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  • আরপিএফের অপারেশন ” সতর্ক” / জসিডিতে বেআইনি মদ সহ ধৃত এক…আসানসোল,

    আরপিএফের অপারেশন ” সতর্ক” / জসিডিতে বেআইনি মদ সহ ধৃত এক…আসানসোল,

    পাবলিক নিউজ আসানসোল:– চোরাচালান, মানব পাচার বা হিউম্যান ট্রাফিকিং এবং চুরি আটকাতে ভারতীয় রেলের আরপিএফ পরিচালিত একটি বিশেষ নজরদারি অভিযান হল অপারেশন ” সতর্ক ” । এর মধ্যে রয়েছে স্টেশন এবং ট্রেনে আচমকা তল্লাশি, সিসিটিভির মাধ্যমে নজরদারি এবং গোয়েন্দা সংস্থার সাথে সমন্বয়। এই অভিযানের লক্ষ্য হল যাত্রীদের নিরাপত্তা বৃদ্ধি করা, অবৈধ পণ্য পরিবহন রোধ করা এবং রেলের সম্পত্তি রক্ষা করা। নিরাপদ ভ্রমণ নিশ্চিত করার জন্য সন্দেহজনক কার্যকলাপ পর্যবেক্ষণের জন্য বিশেষ দল মোতায়েন করা হয়েছে। জনসচেতনতামূলক কর্মসূচি ভ্রমণকারীদের যেকোনো অস্বাভাবিক ঘটনা রিপোর্ট করতে উৎসাহিত করে।
    অপারেশন ” সতর্ক ” জসিডিতে রেলওয়ে সুরক্ষা বাহিনী বা আরপিএফ পোস্ট অবৈধ বা বেআইনি ভাবে মদ বহনকারী এক ব্যক্তিকে ১২৪১৭ নং কলকাতা – অমৃতসর অকাল তখত এক্সপ্রেস আটক করে । এই অভিযানের লক্ষ্য হলো চোরাচালানের মতো অবৈধ কার্যকলাপ রোধ করা এবং রেলওয়ে চত্বরে যাত্রীদের নিরাপত্তা নিশ্চিত করা।
    জানা গেছে, রেল মদত পোর্টালের মাধ্যমে অভিযোগ পাওয়ার পর, আরপিএফ কর্মীরা সঙ্গে সঙ্গে অভিযোগকারীর সাথে যোগাযোগ করেন ও নির্দিষ্ট কোচটি পরিদর্শন করেন। তদন্তের সময় আরপিএফের জওয়ানরা ইঞ্জিনের সামনে জেনারেল (জিএস) কোচে একজন যাত্রীকে সন্দেহজনক আচরণ করতে দেখেন । সন্দেহভাজন ব্যক্তির কাছ থেকে একটি পুরনো ব্যাগ পাওয়া যায়। তাতে ১২ বোতল মদ ছিলো। সঙ্গে সঙ্গে মদের বোতল বাজেয়াপ্ত করে আরপিএফ। বাজেয়াপ্ত করা মদের বোতলের বাজার মূল্য ৬,৫৪০ টাকা ।

    আটক যাত্রী মদ বহনের কোনও আইনি কাগজ দেখাতে পারেননি। ধৃত যাত্রীর রামনাথ রায়। বছর ৩৫ এর রামনাথের বাড়ি বিহারের সমস্তিপুর জেলার শিবাসিংপুর গ্রামে। ২০২৩ ভারতীয় নাগরিক সুরক্ষা কোড বিএনএসএসের ধারা অনুযায়ী ঐ যাত্রীকে হেফাজতে নেওয়া হয়। সমস্ত আইনি কাজ শেষ করার পর অভিযুক্ত ও বাজেয়াপ্ত করা অবৈধ মদকে জসিডি আরপিএফের পোস্টে আনা হয়। পরে পরবর্তী ব্যবস্থা নেওয়ার জন্য দেওঘরের আবগারি বিভাগের কাছে তাকে হস্তান্তর করা হয়।

