Category: Education

  • গুগুল নির্ভর করে সঠীক জ্ঞান অর্জন করা যায় না।

    গুগুল নির্ভর করে সঠীক জ্ঞান অর্জন করা যায় না।

    আলোক চক্রবর্তী দুর্গাপুর:-মঙ্গলবার দূর্গাপুরে সিটি সেন্টার লাইব্রেরীতে সাধারণ গ্রন্থাগার দিবস পালন হয়ে গেলো। পশ্চিম বর্ধমান আয়োজিত রাজা রামমোহন রায় লাইব্রেরী ফাউন্ডেশন ও জনশিক্ষা প্রসার এবং গ্রন্থাগার পরিষেবা দপ্তর পশ্চিম বঙ্গ সরকারের পৃষ্ঠপোষকতায় সিটি সেন্টার লাইব্রেরীতে গত ৩১ শে আগষ্ট এবং ৩ রা সেপ্টেম্বর গ্রন্থাগার দিবস পালন করা হয়। মঙ্গলবার গ্রন্থাগার দিবস উদ্বোধন করলেন পূর্ব ও পশ্চিম বর্ধমান জেলার দায়িত্বপ্রাপ্ত গ্রন্থআধিকারিক নির্মাল্য অধিকারী। তিনি জানান সবসময় গুগল নির্ভর করা যায় না সাময়িক কিছু সমস্যা সমাধান করা সম্বভব কিন্তু বইয়ের মাধ্যমে যে জ্ঞান অর্জন করা যায় তা গুগল করতে পারে না। করোনার পর বই পড়ার মানসিকতা অনেক বেড়েছে তবে গ্রামগঞ্জের লাইব্রেরীগুলোতে কর্মী অপ্রতুলতার জন্য বন্ধ থাকলেও বর্তমানে চেষ্টা করা হচ্ছে সেসব বন্ধ লাইব্রেরী খোলার।

  • দূর্গাপুরের ইঞ্জিনিয়ারিং কলেজের ২৪ তম প্রতিষ্ঠা দিবস পালন।

    দূর্গাপুরের ইঞ্জিনিয়ারিং কলেজের ২৪ তম প্রতিষ্ঠা দিবস পালন।

    আলোক চক্রবর্তী / পাবলিক নিউজঃ ডেস্ক দুর্গাপুর:-দূর্গাপুরের বিধাননগরে এস কে এস গ্রুপ ২৪ বছর আগে ইঞ্জিনিয়ারিং এবং টেকনোলজি বিভাগ দিয়ে শুরু হয়েছিল বেঙ্গল কলেজ অফ ইঞ্জিনিয়ারিং এন্ড টেকনোলজি। নয়ডা এবং মথুরার পর দূর্গাপুরের বিধাননগরে এই শিক্ষা প্রতিষ্ঠান খোলা হয়েছিল এস কে এস গ্রুপ অফ ইনস্টিটিউট ২০১১ সালের পর বিভিন্ন জায়গায় ১৫ টা শিক্ষা প্রতিষ্ঠান খুলেছে যারমধ্যে দুটো বেসরকারি মেডিক্যাল কলেজ ইতিমধ্যেই তৈরী হয়ে গেছে তৃতীয়টা দূর্গাপুরে খুলতে চলেছে। ইতিমধ্যে দূর্গাপুরের এই মেডিক্যাল কলেজের আউটডোর চালু হয়ে চিকিৎসা করা হচ্ছে। আজকের স্থাপনা দিবসে প্রদীপ জ্বালিয়ে অনুষ্ঠানের উদ্বোধন করলেন আসানসোল দূর্গাপুর উন্নয়ন পরিষদের চেয়ারম্যান কবি দত্ত সহ বিশিষ্ট অতিথিরা। বিভিন্ন ধরনের সাংস্কৃতিক অনুষ্ঠান করা হয় প্রতিষ্ঠা দিবসে।

