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  • डीआरएम कार्यालय के अस्थाई वाहन ड्राइवरों ने आज टीएमसी के श्रमिक संगठन आईएनटीटीयुसी का दामन थाम लिया

    डीआरएम कार्यालय के अस्थाई वाहन ड्राइवरों ने आज टीएमसी के श्रमिक संगठन आईएनटीटीयुसी का दामन थाम लिया

    पब्लिक न्यूज आसनसोल : आसनसोल रेल मंडल के डीआरएम कार्यालय के अस्थाई वाहन ड्राइवरों ने आज टीएमसी के श्रमिक संगठन आईएनटीटीयुसी का दामन थाम लिया इस मौके पर श्रमिक नेता राजू अहलूवालिया ने उन्हें संगठन का झंडा थमाया । इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए राजू अहलूवालिया ने कहा की डीआरएम कार्यालय में तकरीबन 60 ऐसे वाहन चालक हैं जो ठेकेदार के अधीन गाड़ियां चलाते हैं लेकिन उनके साथ अन्याय होता है उन्हें न्यूनतम वेतन नहीं मिलता और पैसा काट लिया जाता है उन्होंने आरोप लगाया कि ठेकेदार इन वाहन चालकों के साथ मारपीट भी करते है।
    राजू अहलूवालिया ने कहा कि आज से यह सभी वाहन चालक आईएनटीटीयूसी मैं शामिल हो गए हैं अब अगर किसी भी वाहन चालक के साथ कोई अन्याय होता है तो उनका संगठन इसे बर्दाश्त नहीं करेगा उन्होंने कहा कि 25 तारीख को फिर से बैठक होगी उस बैठक में वाहन चालकों की क्या समस्या है उनको लेकर डीआरएम के साथ एक बैठक की जाएगी और उनसे मांग की जाएगी कि वाहन चालकों के साथ अन्याय ना हो उन्होंने ठेकेदारों को भी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उन्होंने किसी भी वाहन चालक के साथ कोई अन्याय किया तो आईएनटीटीयूसी की तरफ से डीआरएम कार्यालय के सभी गाड़ियों का चक्का जाम कर दिया जाएगा।

  • दिल्ली की तरह आसनसोल रेलवे स्टेशन पर भी हो जाता बड़ा हादसा अगर यात्रियों की भीड़ को सही समय पर नही संभाल पाती रेलवे सुरक्षा बल…ट्रेन की आने की खबर सुन बेकाबू हो गई थी स्टेशन के बाहर खड़ी कुम्भ जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़…

    दिल्ली की तरह आसनसोल रेलवे स्टेशन पर भी हो जाता बड़ा हादसा अगर यात्रियों की भीड़ को सही समय पर नही संभाल पाती रेलवे सुरक्षा बल…ट्रेन की आने की खबर सुन बेकाबू हो गई थी स्टेशन के बाहर खड़ी कुम्भ जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़…

