर तमाम वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के अलावा बाराबनी विधायक विधान उपाध्याय व्यवस्थित थे यहां कुल 50 जरूरतमंद व्यक्तियों को कंबल दिया गया।
पब्लिक न्यूज़ जाहिद अनवर रानीगंज:– आज रानीगंज के मंगलपुर औद्योगिक क्षेत्र में ग्लास फैक्ट्री के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 19 के किनारे एक पेट्रोल पंप के पीछे घने जंगलों में आग लगने से हड़कंप मच गया स्थानीय लोगों ने तुरंत रानीगंज के पंजाबी मोड चौकी के पुलिस और दमकल विभाग को खबर दी दमकल विभाग और पुलिस के अधिकारी मौके पर आए और तुरंत आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू कर दी दरअसल जहां पर आग लगी थी उसके पास एक हाई टेंशन तार है और उससे कुछ दूरी पर पेट्रोल पंप भी है इस वजह से लोगों में आतंक पसर गया था लेकिन दमकल विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की कोशिशें से आग पर काबू पा लिया गया।
पब्लिक न्यूज़ बीनू श्रीवास्तव/ अमित गुप्ता आसनसोल :– यह कारागृह नही , बल्कि सुधारगृह है । इसमें आपको स्वयं में सुधार लाने हेतु रखा हुआ है , शिक्षा देने हेतु नहीं । इस कारागृह को संस्कार परिवर्तन का केंद्र बना लो इस मे एक दुसरे से बदला लेने के बजाए स्वयं को बदलना है बदला लेने से समस्या और ही बद जाती है | बदला लेने के बजाय स्वयं को ही बदलकर दिखाने की प्रवृति रखनी है । कारागृह आपके जीवन को सुधार लाने हेतु तपोस्थल है । उक्त उदगार माउंट आबू राजस्थान से प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय से आये हुए ब्रह्मकुमार भगवान भाई ने कहे | वे आसनसोल कारागृह (जेल) में बंद कैदियों को कर्म गति और व्यवहार शुद्धि विषय पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि कारागृह के इस एकांत स्थान पर बैठकर स्वयं को परिवर्तन करने के लिए सोचों कि मैं इस संसार में क्यों आया हूं? मेरे जीवन का उद्देश्य क्या हैं , मुझे परमात्मा ने किस उद्देश्य से यहां भेजा है ? मैं यहां आकर क्या कर रहा हूं ? ऐसी बातों का चिंतन करने से संस्कार , व्यवहार परिवर्तन होगा । उन्होंने कहा कि हम किसके बच्चे हैं? जिस परमात्मा के हम बच्चे हैं , वह तो शांति का सागर , दयालू , कृपालू , क्षमा का सागर है । हम स्वयं को भूलने से ऐसी गलतियां कर बैठते हैं । उन्होंने कहा कि हम ऐसा कोई कर्म ना करें जिस कारण धर्मराज पूरी में हमें सिर झुकाना पडे , पछताना पडे , रोना पडे । स्वयं के अवगुण या बुराईयां हैं उसे दूर भगाना हैं , ईर्ष्या करना , लड़ना , झगड़ना , चोरी करना , लोभ , लालच , यह मनोविकार तो हमारे दुश्मन हैं । जिसके अधिन होने से हमारे मान , सम्मान को चोट पहुंचती हैं । जिस भूलो के कारण हम यहा आये है उस भूलो को या बुराईयां दूर करना है | तो हमारे अंदर की अपराधिक प्रवति में परिवर्तन आएगा । इन अवगुणों ने और बुराईयों ने हमें