  • इस्को मैं जूनियर इंजीनियर पदनाम लागू, लेकिन डिप्लोमा इंजीनियर अभी भी नाखुश ।

    इस्को मैं जूनियर इंजीनियर पदनाम लागू, लेकिन डिप्लोमा इंजीनियर अभी भी नाखुश ।

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    अमित कुमार गुप्ता आसनसोल बर्नपुर:–DEFI और बर्नपुर डिप्लोमा इंजीनियर्स वेलफेयर एसोसिएशन के लंबे संघर्ष के परिणामस्वरूप, SAIL इसको प्रबंधन ने आखिरकार डिप्लोमा इंजीनियरों कि लंबे समय से चली आ रही मांग को स्वीकार कर लिया और आज सभी कर्मचारियों का पदनाम बदल दिया। इस IISCO में जूनियर इंजीनियर पदनाम लागू हुआ, लेकिन डिप्लोमा इंजीनियर अभी भी नाखुश हैं। इस संदर्भ में बर्नपुर डिप्लोमा इंजीनियर्स वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव लब कुमार मन्ना ने हमारे प्रतिनिधि को बताया कि1 मई 2017 को इस्पात मंत्रालय के अवर सचिव द्वारा सेल मैनेजमेंट को एक सलाह दी गई थी, जिसमें कहा गया था कि अन्य CPSEs की तरह डिप्लोमा इंजीनियरों का पदनाम जूनियर इंजीनियर होना चाहिए। प्राथमिक रूप से डिप्लोमा इंजीनियरों के पदनाम को बदलने के लिए 17 दिसंबर 2018 मैं एक कमिटी का गठन सेल कॉर्पोरेट कार्यालय ने किया था, बाद में कमिटी ने सेल में कार्यरत सभी कर्मचारियों के पदनाम को बदलने में रुचि दिखाए थी। फिर दिनांक 12-06-2024 को सेल कॉर्पोरेट कार्यालय ने एक पदनाम परिवर्तन परिपत्र प्रकाशित किया, जिसमें एस-9 ग्रेड से “जूनियर इंजीनियर” पदनाम देने का उल्लेख है, जो सेल में डिप्लोमा इंजीनियर के भर्ती होने के लगभग 22 वर्षों के बाद दिया जाएगा। हमारी मूल मांग एंट्री ग्रेड से डिप्लोमा इंजीनियरों को “जूनियर इंजीनियर” की पदनाम देने की थी और हम उस मांग से रत्ती भर भी पीछे नहीं हट रहे हैं, क्योंकि यह “जूनियर इंजीनियर” की पदनाम अन्य सरकारी और सरकारी संस्थानों में डिप्लोमा इंजीनियरों को दी गई है। हम भविष्य में भी इस दावे पर लड़ाई जारी रखेंगे।

  • अब संजय राय जैसे मंचलों को सबक सिखाएंगी बंगाल की माँ और बेटियां सिख रही हैं जुडो कराटे का गुर

    अब संजय राय जैसे मंचलों को सबक सिखाएंगी बंगाल की माँ और बेटियां सिख रही हैं जुडो कराटे का गुर

    पब्लिक न्यूज ब्यूरो आसनसोल:–आसनसोल, पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के एक नामी ग्रामी आर्जीकर अस्पताल मे एक महिला चिकित्सक के साथ हुई रेप और हत्या की घटना के लगभग 21 दिन पुरे हो चुके हैं, पर अबतक महिला चिकित्सक को न्याय नही मिल पाया है, हालांकि महिला चिकित्सक को न्याय दिलाने के लिये पश्चिम बंगाल के साथ -साथ पुरे देश मे विरोध प्रदर्शन अब भी जारी है, ऐसे मे राज्य के विरोधी दल के नेता और तमाम राजनीती दल की पार्टियां राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल पर कई सवाल उठा रही है, जिससे मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी ही नही बल्कि उनकी पुलिस भी कई सवालों के घेरे मे है, बार -बार महिला सुरक्षा को लेकर आवेवस्था पर सवाल उठाए जा रहे हैं, राज्य मे आम से लेकर खास तक सड़क पर उतर कर मृतक महिला चिकित्सक के लिये न्याय मांग रहे हैं, ऐसे मे अब राज्य की महिलाएं खुद को असुरक्षित मानते हुए खुद की सुरक्षा के लिये अब जुड्डो कराटे का ट्रेनिंग ले रही है, साथ ही अपनी बेटियों को भी जुडो कराटे की ट्रेनिंग दिलवा रही हैं, आसनसोल के बर्णपुर इलाके मे स्थित एक प्ले ग्राउंड मे माँ बेटियों को एक साथ जुडो कराटे का ट्रेनिंग लेता देख हम भी थोड़ी देर के लिये हैरान रह गए, साड़ी और सलवार सूट मे जुडो कराटे सिखने के लिये माँ बेटियों की यह लालसा उनका जूनून उनका एक -एक दांव- पेंच मानो उन मंचलों को यह चेतावनी दे रहा हो की अब वह चुप नही बैठने वाली वह उनका मुहतोड़ जवाब देने वाली हैं, उनके छक्के छुड़ाने वाली हैं, वह ऑन द स्पोर्ट उनको सजा देने वाली हों, जुडो कराटे का ट्रेनिंग ले रही एक महिला ने कहा की कोलकाता आर्जीकर अस्पताल मे हुई महिला चिकित्सक के साथ हुई रेप और हत्या की घटना के बाद से वह काफी घबराई हुई थीं, उनको हमेशा यह डर सताता रहता था की वह भी अपने घर से अकेले बाहर निकलती हैं, उनकी बेटी भी कभी -कभी अकेले होती है, ऐसे मे उनकी सुरक्षा का क्या, यही कारण है की उन्होंने ऐसे मंचलों से निपटने के लिए जुडो कराटे सिखने के लिये अपने मन मे ठान ली और खुद तो जुडो कराटे का ट्रेनिंग ले ही रही हैं, अपनी बेटियों को भी आत्म सुरक्षा के लिये जुडो कराटे का ट्रेनिंग दिलवा रही हैं, उनका मानना है की राज्य मे जहाँ महिला सुरक्षा वेवस्था को लेकर राज्य सरकार और पुलिस विफल हो जाती है ऐसे मे महिलाओं को अपनी सुरक्षा खुद समभालनी पड़ती है, यही कारण है की आज महिलाओं को अपनी सुरक्षा के लिये जुडो कराटे की ट्रेनिंग लेनी पड़ रही है, वह इस लिये की वो खुद के ऊपर किसीका अत्याचार सहने के वजाय उस अत्याचार का मुहतोड़ जवाब दे सकें