    Public newz आसनसोल रिकी बाल्मीकि:—आसनसोल, पश्चिम बंगाल आसनसोल रेलवे स्टेशन पर रविवार को दिल्ली रेलवे स्टेशन की तरह ही एक बड़ा हादसा होते -होते टल गया हम बताते चलें की रविवार को शाम करीबन सात बजकर चालीस मिनट पर आसनसोल मुंबई मेल ट्रेन खुलने वाली थी, जिस ट्रेन से कुम्भ जाने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ स्टेशन के बाहर उमड़ पड़ी थी, वहीं रेलवे द्वारा भी यात्रीयों को सुरक्षित तरीके से यात्रियों ट्रेन की बोगियों तक पहुँचाने और उसमे बैठाने की पूरी तैयारी कर ली गई थी, उसी तैयारियों के तहत यात्रियों के लिये प्लेटफार्म पर होल्डिंग एरिया नही बनाकर स्टेशन के बाहर बनवाई गई, जिससे यात्रियों को लाईन बाई लाईन प्लेटफार्म तक पहुँचाकर बोगियो मे सुरक्षित तरीके से बैठाया जा सके, पर जैसे ही प्लेटफार्म पर ट्रेन आने की सुचना स्टेशन के बाहर खड़े यात्रियों को लगी, जिसके बाद स्टेशन के बाहर रेलवे द्वारा बनाई गई होल्डिंग एरिया मे खड़े यात्री बेकाबू हो गए और स्टेशन के अंदर प्लेटफार्म पर जाने और ट्रेन मे बैठने के लिये भागने लगे इस दौरान उन्होने रेलवे सुरक्षा बलों द्वारा बनाया गया घेरा भी तोड़ दिया और धक्का -मुक्की करते हुए आगे बढ़ने लगे तस्वीरों मे यह साफ देखा जा सकता है की यात्रियों की बेकाबू भीड़ कुर्सीयों को एक दूसरे के ऊपर फेंकते हुए आगे बढ़ रही है, हालांकि इस दौरान किसी भी यात्रियों की हातहत होने की कोई खबर सामने नही आई है, पर इस घटना से यह सवाल जरूर उठ रहा है की कुम्भ जाने के लिये रेलवे द्वारा यात्रियों को सुरक्षित वेवस्था करने के बावजूद आख़िरकार इस तरह की स्थिति क्यों बन गई अगर कमी थी तो वह कमी कहाँ थी रेलवे की वेवस्था या यात्रियों की सोंच और समझ या फिर उनकी लापरवाही की क्योंकि दिल्ली रेलवे स्टेशन पर घटी घटना को लेकर रेलवे सचेत होते हुए उन तमाम रेलवे स्टेशनो की सुरक्षा वेवस्था बढ़ा चुकी थी जिन स्टेशनो से कुम्भ जाने के लिये ट्रेन खुलती है, आसनसोल मे भी कुछ उसी तरह से वेवस्था की गई थी डीआरएम चेतनानन्द सिंह ने वह फार्मूला इस्तेमाल किया था जो फार्मूला वह हर त्योहार पर स्तेमाल करते थे, पर इस बार उन्होने अपने इस फार्मूले मे थोड़ी तब्दीलियां लाते हुए प्लेटफार्म पर होल्डिंग एरिया नही बनवाकर स्टेशन के बाहर होल्डिंग एरिया बनवाया, वह इस लिये की अगर स्टेशन के बाहर यात्रियों के लिये होल्डिंग एरिया होगा तो वह यात्रियों की भीड़ को संभाल सकेंगे अगर प्लेटफार्म पर होल्डिंग एरिया होगी तो यात्रियों की भीड़ को संभाल पाना मुश्किल हो जाएगा और शायद डीआरएम चेतनानन्द सिंह का वह फार्मूला काम आया और दिल्ली रेलवे स्टेशन के तरह आसनसोल रेलवे स्टेशन पर दूसरा बड़ा हादसा होते -होते टल गया, वहीं आसनसोल रेलवे स्टेशन पर हुई इस घटना को लेकर आसनसोल रेलवे डिवीजन ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए यह कहा है की आसनसोल रेलवे स्टेशन पर जो घटना घटी वह कोई भगदड़ की घटना नही थी भीड़ अनियंत्रित हो गई थी जिस भीड़ को रेलवे सुरक्षा बल के जवान संभाल रहे थे

  • नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हाल ही में हुई भगदड़ में 15 लोगों की दुखद मृत्यु हुई है, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। इस घटना के मद्देनज़र, आसनसोल रेल मंडल के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) चेतनानंद सिंह ने आसनसोल रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की है।

    नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हाल ही में हुई भगदड़ में 15 लोगों की दुखद मृत्यु हुई है, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। इस घटना के मद्देनज़र, आसनसोल रेल मंडल के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) चेतनानंद सिंह ने आसनसोल रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की है।

    नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हाल ही में हुई भगदड़ में पब्लिक न्यूज़ आसनसोल रिकी बाल्मीकि:— लोगों की दुखद मृत्यु हुई है, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। इस घटना के मद्देनज़र, आसनसोल रेल मंडल के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) चेतनानंद सिंह ने आसनसोल रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की है। उन्होंने यात्रियों के सुचारू प्रवेश और भीड़ प्रबंधन के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं, ताकि महाकुंभ प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
    इससे पहले, अक्टूबर 2024 में मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर भगदड़ की घटना के बाद, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे। इनमें प्रवेश और प्लेटफॉर्म पर अस्थायी बदलाव, होल्डिंग एरिया की स्थापना, अतिरिक्त टिकट काउंटर, स्वचालित टिकट वेंडिंग मशीनें, पूछताछ काउंटर, ‘मे आई हेल्प यू’ डेस्क, कैटरिंग सेवाएं, पानी और मोबाइल शौचालय जैसी सुविधाएं शामिल थीं।
    आसनसोल रेल मंडल के डीआरएम संचिता नंद सिंह ने भी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपने महत्वपूर्ण स्टेशनों पर सुरक्षा कड़ी कर दी है। इसमें यात्रियों की सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष उपाय शामिल हैं, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
    यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे यात्रा के दौरान रेलवे द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें और सुरक्षा कर्मियों के साथ सहयोग करें, ताकि सभी की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

