

आसनसोल नगर निगम के 84 नंबर वार्ड के पार्षद और बोरो चेयरमैन डॉ देवाशीष सरकार ने वेणी माधव नगर स्थित पार्टी कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन किया इस मौके पर उन्होंने 84 नंबर वार्ड के पूर्व भाजपा पार्षद मधुमिता चटर्जी पर कुछ संगीन आरोप लगाए। डॉ देवाशीष सरकार ने कहा कि एक तरफ भारतीय जनता पार्टी की तरफ से टीएमसी नेताओं पर हाउसिंग फॉर ऑल परियोजना में धांधली के आरोप लगाए जाते हैं लेकिन उन्होंने आरोप लगाया कि मधुमिता चटर्जी के 84 नंबर वार्ड के पार्षद रहते हुए इस वार्ड में हाउसिंग फॉर ऑल परियोजना में व्यापक धांधली हुई है। उन्होंने एक दो मंजिला घर की तस्वीर दिखाई और दावा किया कि यह घर जयंतो पाल नामक एक व्यक्ति का है जो आसनसोल के इस्माइल इलाके के बीआरएमबी क्षेत्र के रहने वाले हैं डॉ देवाशिष सरकार ने दावा किया की जयंतो पाल भाजपा के सक्रिय सदस्य हैं और यही वजह है कि उनको हाउसिंग फॉर ऑल परियोजना में घर अलॉट हुआ डॉ देवाशिष सरकार ने एक अलॉटमेंट लेटर भी दिखाया जिसमें हाउसिंग फॉर ऑल के तहत गौतम पाल को घर अलॉट किया गया था। उन्होंने दावा किया कि अभी भी 84 नंबर वार्ड के सेकंड प्लॉट कोरा पाड़ा में 147 कच्चे मकान हैं ऐसे लोगों को हाउसिंग फॉर ऑल का फायदा नहीं मिल रहा है जबकि गौतम पाल जैसे भाजपा नेताओं को अवैध रूप से घर अलॉट किए गए थे। उन्होंने बताया कि इस घर का अलॉटमेंट रद्द कर दिया जाएगा। डॉ देवाशीष सरकार ने कहा कि उन्होंने पता लगाया है जब मधुमिता चैटर्जी 84 नंबर वार्ड की पार्षद थीं तब 2015 16 वर्ष में हाउसिंग फॉर ऑल के तहत सिर्फ 15 घरों का अलॉटमेंट हुआ था और 2020 21 में सिर्फ 15 घर उपलब्ध कराए गए थे। डॉ देवाशीष सरकार ने कहा कि मधुमिता चैटर्जी के पार्षद रहते हाउसिंग फॉर ऑल में हुई गड़बड़ियों की जांच होगी। वहीं उन्होंने दावा किया कि उन्होंने आरटीआई से पता लगाया है कि मधुमिता चैटर्जी को 84 नंबर वार्ड से 47 वर्क ऑर्डर पास किए गए थे लेकिन कोई भी काम नहीं किया गया। उन्होंने दावा किया कि उनके पार्षद बनने के बाद 84 नंबर वार्ड में विकास के कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि बहुत जल्द मेयर विधान उपाध्याय के साथ मिलकर वह एक और प्रेस मिट करेंगे जिसमें विद्यासागर मैदान को लेकर भी अपनी बात रखेंगे। उन्होंने कहा कि वाम फ्रंट के ज़माने में इस मैदान को बेच दिया गया था लेकिन टीएमसी के आने के बाद इसे फिर से निगम के अंतर्गत लाया गया है। दूसरी तरफ उन्होंने आसनसोल दक्षिण की विधायक अग्नि मित्रा पाल पर भी निशाना साधा और कहा कि एक पार्षद को अक्सर उस विधानसभा क्षेत्र के विधायक से जरूरी काम पड़ता है। लोग विधायक से जरूरी दस्तावेजों पर दस्तखत करवाना चाहते हैं लेकिन आसनसोल दक्षिण की विधायक का पता नहीं चलता कि वह कहां मिलेंगी या उनका दफ्तर कहां हैं । इसलिए मजबूरी में उन्हें या तो मलय घटक या विधान उपाध्याय या तापस बैनर्जी से दस्तखत लेने पड़ते जिससे लोगों के काम में देरी होती है। डॉ देवाशीष सरकार ने कहा कि अग्नि मित्रा पाल टीएमसी नेताओं के पुतले जला रहीं हैं लेकिन राज्य की जनता ने ठान लिया है कि आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा को राज्य से लोकतांत्रिक तरीके से उखाड़ फेंकेंगी






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