  • आसनसोल रेलवे अस्पताल में मरीज की मौत पर हंगामा हुआ और घटना स्थल पर पुलिस पहुंची

    आसनसोल रेलवे अस्पताल में मरीज की मौत पर हंगामा हुआ और घटना स्थल पर पुलिस पहुंची

    पब्लिक न्यूज आसनसोल :   आसनसोल रेलवे हॉस्पिटल में एक मरीज की मौत के बाद मरीज के परिवार वालों ने अस्पताल पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए कल रात भारी हंगामा किया मोहम्मद सरफराज अंसारी नामक एक व्यक्ति ने कहा कि कल सुबह उनके पिता को ब्रेन स्ट्रोक हुआ था घर में ब्रेन स्ट्रोक होने के तुरंत बाद उनके पिता को आसनसोल रेलवे अस्पताल लाया गया इलाज भी शुरू हो गया उनके पिता का इलाज बिल्कुल सही ढंग से हो रहा था और उनके पिता की हालत में भी सुधार आ रहा था उसके बाद सीटी स्कैन के लिए  भगत सिंह मोड़ के एक पैथोलॉजी केंद्र ले जाया गया।
    सरफराज अंसारी ने बताया कि उनके पिता एंबुलेंस में अगली सीट पर बैठकर गए थे उन्होंने अपने से सीट बेल्ट भी लगाया था और उस समय वह अपने परिवार के लोगों से बातचीत भी कर रहे थे सीटी स्कैन के बाद वापस रेलवे अस्पताल आए उनको बाथरूम जाना था वह खुद चल के बाथरूम भी गए इसके बाद एक लड़का आता है और वह उनके पिता को कोई इंजेक्शन लगाता है सरफराज अंसारी ने बताया कि इंजेक्शन लगाने के कुछ सेकेंड के अंदर ही उनके पिता की हालत बिगड़ने लगी जब इंजेक्शन लगाने वाले व्यक्ति से पूछा गया कि उन्होंने किस चीज का इंजेक्शन लगाया है तो उसने बताया कि इंजेक्शन एंटीबायोटिक का था लेकिन उनके पिता की हालत बिगड़ती गई और उनकी मौत हो गई ।
    इसके बाद वह सभी अपने परिजनों के साथ अस्पताल के सीएमओ के पास पहुंचे और उनसे जानने की कोशिश की की जो लड़का इंजेक्शन लगाने आया था वह कौन था वह क्या आसनसोल रेलवे अस्पताल का कर्मचारी था और उसने कौन सा इंजेक्शन लगाया था सरफराज अंसारी ने बताया कि अस्पताल मैनेजमेंट की तरफ से उन्हें बताया गया कि उनके पास कर्मचारियों की कमी है इसलिए जो पास आउट करते हैं उनको इस तरह से अस्पताल में रखा जाता है ।
    सरफराज अंसारी का कहना है कि इस तरह से इलाज में लापरवाही करके उनके पिता को मार डाला गया इसके लिए वह चाहते हैं कि उस लड़के के खिलाफ और आसनसोल रेलवे अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की जाए। परिवार वालों का कहना है कि जब 3 घंटे बाद अस्पताल मैनेजमेंट द्वारा उसे लड़के को परिवार वालों के सामने लाया गया तो उसने बताया कि उसने सरफराज अंसारी के पिता को मोनोसेफ दवा का इंजेक्शन दिया था हालांकि परिवार वालों का कहना है कि इंजेक्शन का जो ऐम्प्युल उनके पास है उस पर कहीं भी मोनोसेफ नाम का जिक्र नहीं है इसलिए वह चाहते हैं कि इसके अच्छे से जांच हो और जो। सरफराज अंसारी का कहना है कि वहां पर तीन नर्सें थीं उनके रहते कोई दूसरा व्यक्ति आगे इंजेक्शन क्यों लगाएगी यह पूरी तरह से लापरवाही है और इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की उन्होंने मांग की। इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन की ओर से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है शिकायत के बाद जांच की बात कही जा रही है।,