  • সকালে ডিআরএমের পরিদর্শন / সন্ধ্যা প্রয়াগরাজ যেতে আসানসোলে স্টেশনে মুম্বাইগামী ট্রেনে উঠতে লাগামছাড়া ভিড় / হিমশিম অবস্থা……

    সকালে ডিআরএমের পরিদর্শন / সন্ধ্যা প্রয়াগরাজ যেতে আসানসোলে স্টেশনে মুম্বাইগামী ট্রেনে উঠতে লাগামছাড়া ভিড় / হিমশিম অবস্থা……

    পাবলিক নিউজ আলোক চক্রবর্তী ও ডেস্ক রিপোর্ট আসানসোল:— প্রয়াগরাজ যাওয়ার জন্য নিউ দিল্লি স্টেশনে পদপিষ্ঠ হয়ে ১৮ জনের মৃত্যু হয়েছে শনিবার রাতে। এর ঠিক দুদিন আগে আসানসোল স্টেশনে অন্য একটি ট্রেনে প্রত্যাশার চেয়ে বেশি ভিড়ের কারণে অনেক বিশৃঙ্খলা তৈরি হয়েছিলো। কোনভাবেই নিউ দিল্লির ঘটনার পুনরাবৃত্তি না নয়, তারজন্য রবিবার সকালে পূর্ব রেলের আসানসোল ডিভিশনের ডিআরএম চেতনানন্দ সিং আসানসোল স্টেশন পরিদর্শন করেন। ট্রেন চলাচল এবং যাত্রীদের সুবিধার বিষয়ে সবকিছু খতিয়ে দেখেন। প্রয়োজনীয় নির্দেশ দেন। কিন্তু, ডিআরএমের পরিদর্শনের কয়েক ঘন্টার মধ্যেই রবিবার সন্ধ্যায় লাগামছাড়া ভিড় জমলো আসানসোল স্টেশনে। উদ্দেশ্য, প্রয়াগরাজ যেতে আসানসোল – মুম্বাই ট্রেনে চাপা। এই ট্রেনের জেনারেল বগিতে চাপার জন্য আসানসোল স্টেশনের বাইরে কয়েক হাজার যাত্রীদের মধ্যে হুড়োহুড়ি শুরু হয়ে যায়। গোটা এলাকায় ব্যাপক উত্তেজনা ছড়িয়ে পড়ে। রেলের তরফে এইসব যাত্রীদের সরাসরি ২ নং প্লাটফর্মে নিয়ে যাওয়ার জন্য পার্সেল রুমের পাশের গেট খুলে দেওয়া হয়েছিলো
    আরপিএফের পাশাপাশি রেল পুলিশ ও আধিকারিকরা ছিলেন। ভিড় সামলানোর জন্য দড়ি দিয়ে ব্যারিকেড করা হয়েছিলো। কিন্তু রেল আধিকারিকদের কাছে এই ট্রেনে চাপার জন্য যে এতো ভিড় হবে, তা আন্দাজ ছিলো না। যে কারণে রেল প্রশাসনের সেই ভিড় সামলাতে নাজেহাল ও হিমশিম অবস্থা হয়। একটা সময় দিল্লির মতো অবস্থা হবে এমন পরিস্থিতি তৈরি হয়। শেষ পর্যন্ত সন্ধ্যে সাড়ে সাতটা নাগাদ গোটা পরিস্থিতি কোন মতে সামাল দেওয়া সম্ভব হয়।


    রবিবার সকালে স্টেশন পরিদর্শনের পরে সাংবাদিকদের সাথে কথা বলার সময় ডিআরএম বলেন, দুদিন আগে আসানসোল স্টেশনে একটা ট্রেনে চাপার জন্য যে ভিড় দেখা গিয়েছিল তার পুনরাবৃত্তি না হয় তা নিশ্চিত করার জন্য সমস্ত ধরণের ব্যবস্থা করা হয়েছে। তারপর শনিবার রাতের দিল্লির ঘটনার পরে আমরা আরো সতর্ক হয়েছি।