  • आसनसोल के माध्यमिक छात्र क्रिस शर्मा ने कोलकाता के द भवानीपुर एजुकेशन सोसाइटी कॉलेज में स्कॉलरशिप हासिल किया

    आसनसोल के माध्यमिक छात्र क्रिस शर्मा ने कोलकाता के द भवानीपुर एजुकेशन सोसाइटी कॉलेज में स्कॉलरशिप हासिल किया

    अमित कुमार गुप्ता आसनसोल :–आसनसोल के मेधावी छात्र कृष शर्मा ने कोलकाता के डी भवानीपुर एजुकेशन सोसायटी कॉलेज में स्कॉलरशिप हासिल किया है। इससे कृष शर्मा को शिक्षा के लिए आगे की ओर अग्रसर होने में इससे काफी सहायता मिलेगी स्कॉलरशिप प्रदान करने का आधार मुख्य रूप से मेधावी  विद्यार्थियों की पढ़ाई में आर्थिक परेशानी को दूर करना होता है। इस आर्थिक सहायता से कृष शर्मा को पढ़ने के लिए काफी सुविधा मिलेगी। कोलकाता के डी भवानीपुर एजुकेशन सोसायटी कॉलेज छात्र के प्रतिभा को और आगे बढ़ाने के लिए छात्रवृत्ति देते हैं इस वर्ष कॉलेज के बीकॉम फर्स्ट ईयर के छात्र आसनसोल निवासी अरुण शर्मा के पोता कृष शर्मा को छात्रवृत्ति मिला है । इसकी जानकारी मिलते ही पूरे परिवार में खुशी का लहर माता-पिता एवं दादा-दादी के खुशी का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है। यह खबर पाने के बाद कृष के दादा जी अरुण शर्मा ,दादी, बड़े पिता राकेश शर्मा, पिता सुभाष शर्मा ,बड़ी माता, माता, भाई बहन सहित पूरे परिवार खुशी में के माहौल मे पूरे परिवार झूम उठे इस संबंध में कृष के दादा ने कहा कि उनके पोता कृष शर्मा बचपन से ही पढ़ने में बहुत तेज थे माध्यमिक के परीक्षा में 95 फीसदी अंक लाकर आसनसोल के इलाके में अपना नाम उज्जवल किया । उसके साथ उसे कई जगहों पर भी पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया उन्होंने कहा कि आज जब वह कोलकाता में डी भवानीपुर एजुकेशन सोसाइटी के बिकम फर्स्ट ईयर के पढ़ाई उनके पोते कर रहे हैं उसमें एक अच्छा नंबर प्राप्त कर उसे छात्रवृत्ति मिला है जिससे मैं काफी खुशी हूं उन्होंने बताया कि उसे 95% फ़ीसदी अंक मिला है जिसके कारण वह कॉलेज में जब तक पढ़ाई करेगा तब तक उसे 80 फ़ीसदी फीस माफ रहेंगे