Category: CHITTRANJAN

  • चित्तरंजन डीबी वॉयस, डीबी गर्ल्स, इंग्लिश मीडियम स्कूल, एक अभ्यास का आयोजन कर रहे हैं। नागरिक सुरक्षा विभाग छात्रों को आत्मरक्षा तथा युद्ध की स्थिति में क्या करना चाहिए, इसकी शिक्षा दे रहा है , सरकार

    चित्तरंजन डीबी वॉयस, डीबी गर्ल्स, इंग्लिश मीडियम स्कूल, एक अभ्यास का आयोजन कर रहे हैं। नागरिक सुरक्षा विभाग छात्रों को आत्मरक्षा तथा युद्ध की स्थिति में क्या करना चाहिए, इसकी शिक्षा दे रहा है , सरकार

    पब्लिक न्यूज आसनसोल चित्तरंजन डीबी वॉयस, डीबी गर्ल्स, इंग्लिश मीडियम स्कूल, एक अभ्यास का आयोजन कर रहे हैं। नागरिक सुरक्षा विभाग छात्रों को आत्मरक्षा तथा युद्ध की स्थिति में क्या करना चाहिए, इसकी शिक्षा दे रहा है तथा सायरन भी बजाया जा रहा है। इसमें यह भी बताया गया है कि सायरन का क्या मतलब होता है। इस बारे में देशबंधु विद्यालय बॉयज स्कूल के प्रिंसिपल वैद्यनाथ उरांग ने बताया कि आज सिविल डिफेंस के अधिकारियों ने जिस तरह से विद्यार्थियों को युद्ध की स्थिति में क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए इसकी जानकारी दें यह विद्यार्थियों के लिए बहुत फायदेमंद होगा उन्होंने कहा कि यही विद्यार्थी आगे चलकर देश का भविष्य तय करेंगे इसलिए अभी से इनको इस तरह की जानकारी होना बहुत जरूरी है उन्होंने कहा कि जिस तरह से सिविल डिफेंस के अधिकारियों ने इन विद्यार्थियों की जानकारी दी वह सराहनीय है उन्होंने सिविल डिफेंस के अधिकारियों को इसके लिए धन्यवाद दिया।

  • मधुमक्खियों के हमले में कई घायल

    मधुमक्खियों के हमले में कई घायल

    पब्लिक न्यूज आसनसोल/ चित्तरंजन:– मधुमक्खियों के हमले में कई घायल,आसनसोल रेलवे सिटी के चित्तरंजन प्रवेश द्वार के गेट नंबर 3 से सटे इलाके में रविवार को मधुमक्खियों के हमले में कई पैदल यात्री घायल हो गए! सड़क पर मधुमक्खियों का झुंड देखकर अमलाधी बाजार के एक राहगीर और व्यापारी सुशील दास को छात्र नेता और सामाजिक कार्यकर्ता मिथुन मंडल ने अन्य लोगों की मदद से बचाया और इलाज के लिए चित्तरंजन कस्तूरबा गांधी अस्पताल ले गए। ज्ञातव्य है कि मधुमक्खियों के हमले में अब तक 6 लोग घायल हो चुके हैं!

  • কাঁঠাল চুরি আটকাতেই ধারালো অস্ত্র দিয়ে হামলা, অনুমান / বাড়িতেই আক্রান্ত চিত্তরঞ্জনের রেল কর্মী / এলাকায় আতঙ্ক, তদন্তে পুলিশ ……….. চিত্তরঞ্জন, ১০ এপ্রিলঃ

    কাঁঠাল চুরি আটকাতেই ধারালো অস্ত্র দিয়ে হামলা, অনুমান / বাড়িতেই আক্রান্ত চিত্তরঞ্জনের রেল কর্মী / এলাকায় আতঙ্ক, তদন্তে পুলিশ ……….. চিত্তরঞ্জন, ১০ এপ্রিলঃ