    প্ল্যাটফর্ম চত্বরের বাইরে একটি হোল্ডিং এরিয়া তৈরি করা হচ্ছে। যাতে যাত্রী ভিড়কে এক লাইনে ট্রেনে নিয়ে আসা যায়। সেই সঙ্গে প্লাটফর্মে ভিড় কমানোর কথাও জানান তিনি। আসানসোল স্টেশনের দ্বিতীয় গেট থেকে সাধারণ বগির যাত্রীদের সরাসরি ট্রেনে তোলার ব্যবস্থা করা হয়েছে। সিদ্ধান্ত নেওয়া হয়েছে যে একবার ঘোষণা হয়ে গেলে, কোনও অবস্থাতেই ট্রেনের প্ল্যাটফর্ম পরিবর্তন করা হবে না। পাশাপাশি তিনি যাত্রীদের কিছুটা ধৈর্য ধরতেও অনুরোধ করেছেন।
    তিনি বলেন, কুম্ভগামী ট্রেনে উপচে পড়া ভিড় হচ্ছে। এবং এর প্রধান কারণ হচ্ছে মানুষ ধৈর্য্য রাখতে পারছেন না।
    সকালের ডিআরএমের সেই আশঙ্কা যে কতটা সত্যি, তা কয়েক ঘন্টার মধ্যে আসানসোল স্টেশনে প্রমাণিত হলো।

  • জনপ্রিয়তা বেড়েছে হাওড়া-পাটনা-হাওড়া বন্দে ভারত এক্সপ্রেসের / এবার চলবে ১৬টি কোচ নিয়ে

    জনপ্রিয়তা বেড়েছে হাওড়া-পাটনা-হাওড়া বন্দে ভারত এক্সপ্রেসের / এবার চলবে ১৬টি কোচ নিয়ে

    পাবলিক নিউজ আলোক চক্রবর্তী আসানসোল :– ভারতীয় রেলের বন্দে ভারত এক্সপ্রেস ট্রেনগুলি, যা ইতিমধ্যেই যাত্রীদের মধ্যে দ্রুত জনপ্রিয়তা অর্জন করছে। এই ট্রেনের উচ্চস্তরের বা হাই কোয়ালিটির আরাম এবং দ্রুত ভ্রমণের গতির মাধ্যমে যাত্রীদের সন্তুষ্ট করছে। এই দ্রুতগতির ট্রেনগুলি যাতে সঠিক সময়সূচী বজায় রাখে এবং সময়মতো গন্তব্যে পৌঁছায়, সেজন্য শীর্ষ পর্যায়ে নজরদারি চলছে।
    যাত্রীরা হাওড়া-পাটনা-হাওড়া বন্দে ভারত এক্সপ্রেসের যাত্রা দারুণ ভাবে উপভোগ করছেন। ভারতীয় রেলের সেমি হাই স্পিড বা অর্ধেক উচ্চ গতির এই ট্রেন ২০২৩ সালের ২৪ সেপ্টেম্বর জাঁকজমকের সাথে উদ্বোধন করা হয়েছিল। ট্রেনটির বাণিজ্যিকভাবে যাত্রা শুরু হয়েছিল তা দুদিন পরে ২৬ সেপ্টেম্বর থেকে। এই ট্রেন পাটনা এবং হাওড়ার মধ্যে ভ্রমণকারী যাত্রীদের আরও ভাল সুবিধা প্রদান করে। ২২৩৪৭/২২৩৪৮ হাওড়া-পাটনা-হাওড়া বন্দে ভারত এক্সপ্রেসে ২৫টি নতুন বৈশিষ্ট্যের চিত্তাকর্ষক পরিসর রয়েছে। যা সামগ্রিক ভ্রমণ অভিজ্ঞতাকে উন্নত করার জন্য ডিজাইন করা হয়েছে। যাত্রীদের মধ্যে জনপ্রিয়তা ও তাদের চাহিদার কথা বিবেচনা করে ভারতীয় রেল আগামী ১৩ ফেব্রুয়ারি বৃহস্পতিবার থেকে হাওড়া এবং পাটনা থেকে ৮টি কোচের পরিবর্তে ১৬টি কোচ নিয়ে ২২৩৪৭/২২৩৪৮ হাওড়া-পাটনা-হাওড়া বন্দে ভারত এক্সপ্রেস চালানোর সিদ্ধান্ত নিয়েছে।