  • आसनसोल से प्रयागराज महाकुंभ जाने के लिए आज एक स्पेशल ट्रेन आसनसोल रेलवे स्टेशन से खुली पहले जिस समय पर इस ट्रेन के खुलने की बात थी उससे थोड़ी देर यानी 1:30 बजे के आसपास यह ट्रेन आसनसोल से दिल्ली के लिए रवाना हुई।

    आसनसोल से प्रयागराज महाकुंभ जाने के लिए आज एक स्पेशल ट्रेन आसनसोल रेलवे स्टेशन से खुली पहले जिस समय पर इस ट्रेन के खुलने की बात थी उससे थोड़ी देर यानी 1:30 बजे के आसपास यह ट्रेन आसनसोल से दिल्ली के लिए रवाना हुई।

    पब्लिक न्यूज आसनसोल:– आसनसोल से प्रयागराज महाकुंभ जाने के लिए आज एक स्पेशल ट्रेन आसनसोल रेलवे स्टेशन से खुली पहले जिस समय पर इस ट्रेन के खुलने की बात थी उससे थोड़ी देर यानी 1:30 बजे के आसपास यह ट्रेन आसनसोल से दिल्ली के लिए रवाना हुई। इस बारे में आसनसोल रेलवे डिवीजन के एडीआरएम प्रवीण कुमार प्रेम बताया कि बेंगलुरु से जो ट्रेन आ रही थी देरी से जसीडीही पहुंची इस वजह से आसनसोल रेलवे स्टेशन से ट्रेन के प्रयागराज के लिए रवाना होने में देरी हुई उन्होंने कहा कि आसनसोल रेलवे डिवीजन की तरफ से यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए सभी प्रकार के इंतजाम किए गए थे यात्रियों को चरणबद्ध तरीके से ट्रेन तक पहुंचाया गया और यात्रियों के लिए होल्डिंग एरिया बनाया गया था जहां पर कतार में यात्रियों को प्लेटफार्म तक ले जाया गया उन्होंने कहा कि इससे पहले भी आसनसोल रेलवे स्टेशन में कोई भगदड़ नहीं हुई थी लेकिन उस दिन की जो घटना हुई थी उससे शिक्षा लेते हुए आसनसोल रेलवे डिविजन द्वारा अतिरिक्त इंतजाम किए गए थे जीआरपीएफ आरपीएफ के अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई थी ताकि किसी भी यात्री को कोई परेशानी ना हो। इसमें आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों ने भी सहयोग किया। वही जब हमने कुछ यात्रियों से बात की तो उन्होंने आसनसोल रेलवे डिविजन द्वारा जो इंतजाम किए गए थे उसे पर संतोष व्यक्त किया उन्होंने कहा कि इस तरह से आसनसोल रेलवे डिविजन द्वारा यात्रियों की सहूलियत का ख्याल रखा गया और बिना किसी समस्या के प्रयागराज जाने वाली ट्रेन पर चढ़ सके इसके लिए उन्होंने आसनसोल रेलवे डिवीजन के अधिकारियों को धन्यवाद दिया।

  • दिल्ली की तरह आसनसोल रेलवे स्टेशन पर भी हो जाता बड़ा हादसा अगर यात्रियों की भीड़ को सही समय पर नही संभाल पाती रेलवे सुरक्षा बल…ट्रेन की आने की खबर सुन बेकाबू हो गई थी स्टेशन के बाहर खड़ी कुम्भ जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़…

    दिल्ली की तरह आसनसोल रेलवे स्टेशन पर भी हो जाता बड़ा हादसा अगर यात्रियों की भीड़ को सही समय पर नही संभाल पाती रेलवे सुरक्षा बल…ट्रेन की आने की खबर सुन बेकाबू हो गई थी स्टेशन के बाहर खड़ी कुम्भ जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़…