    পাবলিক নিউজ আসানসোল :– নিজের বাড়ির গাছের কাঁঠাল অন্য লোকেরা কেন পারছে তার প্রতিবাদ করে ও আটকাতে গিয়ে আক্রান্ত হওয়ার ঘটনা ঘটলো। চিত্তরঞ্জনে আবারও দুষ্কৃতিদের তাণ্ডবের এই ঘটনায় রেল শহর চিত্তরঞ্জনের নিরাপত্তা নিয়ে বড়সড় প্রশ্ন উঠলো। এই ঘটনায় এক রেল কর্মীর উপরে নিজের আবাসনের উঠোনে ধারালো অস্ত্র দিয়ে প্রাণঘাতী হামলার অভিযোগ উঠেছে। বুধবারের এই ঘটনায় গোটা এলাকায় আতঙ্ক নেমে এসেছে।
    প্রসঙ্গতঃ , গত ৩ এপ্রিল এক রেল কর্মীর স্ত্রীর রক্তাক্ত দেহ তার বাসভবনের ভেতর থেকে উদ্ধার হয়। সেই ঘটনায় এখনো পর্যন্ত কেউ গ্রেফতার হয়নি। তারই মধ্যে বুধবার রেল শহর চিত্তরঞ্জনে ৪২/এ স্ট্রিটের ১০/এ নং আবাসনের বাসিন্দা ৫৮ বছরের রেল কর্মী শ্রীকান্ত তিওয়ারির উপর অজ্ঞাত পরিচয়দের বিরুদ্ধে ধারালো অস্ত্র নিয়ে হামলা চালানোর ঘটনা ঘটলো।
    জানা গেছে , শ্রীকান্ত তেওয়ারির পরিবার সদস্যরা বিহারে গ্রামের বাড়ি গেছেন। তিনি বাড়িতে একাই ছিলেন। এই সুযোগে দুষ্কৃতিরা তার বাড়িতে ঢুকে, কোনভাবে বাধা পেয়ে হামলা চালিয়ে অচৈতন্য অবস্থায় ফেলে পালিয়ে যায়। শ্রীকান্তের ছেলে বুধবার গ্রামের বাড়ি থেকে বারবার বাবাকে ফোন করেন। কিন্তু সাড়া না পেয়ে তিনি প্রতিবেশীকে জানায়। সেই প্রতিবেশী যুবক তার বাড়ির কাছে গিয়ে ডাকাডাকি করেন। কিন্তু কোন সাড়া না পেয়ে ঐ যুবক কোনমতে সিঁড়ি দিয়ে উঠে, তার বাড়ির ভেতরে উঁকি মারেন। তখন তিনি সেখানে শ্রীকান্তকে রক্তাক্ত অবস্থায় পড়ে থাকতে দেখেন। এরপর ঐ যুবক স্থানীয়দেরকে ডাকেন। তাদের সহায়তায় তাকে দ্রুত চিত্তরঞ্জন কেজি হাসপাতালে নিয়ে যাওয়া হয়। সেখানে চিকিৎসকরা তাঁর অবস্থা আশঙ্কাজনক দেখে আইসিইউতে ভর্তি করেছেন। বর্তমানে তাঁর চিকিৎসা চলছে।
    এদিকে এই ঘটনার খবর পেয়ে চিত্তরঞ্জন থানার পুলিশ ঘটনাস্থলে আসে। কি করে বাড়ির মধ্যে ঐ ব্যক্তি হামলার মুখে পড়লেন, তা জানতে পুলিশ তদন্ত শুরু করেছে। এলাকার সিসিটিভির ফুটেজ পরীক্ষা করে হামলাকারীদের চিহ্নিত করার চেষ্টা করছে পুলিশ।
    শ্রীকান্ত তেওয়ারির এক প্রতিবেশী বলেন, ঐ বাড়ির উঠোনে একটি কাঁঠাল গাছ রয়েছে। মনে হচ্ছে, কয়েকজন যুবক গাছ থেকে কাঁঠাল পাড় ছিলো। শ্রীকান্তবাবু তা দেখতে পেয়ে প্রতিবাদ করতে গেলে তাঁর উপর হামলা হয়। যেখানে তিনি অচৈতন্য অবস্থায় পড়েছিলেন। সেখানে বেশ কয়েকটি কাঁঠাল পড়ে থাকতেও দেখা গেছে বলে ঐ প্রতিবেশী জানান।
    এদিকে, পুলিশ জানায়, ঘটনার তদন্ত শুরু করা হয়েছে। ঐ ব্যক্তির পরিবারের সদস্যরা আসছেন। তারা অভিযোগ দায়ের করবেন।