    রেলের তরফে বলা হয়েছে, এই উচ্চ-গতির রুটে আরো বেশি যাত্রীর যাতায়াতের ব্যবস্থা করা এবং ভ্রমণের আরাম বৃদ্ধি করার লক্ষ্যে এই কোচের সংখ্যা বাড়ানো বা বর্ধিতকরণ করা হয়েছে।

  • आसनसोल रेलवे स्टेशन पर आज गुड्स ट्रेन के गार्डों ने स्टेशन परिसर में धरना प्रदर्शन किया।

    आसनसोल रेलवे स्टेशन पर आज गुड्स ट्रेन के गार्डों ने स्टेशन परिसर में धरना प्रदर्शन किया।

    पब्लिक न्यूज आसनसोल रिकी बाल्मीकि :– आसनसोल रेलवे स्टेशन पर आज गुड्स ट्रेन के गार्डों ने स्टेशन परिसर में धरना प्रदर्शन किया। इनका कहना है कि रेलवे मंत्रालय द्वारा 24 जनवरी को जो आदेश पारित किया गया है वह रेलवे के नियमों के खिलाफ है। उन्होंने बताया कि रेलवे के उस आदेश के जरिए अब गुड्स ट्रेनों के गार्डों को ट्रेन के संरक्षण की जिम्मेदारी संभालनी होगी। प्रदर्शन कर रहे गार्ड का कहना है कि नियमों के हिसाब से वह सुपरवाइजर रैंक का कर्मी हैं लेकिन जिस तरह से उन्हें ही डिपो से लेकर गाड़ी तक अपने सामन को खुद ले जाना होगा वह कहीं न कहीं उनकी पद मर्यादा को कम करता है। इतना ही नहीं उन्हें की सहायता भी उपलब्ध नहीं कराई जाएगी। इसका मतलब उन्हें ही एक पोर्टर का भी काम करना होगा। इसके खिलाफ आज गुड्स ट्रेन के गार्ड प्रदर्शन पर हैं।

  • आसनसोल रेलवे डिवीजन के एडीआरएम प्रवीण कुमार प्रेम ने संवाददाता सम्मेलन कर महाकुंभ को लेकर रेलवे की सेवाओं के संबंध में अफवाहों का किया खंडन

    आसनसोल रेलवे डिवीजन के एडीआरएम प्रवीण कुमार प्रेम ने संवाददाता सम्मेलन कर महाकुंभ को लेकर रेलवे की सेवाओं के संबंध में अफवाहों का किया खंडन

    पब्लिक न्यूज रिकी बाल्मीकि आसनसोल :– आसनसोल रेलवे डिवीजन के एडीआरएम प्रवीण कुमार प्रेम ने आज डीआरएम कार्यालय के नए कॉन्फ्रेंस रूम में एक संवाददाता सम्मेलन किया इस मौके पर उन्होंने महाकुंभ में रेलवे की सेवाओं को लेकर कुछ अफवाहों का खंडन किया उन्होंने कहा कि हाल ही में ऐसी कुछ बातें सामने आ रही हैं जिसमें यह कहा जा रहा है कि प्रयागराज में ट्रेनों का आवागमन बंद कर दिया गया है प्रवीण कुमार प्रेम ने बताया कि ऐसा बिल्कुल नहीं है प्रयागराज में जो आठ स्टेशन है उनमें से सभी स्टेशन पूरी तरीके से कार्य कर रहे हैं ट्रेनों का आवागमन सुचारू ढंग से जारी है उन्होंने कहा कि ईस्टर्न रेलवे से 7 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें चल रही है जिसमें से 6 जोड़ी स्पेशल ट्रेन आसनसोल होकर चलाई जा रही है और एक जोड़ी ट्रेन भागलपुर होकर चलाई जा रही है। उन्होंने बताया कि कल ही प्रयागराज से 330 ट्रेनें तकरीबन साढ़े बारह लाख श्रद्धालुओं को लेकर रवाना हुई है। आज भी 170 ट्रेन प्रयागराज से निकलेंगी और इससे तकरीबन 6 लाख श्रद्धालुओं को यह सेवा प्रदान की जाएगी उन्होंने बताया कि रेलवे की तरफ से 24 घंटे श्रद्धालुओं को सेवा प्रदान की जा रही है सीसीटीवी कैमरों के जरिए निगरानी रखी जा रही है। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी वहां पर रात दिन मौजूद हैं और सारी गतिविधियों पर निगरानी रखी जा रही है बनारस के डीआरएम प्रयागराज के डीआरएम वहां पर मौजूद है और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए रेलवे का पूरा प्रबंधन तैयार है उन्होंने लोगों से अफवाहों पर भरोसा न करने की अपील की और कहा कि रेलवे की तरफ से प्रयागराज के महाकुंभ में जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए सभी प्रकार की सुविधा प्रदान की गई है ताकि किसी भी श्रद्धालु को प्रयागराज जाकर पुण्य स्नान कर लौटने में कोई असुविधा न हो।