कंगाल बनाया इससे दूर रहना है । जीवन में नैतिक मूल्यों की धारणा करने की आवश्यकता है । जीवन में सद्गुण न होने के कारण ही समस्याएं पैदा होती है। भगवान भाई जी ने कहा कि मनुष्य जीवन बड़ा अनमोल होता है। उसे व्यर्थ कर्म कर व्यर्थ ऐसा ही नहीं गंवाना चाहिए । मजबूरी को परीक्षा समझकर उसे धैर्यता और सहनशीलता से पार करना हैं , तो अनेक दु:खो और धोखे से बच सकते हैं । जीवन में परिवर्तन लाकर श्रेष्ठ चरित्रवान बनने का लक्ष्य रखना है। तब कारागार आपके लिए सुधारगृह साबित होगा। हमारे जीवन से काम ,क्रोध,लोभ ,मोह अहंकार, इर्ष्या, नफरत आदि बुराई को अपने जीवन से खदेड़कर हमें अपने आंतरिक बुराईयों को निकालना हैं । भगवान भाई ने कहा कि जो जैसा करता है वैसा फल पाता है। हमारे मन में पैदा होने वाले विचार कर्म से पहले आते हैं। उन्होंने बन्दियों को बताया कि बीती बात को भुला देना चाहिए तथा आगे की सोचनी चाहिए कि हे परमात्मा मेरे से कोई बुरा कार्य न हो। गलती करने वाले से माफ करने वाला बडा होता है। बदला लेने वाला दूसरों को दुख देने से पहले अपने आप को दुख देता है। सभी इंसान ईश्वर की संतान है तथा सभी एक महान आत्मा है, सभी संसार में अपना-अपना कर्तव्य करने के लिए आते हैं। अत: प्रत्येक व्यक्ति को यही सोचना चाहिए कि मुझे अच्छे कर्म करने के लिए संसार में जन्म लिया है, न कि बुरे कर्म करने के लिए। अत: हमें सदैव अच्छे कर्म करने चाहिए। स्थानीय ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ओर से बी के संगीता बहन जी ने बी के भगवान भाई जी का परिचय देते हुए कहा कि भगवान भाई जी ने 2010 तक 5000 स्कुलो और 800 जेलों में नैतिक शिक्षा और सकारात्मक चिन्तन , अपराध मुक्त का पाठ पढ़ाकर अपना नाम इण्डिया बुक ऑफ रिकार्ड्स दर्ज करा चुके है | बी के दोलन बहन जी ने कहा कि मनुष्य ने विषय विकारों की चादर ओढ़ी हुई है | जिस कारण मानव जीवन में अपराध बढ़ते जा रहे है | अगर भगवान से सर्व सम्बन्धों से याद किया जाए तो भगवान की शक्ति आ जाएगी और तन-मन में खुशी शान्ति आ जाएगी व सर्व मनोकामनाएं पूर्ण हो जाएगी ।
जेल सहायक अधीक्षिका चंदई हाईट जी ने भी अपने सम्बोधन में बन्दियों को बताया कि आप जैसा सोचोगे वैसा ही बन जाओगे। अत: हमें सदैव अच्छा सोचना चाहिए तथा बुरी आदत को छोड़ देना चाहिए । अंत में उन्होंने ब्रह्माकुमारीज सस्था ऐसे कार्यक्रमों के लिए धन्यवाद किया भविष्य में ऐसे कार्यक्रम करने हेतु ब्रह्माकुमारी को निमन्त्रण भी दिया | वेलफेअर ओफ्फिसर गोविन्द मन जी ने कहा कि बताई बातों को अपने जीवन में प्रयोग करोगे तो अवश्य ही आप बुरी आदतों को छोड दोगे तथा अपने आप अच्छा सोचने लगेंगे और जेल से छुटने के बाद अच्छे नागरिक की तरह जीवन यापन करेंगे। कार्यक्रम के अंत में आपराध मुक्त बनने , मनोबल बढाने , बुरी आदतों को छोड़ने और सस्कार परिवर्तन के लिए भगवान भाई ने कॉमेंट्री द्वारा मेडिटेशन राजयोग कराया | कार्यक्रम में बी के किनकिनी बहन अर्जुन भाई , कुमारी दिशानि बहन, कुमारीरिया बहन जेल स्टाफ भी उपस्थित थे ।