  • রেল শহর চিত্তরঞ্জনে চাঞ্চল্য / আবাসনে গৃহবধূকে গলা কেটে নৃশংস খুন, তদন্তে পুলিশ চিত্তরঞ্জন ও আসানসোল,

    রেল শহর চিত্তরঞ্জনে চাঞ্চল্য / আবাসনে গৃহবধূকে গলা কেটে নৃশংস খুন, তদন্তে পুলিশ চিত্তরঞ্জন ও আসানসোল,

    পাবলিক নিউজ আসানসোল :– রেল শহর চিত্তরঞ্জন রেল আবাসনের ভেতরে গৃহবধূকে গলা কেটে ও কুপিয়ে নৃশংস ভাবে খুন করলো দূষ্কৃতিরা। রেল শহরের আমলাদহি এলাকার ২৮ নম্বর স্ট্রিটের ৪৬/২ডি নং রেল আবাসন থেকে বৃহস্পতিবার সন্ধ্যা পরে রক্তাক্ত গৃহবধূর মৃতদেহ উদ্ধার হয়। এক রেল কর্মীর স্ত্রী ঐ গৃহবধূকে নৃশংসভাবে খুন হওয়ার ঘটনা জানাজানি হতে গোটা এলাকায় চাঞ্চল্য ছড়িয়ে পড়ে। মৃতার নাম সঞ্চিতা চৌধুরী (৫৬)। তার স্বামী প্রদীপ চৌধুরী চিত্তরঞ্জন রেল ইঞ্জিন কারখানার ক্রেন ড্রাইভার পদে কর্মরত আছেন।
    শুক্রবার দুপুরে আসানসোল জেলা হাসপাতালে গৃহবধূর মৃতদেহর ময়নাতদন্ত হয়। গৃহবধূর গলা ধারালো কোন অস্ত্র দিয়ে কাটা হয়েছে বলে ময়নাতদন্তের প্রাথমিক রিপোর্টে জানা গেছে। এছাড়াও গৃহবধূর শরীরে ১২ টি বেশি আঘাতের চিহ্ন পাওয়া গেছে। চিত্তরঞ্জন থানার পুলিশ এই ঘটনায় একটি খুনের মামলা করে তদন্তে নেমেছে।
    জানা গেছে, বৃহস্পতিবার সন্ধ্যায় চিত্তরঞ্জনে রেল আবাসনে একাই ছিলেন গৃহবধূ সঞ্চিতা চৌধুরী। স্বামী প্রদীপ চৌধুরী রেল ইঞ্জিন কারখানায় কাজে ছিলেন। প্রদীপবাবুর ছেলে পুরুলিয়ার রঘুনাথপুরে আছে। সেখানে থেকে সে মাকে সন্ধ্যার পরে ফোন করে। কিন্তু বারবার ফোন করলেও, তার মা তা ধরেনি। তাই সে বাবাকে ফোন করে, মায়ের ফোন না ধরার কথা বলে। বাবা তখন কারখানায় কাজ করছিলেন। তিনি রাত আটটা বাড়িতে এসে দেখেন দরজা খোলা। আরো দেখেন বাইরের ঘরে রক্ত ভর্তি। বিছানায় রক্ত। স্বাভাবিক ভাবেই তিনি হতচকিত হয়ে পড়েন। এরপর তিনি ভেতরে ঢুকে দেখেন বাথরুমের কাছে গলা কাটা রক্তাক্ত অবস্থায় সঞ্চিতা দেবী পড়ে আছেন। তিনি চিৎকার করে আশপাশের লোকেদের ডাকেন। সঙ্গে সঙ্গে তারা দৌড়ে আসেন। খবর পেয়ে সঙ্গে সঙ্গে ঘটনাস্থলে চিত্তরঞ্জন থানার ইন্সপেক্টর ইনচার্জ ইসমাইল আলি পুলিশ কর্মীদের নিয়ে সেখানে আসেন। আরপিএফ আধিকারিকরাও খবর পেয়ে পৌঁছান। খবর পেয়ে ঘটনাস্থলে আসেন আইএনটিইউসির সাধারণ সম্পাদক ইন্দ্রজিৎ সিং। ইন্দ্রজিৎবাবু বলেন, প্রদীপ চৌধুরী পরিবার নিয়ে ২৮ নম্বর স্ট্রিটের ৪৬ /২ ডি কোয়ার্টারে থাকেন। প্রদীপবাবু আমাকে জানিয়েছেন তার ছেলের কাছ থেকে ফোন পেয়ে তিনি বাড়িতে আসেন। তখন তিনি আবাসনের মধ্যে নিজের স্ত্রীকে রক্তাক্ত অবস্থায় পড়ে থাকত দেখেন।
    জানা যায়, প্রদীপবাবুর আবাসনের সামনের এবং পিছনের দুদিকেরই দরজায় খোলা ছিল। পুলিশ ঘটনাস্থল থেকে প্রমাণ সংগ্রহ করেছে। এই এলাকায় কাছাকাছি কোন সিসিটিভি নেই।
    চিত্তরঞ্জন থানার ইন্সপেক্টর ইনচার্জ ইসমাইল আলী বলেন, প্রচুর পরিমাণ রক্ত আবাসনের একাধিক জায়গায় ছড়িয়ে ছিটিয়ে আছে। দেহটি বাথরুমের কাছে পড়েছিল। দুষ্কৃতিরা ফিনাইল দিয়ে ঘরটা ধোওয়ার চেষ্টা করেছিলো । তবে প্রতিবেশীদের সাথে কথা বলে জেনেছি, তারা কোনো রকম আওয়াজ এই আবাসন থেকে পাননি। পুলিশ ঘটনার তদন্ত করছে। পরিবারের লিখিত অভিযোগের ভিত্তিতে একটি খুনের মামলা করা হয়েছে।