  • रेल बजट के दौरान आसनसोल रेलवे डिवीजन के कर्मचारियों को मिला रेलवे का तौफा खर्च होंगे चालीस करोड़ रुपए…

    रेल बजट के दौरान आसनसोल रेलवे डिवीजन के कर्मचारियों को मिला रेलवे का तौफा खर्च होंगे चालीस करोड़ रुपए…

    पब्लिक न्यूज़ आसनसोल, पश्चिम बंगाल आसनसोल रेलवे डिवीजन के कार्यालय मे रेलवे बजट 2025-26 को लेकर एक संवाददाता सम्मेलन के का आयोजन किया गया, जिस संवाददाता सम्मलेन मे रेलवे मिनिस्टर अश्वनी वैष्णव सहित देश के ताम रेलवे डिवीजन के डीआरएम अपने -अपने क्षेत्र के संवाददाताओं को लेकर संवाददाता सम्मलेन कर अपने -अपने डिवीजन के विकाश कार्यों को गिना रहे थे इसी दौरान आसनसोल रेलवे डिवीजन के डीआरएम डीआरएम चेतनानंद सिंह ने भी एक संवाददाता सम्मलेन किया और पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा की रेलवे आसनसोल डिवीजन के कर्मचारियों के लिये उनकी वेवस्थाओं और भी दुरुस्त करने के लिये एक बड़ा कदम उठाने जा रही है, जिस कदम के तहत वह करीब चालीस करोड़ रुपए खर्च करने जा रही है, जिसमे 14 करोड़ रुपए रेलवे के पुराने क्वाटरों को रिपेयर करने के कार्य मे खर्च किये जायेंगे, वहीं 14 करोड़ रुपए नए क्वाटर बनाने के कार्य मे खर्च किये जायेंगे, इसके अलावा रेलवे के हर कलॉनी मे एक -एक एटीम बैठाया जायेगा, साथ ही हर कलॉनी मे एक पार्क और एक जिम शाला की वेवस्था की जायेगी जिससे रेलवे के हर एक कर्मचारी स्वस्थ रह सकें, उन्होने यह भी कहा की हर क्वाटरों से स्तेमाल किया गया पानी एक जगह एक गड्ढे मे जमा किया जाएगा जिस गड्ढे मे बालू और पत्थर भरा रहेगा यह इस लिये किया जायेगा की पानी बर्बाद न हो और वह जमीन के निचे वाली सतह मे न जाकर ऊपरी सतह पर जमा रहे और जरुरत पड़ने पर लोग उस पानी को अपने जरुरत अनुसार स्तेमाल कर सकें, यहीं नही उन्होने यह भी कहा की उनके डिवीजन मे गुड्स ट्रेन काफी चलती है ऐसे मे उस ट्रेन के चालक और गार्ड को थ्री स्टार वेवस्था देने की बात रेलवे द्वारा की जा रही थी जिसको देखते हुए उनको अच्छी वेवस्था उपलब्ध करवाने के उदेश्य से रनिंग और रेस्ट रूप मे थ्री स्टार की सुविधा दी जा रही है जिसके किये करीब पांच करोड़ रुपए खर्च किये जा रहे हैं, इसके अलावा उन्होंने आरपीएफ जवानो के लिये बहोत जल्द करीब पाँच बैरक खोले जाने की बात भी कही जिसमे उन्होंने कहा की दो बैरक बनाने के लिये सेंक्सन हो चूका था जिसमे से एक बैरक बनाने का काम शुरू हो चूका था पर वह किसी कारण ठेकेदार की निजी समस्याओं को लेकर पूरा नही हो सका जो पाँच से 6 महीने के अंदर दो बैरक बनाकर पूरा कर लिया जाएगा, इसके अलावा उन्होने यह भी कहा की आसनसोल रेल डिवीजन के हो रहे विकाश कार्य मे सात नंबर प्लेटफार्म के बाहर कई दुकाने हैं जो रेलवे के जमीन पर है, जिनको हटाने मे थोड़ी समस्या हो रही है, इसके अलावा कुछ ऐसे भी जगह है जिन जगहों को रेलवे अदिग्रहण कर सकती है जिसके लिये लोगों से लगातार बातचीत चल रही है, जो बहोत जल्द हल हो जायेगी, उन्होने कहा आसनसोल के अलावा कुमारडूबी, बराकर सहित अंडाल तक यह कार्य चल रहा हर जगह रेलवे लोगों से बातचीत कर रेलवे के विकाश कार्यों को आगे बढ़ाने का काम कर रही है, इसके अलावा उन्होने यह भी कहा की रेलवे यात्रियों को यात्रा के दौरान अच्छी सुविधा उपलब्द करवाने के लिये वन्दे भारत ट्रेन चला रही है, जिसके बाद अब अमृत भारत और नव भारत ट्रेन चलाने की तैयारी भी चल रही है जो बहोत जल्द ही पूरी कर ली जायेगी