    Public newz आसनसोल रिकी बाल्मीकि:—आसनसोल, पश्चिम बंगाल आसनसोल रेलवे स्टेशन पर रविवार को दिल्ली रेलवे स्टेशन की तरह ही एक बड़ा हादसा होते -होते टल गया हम बताते चलें की रविवार को शाम करीबन सात बजकर चालीस मिनट पर आसनसोल मुंबई मेल ट्रेन खुलने वाली थी, जिस ट्रेन से कुम्भ जाने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ स्टेशन के बाहर उमड़ पड़ी थी, वहीं रेलवे द्वारा भी यात्रीयों को सुरक्षित तरीके से यात्रियों ट्रेन की बोगियों तक पहुँचाने और उसमे बैठाने की पूरी तैयारी कर ली गई थी, उसी तैयारियों के तहत यात्रियों के लिये प्लेटफार्म पर होल्डिंग एरिया नही बनाकर स्टेशन के बाहर बनवाई गई, जिससे यात्रियों को लाईन बाई लाईन प्लेटफार्म तक पहुँचाकर बोगियो मे सुरक्षित तरीके से बैठाया जा सके, पर जैसे ही प्लेटफार्म पर ट्रेन आने की सुचना स्टेशन के बाहर खड़े यात्रियों को लगी, जिसके बाद स्टेशन के बाहर रेलवे द्वारा बनाई गई होल्डिंग एरिया मे खड़े यात्री बेकाबू हो गए और स्टेशन के अंदर प्लेटफार्म पर जाने और ट्रेन मे बैठने के लिये भागने लगे इस दौरान उन्होने रेलवे सुरक्षा बलों द्वारा बनाया गया घेरा भी तोड़ दिया और धक्का -मुक्की करते हुए आगे बढ़ने लगे तस्वीरों मे यह साफ देखा जा सकता है की यात्रियों की बेकाबू भीड़ कुर्सीयों को एक दूसरे के ऊपर फेंकते हुए आगे बढ़ रही है, हालांकि इस दौरान किसी भी यात्रियों की हातहत होने की कोई खबर सामने नही आई है, पर इस घटना से यह सवाल जरूर उठ रहा है की कुम्भ जाने के लिये रेलवे द्वारा यात्रियों को सुरक्षित वेवस्था करने के बावजूद आख़िरकार इस तरह की स्थिति क्यों बन गई अगर कमी थी तो वह कमी कहाँ थी रेलवे की वेवस्था या यात्रियों की सोंच और समझ या फिर उनकी लापरवाही की क्योंकि दिल्ली रेलवे स्टेशन पर घटी घटना को लेकर रेलवे सचेत होते हुए उन तमाम रेलवे स्टेशनो की सुरक्षा वेवस्था बढ़ा चुकी थी जिन स्टेशनो से कुम्भ जाने के लिये ट्रेन खुलती है, आसनसोल मे भी कुछ उसी तरह से वेवस्था की गई थी डीआरएम चेतनानन्द सिंह ने वह फार्मूला इस्तेमाल किया था जो फार्मूला वह हर त्योहार पर स्तेमाल करते थे, पर इस बार उन्होने अपने इस फार्मूले मे थोड़ी तब्दीलियां लाते हुए प्लेटफार्म पर होल्डिंग एरिया नही बनवाकर स्टेशन के बाहर होल्डिंग एरिया बनवाया, वह इस लिये की अगर स्टेशन के बाहर यात्रियों के लिये होल्डिंग एरिया होगा तो वह यात्रियों की भीड़ को संभाल सकेंगे अगर प्लेटफार्म पर होल्डिंग एरिया होगी तो यात्रियों की भीड़ को संभाल पाना मुश्किल हो जाएगा और शायद डीआरएम चेतनानन्द सिंह का वह फार्मूला काम आया और दिल्ली रेलवे स्टेशन के तरह आसनसोल रेलवे स्टेशन पर दूसरा बड़ा हादसा होते -होते टल गया, वहीं आसनसोल रेलवे स्टेशन पर हुई इस घटना को लेकर आसनसोल रेलवे डिवीजन ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए यह कहा है की आसनसोल रेलवे स्टेशन पर जो घटना घटी वह कोई भगदड़ की घटना नही थी भीड़ अनियंत्रित हो गई थी जिस भीड़ को रेलवे सुरक्षा बल के जवान संभाल रहे थे

  • नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हाल ही में हुई भगदड़ में 15 लोगों की दुखद मृत्यु हुई है, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। इस घटना के मद्देनज़र, आसनसोल रेल मंडल के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) चेतनानंद सिंह ने आसनसोल रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की है।

    नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हाल ही में हुई भगदड़ में 15 लोगों की दुखद मृत्यु हुई है, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। इस घटना के मद्देनज़र, आसनसोल रेल मंडल के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) चेतनानंद सिंह ने आसनसोल रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की है।

    नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हाल ही में हुई भगदड़ में पब्लिक न्यूज़ आसनसोल रिकी बाल्मीकि:— लोगों की दुखद मृत्यु हुई है, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। इस घटना के मद्देनज़र, आसनसोल रेल मंडल के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) चेतनानंद सिंह ने आसनसोल रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की है। उन्होंने यात्रियों के सुचारू प्रवेश और भीड़ प्रबंधन के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं, ताकि महाकुंभ प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
    इससे पहले, अक्टूबर 2024 में मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर भगदड़ की घटना के बाद, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे। इनमें प्रवेश और प्लेटफॉर्म पर अस्थायी बदलाव, होल्डिंग एरिया की स्थापना, अतिरिक्त टिकट काउंटर, स्वचालित टिकट वेंडिंग मशीनें, पूछताछ काउंटर, ‘मे आई हेल्प यू’ डेस्क, कैटरिंग सेवाएं, पानी और मोबाइल शौचालय जैसी सुविधाएं शामिल थीं।
    आसनसोल रेल मंडल के डीआरएम संचिता नंद सिंह ने भी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपने महत्वपूर्ण स्टेशनों पर सुरक्षा कड़ी कर दी है। इसमें यात्रियों की सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष उपाय शामिल हैं, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
    यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे यात्रा के दौरान रेलवे द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें और सुरक्षा कर्मियों के साथ सहयोग करें, ताकि सभी की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

  • সকালে ডিআরএমের পরিদর্শন / সন্ধ্যা প্রয়াগরাজ যেতে আসানসোলে স্টেশনে মুম্বাইগামী ট্রেনে উঠতে লাগামছাড়া ভিড় / হিমশিম অবস্থা……

    সকালে ডিআরএমের পরিদর্শন / সন্ধ্যা প্রয়াগরাজ যেতে আসানসোলে স্টেশনে মুম্বাইগামী ট্রেনে উঠতে লাগামছাড়া ভিড় / হিমশিম অবস্থা……