पब्लिक न्यूज़ आसनसोल अमित गुप्ता/ बीनू श्रीवास्तव :– पश्चिम बंगाल आसनसोल दुर्गापुर ट्रेफिक पुलिस ने बुधवार को अपनी मानवता का परिचय दिया है, जिस परिचय को देख और सुन पुरे शिल्पाँचल के लोग उस ट्रेफिक पुलिस अधिकारी की खूब प्रशंसा कर रहे हैं, हम बताते चलें की बुधवार दोपहर करीबन चार साढ़े चार बजे आसनसोल के सबसे व्यस्थ इलाकों मे से एक भगत सिंह मोड़ पर आसनसोल साऊथ ट्रेफिक पुलिस ने लावारिस अवस्था मे घूम रहे और रो -रोकर अपने माता -पिता को ढूंढ़ रहे बच्चे को अपने कब्जे मे लेकर उनके माता पिता को सकुशल शौंपने का काम किया है, ट्रेफिक पुलिस अधिकारी राम अयोध्या मिश्रा की अगर माने तो भगत से मोड़ झारखंड और पुरुलिया को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग है, यही कारण है की यह मोड़ आसनसोल का सबसे ज्यादा व्यस्थ इलाका है और यहाँ की ट्रेफिक वेवस्था को संभालना भी एक बड़ी चुनौती से कम नही, इस मोड़ पर ट्रेफिक वेवस्था के अलावा हर तरह की गतिविधियों पर भी उनकी टीम नजर रखती है साथ मे हमेशा अलर्ट भी रहती है, यही कारण है की वेस्ट आपकार गार्डन का रहने वाला चार वर्षीय अननो घोष नामक एक मासूम बच्चा अपने घर से किसी कारण बाहर निकल कर अपने घर का रास्ता भूल गया और वह भगत सिंह मोड़ पहुँच गया और वहाँ एक मिठाई के दुकान के सामने जाकर रो -रो कर अपने माता- पिता को ढूंढने लगा, बच्चे को रोता देख भगत सिंह मोड़ पर मौजूद कुछ लोग बच्चे को उठाकर मिड वेस्ट नर्सिंग होम के तरफ ले जाने लगे, जिनके ऊपर ट्रेफिक पुलिस अधिकारी अयोध्या मिश्रा की नजर पड़ गई और उन्होंने बच्चे की रोने की वजह पूछी और यह पूछा की बच्चा किसका है, जिसके बाद बच्चे को ले जा रहे लोग बच्चे को ट्रेफिक पुलिस अधिकारी अयोध्या मिश्रा के हाँथो शौंप दिया और वह चले गए, जिसके बाद अयोध्या मिश्रा बच्चे को अपने पोस्ट पर ले आए और बच्चे से उसके माता- पिता के बारे मे पूछताछ की जिसके बाद बच्चे ने अपना नाम अननो घोष बताया साथ ही अपने स्कुल का नाम किडजी स्कुल बताया, जिसके बाद पुलिस अधिकारी अयोध्या मिश्रा ने अपने स्टाफ को बच्चे का स्कुल भेजा जहाँ बच्चे के माता पिता का नंबर उपलब्ध हुआ, जिसके बाद ट्रेफिक पुलिस अधिकारी राम अयोध्या मिश्रा ने बच्चे के माता पिता से फोन पर बात की और उन्हें बच्चे से जुड़ी जरुरी कागजात और उनका अपना पहचान पत्र भगत सिंह मोड़ स्थित ट्रेफिक पुलिस के पोस्ट पर मंगवाया और उनके तमाम कागजातों की उचित जाँच कर मासूम बच्चे को उनके माता पिता को सकुशल शौंप दिया, ट्रेफिक पुलिस अधिकारी की इस सूझबुझ और कारनामें को देख व सुन पुरे शिल्पाँचल वासी उनकी खूब प्रशंसा कर रहे हैं साथ ही उनकी तारीफें भी करते नही थक रहे हैं।