  • पश्चिम बंगाल को आवंटित हुआ रेलवे बजट 2025 के तहत 13,955 करोड़ रुपये,केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव…

    पश्चिम बंगाल को आवंटित हुआ रेलवे बजट 2025 के तहत 13,955 करोड़ रुपये,केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव…

    पब्लिक न्यूज़ आसनसोल, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राज्य सरकार से परियोजनाओं में तेजी लाने के लिए भूमि अधिग्रहण और कानून व्यवस्था के मुद्दों को सुलझाने का आग्रह किया। पश्चिम बंगाल में 101 अमृत स्टेशन विकसित किए जा रहे हैं। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी है कि रेलवे बजट 2025 के तहत पश्चिम बंगाल के लिए 13,955 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। आज (3/2/2025) रेलवे बजट 2025 पर एक वेब कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि 2009-2014 की अवधि की तुलना में आवंटन में तीन गुना वृद्धि हुई है। श्री वैष्णव ने बताया कि राज्य में वर्तमान में रेलवे में 68,000 करोड़ रुपये का निवेश है। उन्होंने पश्चिम बंगाल सरकार से भूमि अधिग्रहण और कानून व्यवस्था के मुद्दों को सुलझाने का अनुरोध किया ताकि इन निवेशों और परियोजनाओं का लाभ जल्द से जल्द नागरिकों तक पहुँच सके। मंत्री ने बताया कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पश्चिम बंगाल में 101 स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है और पिछले 10 वर्षों में राज्य में लगभग 1290 किलोमीटर ट्रैक जोड़े गए हैं। इसके अलावा कोलकाता मेट्रो ने 1972 से 2014 के दौरान 28 किमी ट्रैक बनाए जबकि पिछले 10 वर्षों में 31 किमी का विस्तार किया गया है। श्री वैष्णव ने कहा कि यह प्रधानमंत्री की बंगाल के लोगों और संस्कृति के प्रति प्रतिबद्धता, भक्ति और सम्मान के कारण संभव हुआ है।
    पश्चिम बंगाल में रेलवे रेलवे संरक्षा बढ़ाने के लिए 3,337 किलोमीटर ट्रैक को कवच प्रणाली से कवर किया जाएगा। श्री वैष्णव ने बताया कि देश के बाकी हिस्सों की तरह पश्चिम बंगाल को जल्द ही नमो भारत और वंदे भारत स्लीपर सहित कई अन्य नई रेलवे परियोजनाएं और ट्रेनें मिलेंगी, जो अगले पांच वर्षों में रेल यात्रा में क्रांति ला देंगी। कोलकाता में पूर्व रेलवे मुख्यालय में आयोजित वेब कॉन्फ्रेंस में पूर्व रेलवे के अपर महाप्रबंधक श्री सुमित सरकार और अन्य रेलवे अधिकारीगण मौजूद थे।