    পাবলিক নিউজ আলোক চক্রবর্তী ও ডেস্ক রিপোর্ট আসানসোল:— প্রয়াগরাজ যাওয়ার জন্য নিউ দিল্লি স্টেশনে পদপিষ্ঠ হয়ে ১৮ জনের মৃত্যু হয়েছে শনিবার রাতে। এর ঠিক দুদিন আগে আসানসোল স্টেশনে অন্য একটি ট্রেনে প্রত্যাশার চেয়ে বেশি ভিড়ের কারণে অনেক বিশৃঙ্খলা তৈরি হয়েছিলো। কোনভাবেই নিউ দিল্লির ঘটনার পুনরাবৃত্তি না নয়, তারজন্য রবিবার সকালে পূর্ব রেলের আসানসোল ডিভিশনের ডিআরএম চেতনানন্দ সিং আসানসোল স্টেশন পরিদর্শন করেন। ট্রেন চলাচল এবং যাত্রীদের সুবিধার বিষয়ে সবকিছু খতিয়ে দেখেন। প্রয়োজনীয় নির্দেশ দেন। কিন্তু, ডিআরএমের পরিদর্শনের কয়েক ঘন্টার মধ্যেই রবিবার সন্ধ্যায় লাগামছাড়া ভিড় জমলো আসানসোল স্টেশনে। উদ্দেশ্য, প্রয়াগরাজ যেতে আসানসোল – মুম্বাই ট্রেনে চাপা। এই ট্রেনের জেনারেল বগিতে চাপার জন্য আসানসোল স্টেশনের বাইরে কয়েক হাজার যাত্রীদের মধ্যে হুড়োহুড়ি শুরু হয়ে যায়। গোটা এলাকায় ব্যাপক উত্তেজনা ছড়িয়ে পড়ে। রেলের তরফে এইসব যাত্রীদের সরাসরি ২ নং প্লাটফর্মে নিয়ে যাওয়ার জন্য পার্সেল রুমের পাশের গেট খুলে দেওয়া হয়েছিলো
    আরপিএফের পাশাপাশি রেল পুলিশ ও আধিকারিকরা ছিলেন। ভিড় সামলানোর জন্য দড়ি দিয়ে ব্যারিকেড করা হয়েছিলো। কিন্তু রেল আধিকারিকদের কাছে এই ট্রেনে চাপার জন্য যে এতো ভিড় হবে, তা আন্দাজ ছিলো না। যে কারণে রেল প্রশাসনের সেই ভিড় সামলাতে নাজেহাল ও হিমশিম অবস্থা হয়। একটা সময় দিল্লির মতো অবস্থা হবে এমন পরিস্থিতি তৈরি হয়। শেষ পর্যন্ত সন্ধ্যে সাড়ে সাতটা নাগাদ গোটা পরিস্থিতি কোন মতে সামাল দেওয়া সম্ভব হয়।


    রবিবার সকালে স্টেশন পরিদর্শনের পরে সাংবাদিকদের সাথে কথা বলার সময় ডিআরএম বলেন, দুদিন আগে আসানসোল স্টেশনে একটা ট্রেনে চাপার জন্য যে ভিড় দেখা গিয়েছিল তার পুনরাবৃত্তি না হয় তা নিশ্চিত করার জন্য সমস্ত ধরণের ব্যবস্থা করা হয়েছে। তারপর শনিবার রাতের দিল্লির ঘটনার পরে আমরা আরো সতর্ক হয়েছি।


    প্ল্যাটফর্ম চত্বরের বাইরে একটি হোল্ডিং এরিয়া তৈরি করা হচ্ছে। যাতে যাত্রী ভিড়কে এক লাইনে ট্রেনে নিয়ে আসা যায়। সেই সঙ্গে প্লাটফর্মে ভিড় কমানোর কথাও জানান তিনি। আসানসোল স্টেশনের দ্বিতীয় গেট থেকে সাধারণ বগির যাত্রীদের সরাসরি ট্রেনে তোলার ব্যবস্থা করা হয়েছে। সিদ্ধান্ত নেওয়া হয়েছে যে একবার ঘোষণা হয়ে গেলে, কোনও অবস্থাতেই ট্রেনের প্ল্যাটফর্ম পরিবর্তন করা হবে না। পাশাপাশি তিনি যাত্রীদের কিছুটা ধৈর্য ধরতেও অনুরোধ করেছেন।
    তিনি বলেন, কুম্ভগামী ট্রেনে উপচে পড়া ভিড় হচ্ছে। এবং এর প্রধান কারণ হচ্ছে মানুষ ধৈর্য্য রাখতে পারছেন না।
    সকালের ডিআরএমের সেই আশঙ্কা যে কতটা সত্যি, তা কয়েক ঘন্টার মধ্যে আসানসোল স্টেশনে প্রমাণিত হলো।