  • आज चित्तरंजन लोको वर्क्स कारखाने के सामने बांग्ला पोखो की तरफ से विरोध प्रदर्शन किया गया

    आज चित्तरंजन लोको वर्क्स कारखाने के सामने बांग्ला पोखो की तरफ से विरोध प्रदर्शन किया गया

    पब्लिक न्यूज़ प्रकाश दास चित्तरंजन:– आज चित्तरंजन लोको वर्क्स कारखाने के सामने बांग्ला पोखो की तरफ से विरोध प्रदर्शन किया गया। इनका आरोप था कि सी एल डब्ल्यू प्रबंधन की तरफ से नेताजी सुभाषौऔ चंद्र बोस की जयंती पर दी जाने वाली छुट्टी को रद्द कर दिया गया है। इस संदर्भ में प्रदर्शन कर रहे लोगों का नेतृत्व कर रहे संगठन के जिला सचिव अक्षय बैनर्जी ने कहा कि सी एल डब्ल्यू प्रबंधन बंगालियों के खिलाफ हैं इसी वजह से बंगाल के सबसे बड़े रोल मॉडल नेताजी के जन्मदिन पर दी जाने वाली छुट्टी को रद्द कर दिया गया है। इतना ही नहीं जिन चित्तरंजन दास के नेतृत्व में इस कारखाना शहर को बनाया गया था उसका नाम भी बदलने की बात कही जा रही है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले भाजपा विधायक अग्निमित्रा पाल ने कहा था कि कारखाना शहर चितरंजन का नाम बदलकर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर रखा जाएगा उन्होंने कहा कि यह हर्गीज स्वीकार नहीं किया जाएगा बांग्ला पोखो ऐसा नहीं होने देगा उन्होंने कहा कि कल बांग्ला पोखो की तरफ से यह कहा गया था कि आज कारखाने के जीएम को ज्ञापन सौंपा जाएगा उसको ध्यान में रखते हुए आज संगठन के नेता और कार्यकर्ता ज्ञापन सौंपने जब आए हैं तो आरपीएफ द्वारा जीएम कार्यालय के गेट के सामने उनको रोक दिया गया उन्होंने कहा कि इसी के खिलाफ आज वह धरना प्रदर्शन कर रहे हैं उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस बंगाल के सबसे बड़े आइकन हैं लेकिन उनके नाम पर दी जाने वाली छुट्टी को रद्द कर दिया गया है जिसे बांग्ला पोखो को कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। इस बारे में जब हमने कारखाने के एक अधिकारी से बात की तो उन्होंने कहा कि छुट्टी रद्द करने की कोई बात नहीं है जो छुट्टी पहले दी जाती थी वही आज भी दी जा रही है पहले भी रिस्ट्रिक्टेड होलीडे था आज भी रिस्ट्रिक्टेड होलीडे दी जा रही है और डानकुनी में जो कारखाना है वहां पर पेड हॉलीडे होता है