  • পূর্ব রেলের আরপিএফের ” অপারেশন নানহে ফরিস্তে ” / জানুয়ারি মাসে উদ্ধার ৭০ জন নাবালক ও নাবালিকা

    পূর্ব রেলের আরপিএফের ” অপারেশন নানহে ফরিস্তে ” / জানুয়ারি মাসে উদ্ধার ৭০ জন নাবালক ও নাবালিকা

    পাবলিক নিউজ আলোক চক্রবর্তী আসানসোল:– শিশু সুরক্ষার প্রতি অটল নিষ্ঠা প্রদর্শন করে পূর্ব রেলের আরপিএফ বা রেলওয়ে সুরক্ষা বাহিনী ” অপারেশন নানহে ফরিস্তে ” অধীনে একটি উল্লেখযোগ্য মাইল স্টোন অর্জন করেছে। ২০২৫ সালের ১ জানুয়ারি থেকে ৩১ জানুয়ারি পর্যন্ত পূর্ব রেলের বিভিন্ন স্টেশন থেকে আরপিএফের জওয়ানরা মোট ৭০ জন নাবালক ও নাবালিকাকে উদ্ধার করেছেন। তাদের মধ্যে ৪১ জন ছেলে এবং ২৯ জন মেয়ে আছে।
    হাওড়া ডিভিশন থেকে ২৭ জন ছেলে এবং ১৫ জন মেয়ে, শিয়ালদহ ডিভিশন ১ জন ছেলে এবং ৩ জন মেয়ে, আসানসোল ডিভিশন থেকে ৬ জন ছেলে এবং ৯ জন মেয়ে ও মালদহ ডিভিশন থেকে ৭ জন ছেলে এবং ২ জন মেয়েকে উদ্ধার করা হয়েছে।
    নিজেদের সতর্কতা এবং তাৎক্ষণিক পদক্ষেপের মাধ্যমে আরপিএফ কর্মীরা এই নাবালক ও নাবালিকাদেরকে তাদের পরিবারের হাতে তুলে দিয়েছে বা উপযুক্ত কর্তৃপক্ষের মাধ্যমে তাদের নিরাপদ হেফাজত নিশ্চিত করতে গুরুত্বপূর্ণ ভূমিকা পালন করেছেন। এই প্রশংসনীয় প্রচেষ্টা দুর্দশাগ্রস্ত শিশুদের সুরক্ষা এবং সুস্থতা নিশ্চিত করার জন্য আরপিএফের প্রতিশ্রুতিকে তুলে ধরে।
    ” অপারেশন নানহে ফরিস্তে” র সাফল্য পূর্ব রেলের যাত্রী নিরাপত্তা এবং সুরক্ষার প্রতি অঙ্গীকারকে তুলে ধরে। বিশেষ করে সংবেদনশীল শিশুদের সুরক্ষার উপর জোর দিয়ে থাকে।

  • বেতন বৃদ্ধির দাবিতে কাজ বন্ধ রেলের সাফাই কর্মীদের।

    বেতন বৃদ্ধির দাবিতে কাজ বন্ধ রেলের সাফাই কর্মীদের।

    পাবলিক নিউজ আলোক চক্রবর্তী আসানসোল:–বেতন বৃদ্ধির দাবিতে মঙ্গলবার সকাল থেকে পূর্ব রেলওয়ের আসানসোল শাখার ঠীকা সাফাই কর্মীরা কাজ বন্ধ করে বিক্ষোভ প্রদর্শন করেন। সাফাই কর্মীদের সুপারভাইজার মলয় রজক জানান সরকারি নির্দেশ অনুযায়ী একজন ঠীকা সাফাই কর্মীর মাইন ৬১৫ টাকা হলেও ১৬ বছরে তারা সেই বেতন পায় নি এমনকি ডিআরএম বেতন বৃদ্ধির দাবিকে স্বীকৃতি দিয়েছেন। তাদের দাবি নতুন ঠীকাদার তাদের দাবি মাসিক ১৩ হাজার টাকা ও মেডিকেল ও পিপিএফ না দিলে তারা কাজে যোগ দেবে না।