  • সিএলডবলুতে ২৩ শে জানুয়ারির ছুটি বাতিলে সরব বাংলা পক্ষ / রেল শহরের গেট আটকে বিক্ষোভ, চাপে পড়ে স্মারক লিপি গ্রহণ কতৃপক্ষের

    সিএলডবলুতে ২৩ শে জানুয়ারির ছুটি বাতিলে সরব বাংলা পক্ষ / রেল শহরের গেট আটকে বিক্ষোভ, চাপে পড়ে স্মারক লিপি গ্রহণ কতৃপক্ষের

    পাবলিক নিউজঃ অলোক চক্রবর্তী চিত্তরঞ্জন:– সিএলডবলু্ ( চিত্তরঞ্জন লোকোমেটিভ ওয়াকর্স) বা চিত্তরঞ্জন রেল ইঞ্জিন কারখানায় ২৩ জানুয়ারি নেতাজি সুভাষ চন্দ্র বসুর জন্মদিনের ছুটি বাতিল করার বিরোধিতায় মঙ্গলবার সকাল থেকে রেল শহরে আন্দোলন শুরু করে বাংলা পক্ষ। সকাল এগারোটা থেকে বাংলা পক্ষের সমর্থকদের বিক্ষোভ অবরোধের জেরে অবরুদ্ধ হলো চিত্তরঞ্জন রেল শহরে ঢোকার মেন ৩ নম্বর গেট। এর ফলে আসানসোল-চিত্তরঞ্জন যোগাযোগকারী প্রধান রাস্তার উপর দাঁড়িয়ে যায় অসংখ্য দুচাকা ও চারচাকা গাড়ি। তবে এমার্জেন্সি বা জরুরি কাজে যাওয়া গাড়িগুলিকে যাতায়াত করতে দেওয়া হচ্ছিলো।


    প্রসঙ্গতঃ,, চিত্তরঞ্জন রেল ইঞ্জিন কারখানা কর্তৃপক্ষ নেতাজী সুভাষচন্দ্র বসুর জন্মদিন ২৩ শে জানুয়ারি ছুটি বাতিল করে দিয়েছে। যা নিয়ে ইতিমধ্যেই সবমহলেই ক্ষোভের সৃষ্টি হয়েছে। রেল ইঞ্জিন কারখানা কতৃপক্ষের এই সিদ্ধান্ত ও ঘোষণার বিরোধিতায় রেল আধিকারিককে স্মারকলিপি দেওয়ার কথা জানানো হয়েছিলো । সেই অনুযায়ী সোমবার ৬ জনুয়ারি বাংলা পক্ষের তরফ থেকে চিত্তরঞ্জন রেল ইঞ্জিন কারখানা কর্তৃপক্ষের কাছে চিঠি দেওয়া হয়। তাতে জানানো হয়েছিল তারা মঙ্গলবার ৭ জানুয়ারি সকাল এগারোটার জেনারেল ম্যানেজার বা জিএমের হাতে এই সংক্রান্ত স্মারকলিপি তুলে দেবেন। সেই মতো এদিন সকাল দশটার পর থেকেই জিএম অফিসের সামনে বাংলা পক্ষের সমর্থকেরা জড়ো হতে শুরু করেন। ‌ কিন্তু বাংলা পক্ষের অভিযোগ সেই সময়েই আরপিএফের তরফে তাদেরকে সেখান থেকে বলপূর্বক সরিয়ে দেওয়া হয়। জানিয়ে দেওয়া হয় কোনরকম এখানে জমায়েত করা যাবে না ও স্মারকলিপিও দেওয়া সম্ভব নয়। ‌এমনকি তাদেরকে শহরের বাইরে চলে যাওয়ার নির্দেশ দেওয়া হয়। আরপিএফের এই নির্দেশের পরেই বাংলা পক্ষের সমর্থকেরা ৩ নম্বর গেটের বাইরে এসে অবস্থান বিক্ষোভ শুরু করেন। বাংলা পক্ষের পশ্চিম বর্ধমান জেলার তরফে অক্ষয় বন্দোপাধ্যায় বলেন, বাংলার বীর দেশের স্বাধীনতা যোদ্ধা নেতাজী সুভাষচন্দ্র বসুকে রেল ইঞ্জিন কারখানা কর্তৃপক্ষ গুরুত্ব দিচ্ছে না। বাঙালি বীরকে পদে পদে অসম্মান করা হচ্ছে । তার আরো অভিযোগ, চিত্তরঞ্জন দাসকেও যথাযোগ্য সম্মান কারখানা কতৃপক্ষ দেয় না। তিনি আরো বলেন, ২৩ জানুয়ারি ছুটি বাতিলের বিরুদ্ধে এবং বাংলার মনীষীদের সম্মান রক্ষার দাবি জানিয়ে রা একটি স্মারকলিপি জেনারেল ম্যানেজারের হাতে তুলে দিতে চেয়েছিলাম৷ কিন্তু সেটিও দিতে দেওয়া হচ্ছে না। তাদের দাবি যতক্ষণ পর্যন্ত না তাদের হাত থেকে চিত্তরঞ্জন রেল কর্তৃপক্ষ স্মারকলিপি গ্রহণ করছেন ততক্ষণ তারা অবস্থান বিক্ষোভ চালিয়ে যাবেন। প্রায় দুই ঘণ্টা বিক্ষোভ অবরোধ চলার পর রেল ইঞ্জিন কারখানা কর্তৃপক্ষ রাজি হয় বাংলা পক্ষের স্মারক লিপি নিতে। ৩ নম্বর গেট থেকে বাংলা পক্ষের এক প্রতিনিধি দল অক্ষয় বন্দ্যোপাধ্যায় নেতৃত্বে অফিসে গিয়ে চিফ পার্সোনাল অফিসারের হাতে স্মারকলিপি তুলে দেন। তাদের তরফে পরিষ্কার করে জানিয়ে দেওয়া হয়েছে, যদি তাদের দাবি না মানা হয় তাহলে ২৩ শে জানুয়ারি আরো বড় আন্দোলন করা হবে এই চিত্তরঞ্জন শহরে।