  • आसनसोल रेलवे स्टेशन परिसर में अस्थाई सफाई कर्मियों द्वारा कामकाज ठप किए जाने से सफाई कार्य बाधित हो रहे हैं उनकी मांग है कि इनका न्यूनतम वेतन बढ़ाया जाए

    आसनसोल रेलवे स्टेशन परिसर में अस्थाई सफाई कर्मियों द्वारा कामकाज ठप किए जाने से सफाई कार्य बाधित हो रहे हैं उनकी मांग है कि इनका न्यूनतम वेतन बढ़ाया जाए

    पब्लिक न्यूज आसनसोल रिकी बाल्मीकि:–आसनसोल रेलवे स्टेशन परिसर में अस्थाई सफाई कर्मियों द्वारा कामकाज ठप किए जाने से सफाई कार्य बाधित हो रहे हैं उनकी मांग है कि इनका न्यूनतम वेतन बढ़ाया जाए इसके अलावा और भी कई मांगों के समर्थन में इन अस्थाई सफाई कर्मियों ने काम काज बंद कर दिया है। इनका कहना है कि यह एक ठेकेदार के अंतर्गत काम करते हैं। अब नया ठेकेदार आया है। उन्होंने कहा कि फिलहाल उनका 9 हजार रुपए के आसपास मिल रहा है जो इस महंगाई के दौर में बात कम है उन्होंने कहा कि डीआरएम ने आश्वासन दिया था कि उन्हें कम से कम 15 हजार रुपए महीने का वेतन मिलेगा लेकिन उन्हें अभी सिर्फ 9 हजार रुपए ही मिल रहे हैं उन्होंने इसे कम से कम बढ़ाकर 12 हजार रुपए करने की मांग की।

  • अवैध कब्जा हटाने आई रेलवे अधिकारियो को विरोध का सामना कराना पडा बिना हटाये हीं वापस लौटी।

    अवैध कब्जा हटाने आई रेलवे अधिकारियो को विरोध का सामना कराना पडा बिना हटाये हीं वापस लौटी।

    पब्लिक न्यूज़ मंथन पसवान अंडाल : अंडाल रेलवे-स्टेशन के पास अतिक्रमित दुकानों को खाली कराने आई रेलवे को बाधाओं का सामना करना पड़ा,संकटग्रस्त व्यापारियों को बिना पुनर्वास के बेदखल नहीं किया जाएगा,अंडाल स्टेशन व आसपास रेलवे की जमीन पर एक सौ चालीस से भी अधिक दुकानें हैं. दुकानदार 20-25 सालों से दुकान चला कर अपना परिवार का भारन पोषण कर रहे हैं, कुछ साल पहले रेलवे ने दुकानें खाली कराने की पहल की थी, लेकिन स्थानीय लोगों के विरोध के कारण काम पूरा नहीं हो सका. हाल ही में रेलवे ने उस जमीन पर एक बड़ा हब बनाने का फैसला किया है. इसलिए इस महीने की 20 तारीख को उसने दुकानदारों को रेलवे की जमीन खाली करने के लिए स्वैच्छिक बेदखली का नोटिस जारी किया था,27 तारीख तक की डेडलाइन दी गई थी. वह समय सीमा सोमवार को समाप्त हो गई, रेलवे अधिकारी मंगलवार को खाली कराने के लिए बुलडोजर के साथ पहुंचे, सभी व्यापारी पोस्ट ऑफिस मोड पर एकत्र हुए उनके साथ स्थानीय लोग भी आये. अधिकारियों ने डाकघर से सटे इलाके से हटाने का अभियान शुरू करने की कोशिश की. लेकिन शुरुआत में उन्हें बाधाओं का सामना करना पड़ा ,व्यापारियों ने बुलडोजर लेकर अधिकारियों को घेरकर प्रदर्शन शुरू कर दिया उसके बाद सभी वापस लौट गये.