  • চিত্তরঞ্জনে আমলাদহি বাজারের দোকানদারদের সাথে কথা বললেন বিধায়িকা।

    চিত্তরঞ্জনে আমলাদহি বাজারের দোকানদারদের সাথে কথা বললেন বিধায়িকা।

    পাবলিক নিউজঃ অলোক চক্রবর্তী চিত্তরঞ্জন:– পূর্ব রেলওয়ে চিত্তরঞ্জন এলাকায় উচ্ছেদের নোটিশ পাঠানোর পর আমলাদহি বাজারের দোকানদাররা আসানসোল দক্ষিণ বিধানসভার বিধায়িকা অগ্নিমিত্র পালের সাথে ফোনে কথা বলে উচ্ছেদ আটকাবার আবেদন করেন এবং পরবর্তী কালে দোকানদারেরা বিধায়িকাকে এলাকা পরিদর্শনের আবেদন করাতে সোমবার দুপুরে চিত্তরঞ্জনে গিয়ে দোকানদারদের সমস্যা শুনলেন। বিধায়িকা অগ্নিমিত্র পাল জানান গত সেপ্টেম্বর মাসে রেলওয়ে কতৃর্পক্ষ চিত্তরঞ্জন এলাকায় রেলওয়ে জমির উপর দখল করে দোকানদারদের উচ্ছেদের নোটিশ পাঠায় তারপর এলাকার দোকানদারেরা তার সাথে যোগাযোগ করে আসন্ন পূজোর আগে এইরকম নোটিশ আটকানোর আবেদন জানান তিনি সিএলডব্লুর আধিকারিক এবং সংশ্লিষ্ট দপ্তরের মন্ত্রীর কাছে উচ্ছেদ বন্ধ করার আবেদন করাতে উচ্ছেদ বন্ধ করা হয়, পরবর্তী কালে দোকানদারেরা তার কাছে আবেদন করেন তাদের এলাকায় এসে সমস্যাগুলো শুনতে। তাদের আবেদনে সাড়া দিয়ে তিনি সোমবার চিত্তরঞ্জন এসে দোকানদারদের সমস্যা শুনলেন এবং রেলমন্ত্রী ও সিএলডব্লুর আধিকারিকদের সাথে কথা বলে স্থায়ী সমস্যার ব্যাবস্থার প্রতিশ্রুতি দিলেন বিধায়িকা অগ্নিমিত্র পাল।

  • প্রস্তুতি সব ইউনিয়নের / সাড়ে ৫ দশক পরে নির্বাচন হতে চলেছে চিত্তরঞ্জন রেল ইঞ্জিন কারখানায়

    প্রস্তুতি সব ইউনিয়নের / সাড়ে ৫ দশক পরে নির্বাচন হতে চলেছে চিত্তরঞ্জন রেল ইঞ্জিন কারখানায়

    পাবলিক নিউজঃ চিত্তরঞ্জন :– সাড়ে পাঁচ দশকেরও বেশি সময় পরে চিত্তরঞ্জন রেল ইঞ্জিন কারখানায় ভোট হতে চলেছে। কারখানার কর্মীদের প্রতিনিধিত্ব করবে কোন শ্রমিক ইউনিয়ন তা নির্ধারিত হবে গোপন ব্যালটে নির্বাচনের মাধ্যমে। সেই নির্বাচনে নিজেদের অংশগ্রহণ নিশ্চিত করলো সিএলডব্লু লেবার ইউনিয়ন। এজন্য বুধবার ২৩ অক্টোবর ইউনিয়নের মনোনয়নপত্র জমা দিলেন কারখানার পিসিপিও অমিতাভ চৌধুরীর কাছে। প্রায় সাতশো রেল কর্মী শোভাযাত্রা করেন মনোনয়ন পত্র জমা দেওয়ার সময়। আগামী ৪ ডিসেম্বর হতে চলেছে ইউনিয়ন স্বীকৃতির এই নির্বাচন। তাতে লেবার ইউনিয়ন সহ মোট সাতটি ইউনিয়ন সামিল হতে পারে বলে সূত্র মারফত জানা গেছে।
    ২৫ অক্টোবর শুক্রবার পর্যন্ত যেসব ইউনিয়ন মনোনয়ন দাখিল করবে তারা এই নির্বাচনে অংশ নিতে পারবে। সবমিলিয়ে ৩০ টি বুথে ভোট দেবেন মোট ৭৪১২ জন রেলকর্মী ভোটার।
    লেবার ইউনিয়নের মনোনয়নপত্র জমা দেওয়ার সময় উপস্থিত ছিলেন সিটুর পশ্চিম বর্ধমান জেলার সাধারণ সম্পাদক বংশগোপাল চৌধুরী, প্রাক্তন লেবার ইউনিয়ন নেতা নির্মল মুখোপাধ্যায় সহ অন্যান্যরা। এই নির্বাচনের প্রাসঙ্গিকতা এবং লেবার ইউনিয়নের লড়াইয়ের প্রসঙ্গ তুলে ধরেন তারা। ইউনিয়নের সভাপতি আরএস চৌহান বলেন, লেবার ইউনিয়ন ছাড়া অন্য কোন ইউনিয়নের নৈতিক অধিকার নেই এই নির্বাচনে অংশ নেওয়ার ক্ষেত্রে। সাধারণ সম্পাদক রাজীব গুপ্ত বলেন, আমরাই এই নির্বাচনে জয়ী হবো। দিল্লিতে গিয়ে চিত্তরঞ্জন রেল ইঞ্জিন কারখানার কর্মীদের প্রতিনিধিত্ব করবো।
    প্রসঙ্গতঃ, চিত্তরঞ্জন রেল ইঞ্জিন কারখানার এই নির্বাচনকে কেন্দ্র করে এখন থেকেই চাপা উত্তেজনা তৈরি হয়েছে শহরে।

  • চিত্তরঞ্জনের রেল আবাসন থেকে রেল কর্মীর মৃতদেহ উদ্ধার

    চিত্তরঞ্জনের রেল আবাসন থেকে রেল কর্মীর মৃতদেহ উদ্ধার

    পাবলিক নিউজঃ চিত্তরঞ্জন:– চিত্তরঞ্জনের রেল আবাসন থেকে রেল কর্মীর মৃতদেহ উদ্ধার চিত্তরঞ্জনের রেল আবাসন থেকে উদ্ধার রেল কর্মীর মৃতদেহ। জানা যায় দুর্গাপূজার পঞ্চমীর দিন সন্ধ্যা প্রায় সাতটা নাগাদ এরিয়া-৫ এর ৩৭ নাম্বার রাস্তায় ৪১/এ রেল আবাসনের শৌচালয় থেকে রেলকর্মী ওমপ্রকাশ বাল্মীকির মৃতদেহ উদ্ধারকে ঘিরে চাঞ্চল্য ছড়িয়ে পড়ে চিত্তরঞ্জন শহর জুড়ে।
    জানা যায় ওমপ্রকাশ বাল্মীকি একাই রেল আবাসনে থাকতেন।বাকি পরিবারের সদস্যরা উত্তর প্রদেশের হাতরাস জেলায় নিজ বাড়িতে থাকেন বলে জানা যায়।ঘটনার খবর পেয়ে চিত্তরঞ্জন থানার পুলিশ ও আরপিএফ গিয়ে মৃতদেহ উদ্ধার করে চিত্তরঞ্জন কেজি হাসপাতালে নিয়ে যায়।
    বাল্মীকি সমাজের সদস্যদের পক্ষ থেকে অভিযোগ উঠেছে খুনের।তবে জানা যায় মঙ্গলবার সন্ধ্যায় ওমপ্রকাশ বাল্মীকি বন্ধুদের সাথে বাজার থেকে আড্ডা দিয়ে নিজের আবাসনে জান।তারপরেই এই ঘটনা ঘটে।বাল্মীকি সমাজের সদস্যরা অভিযোগ তোলেন ওমপ্রকাশ বাল্মীকির শরীরের পিঠে ও পায়ে আঘাতের চিহ্ন রয়েছে।তাই তারা মনে করছেন কি ওমপ্রকাশ বাল্মীকিকে হত্যা করা হয়েছে।তবে তারা জানান ওম প্রকাশ বাল্মীকির গলায় পরণের সোনার চেন নেয়।এমনকি তার মোবাইল ফোনটিও পাওয়া যাচ্ছে না।তারা প্রশাসনের কাছে আবেদন করেন ঘটনার সঠিক তদন্ত করার।তবে পুলিশ তদন্ত শুরু করেছে বলে জানা যায়।

  • चित्तरंजन में रेलवे आवास से रेलकर्मी का शव बरामद किया गया. मंगलवार शाम करीब सात बजे एरिया-5 के रोड नंबर 37 स्थित रेलवे आवास 41/ए के शौचालय से रेलकर्मी ओमप्रकाश वाल्मिकी का शव बरामद हुआ था.

    चित्तरंजन में रेलवे आवास से रेलकर्मी का शव बरामद किया गया. मंगलवार शाम करीब सात बजे एरिया-5 के रोड नंबर 37 स्थित रेलवे आवास 41/ए के शौचालय से रेलकर्मी ओमप्रकाश वाल्मिकी का शव बरामद हुआ था.

    पब्लिक न्यूज़ चितरंजन :–चित्तरंजन में रेलवे आवास से रेलकर्मी का शव बरामद किया गया. मंगलवार शाम करीब सात बजे एरिया-5 के रोड नंबर 37 स्थित रेलवे आवास 41/ए के शौचालय से रेलकर्मी ओमप्रकाश वाल्मिकी का शव बरामद हुआ था.
    मालूम हो कि ओमप्रकाश वाल्मिकी रेलवे आवास में अकेले रहते थे। बताया जा रहा है कि परिवार के बाकी सदस्य उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले स्थित अपने घर पर रह रहे हैं. घटना की जानकारी मिलने के बाद चितरंजन थाने की पुलिस और आरपीएफ ने जाकर शव को बरामद किया और चितरंजन केजी अस्पताल ले गये। वाल्मिकी समाज के लोगों ने हत्या का आरोप लगाया है। लेकिन पता चला है कि मंगलवार की शाम को ओमप्रकाश वाल्मिकी बाजार से अपने दोस्तों से बातचीत कर अपने आवास पर गये थे। वाल्मिकी समाज के लोगों ने आरोप लगाया है कि उनके शरीर पर पीठ और पैरों पर चोट के निशान हैं उन्हें लगता है कि ओमप्रकाश वाल्मिकी की हत्या हुई है। उन्होंने कहा कि ओम प्रकाश वाल्मिकी के गले से सोने की चेन छीन ली गई है. यहां तक कि उनका मोबाइल फोन भी नहीं है. उन्होंने प्रशासन से घटना की सही तरीके से जांच करने का अनुरोध किया है